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साइबर अपराध का नया केंद्र बना देवघर का यह इलाका, हिट लिस्ट में हैं झारखंड के 4 जिले

साइबर अपराध के मामले में जामताड़ा का नाम देशभर में कुख्यात है, लेकिन अब इसका विस्तार देवघर की ओर बढ़ता जा रहा है. देवघर का सोनारायठाढ़ी और गोमुंडा इलाका इन दिनों साइबर अपराध के नए केंद्र के रूप में उभर रहा है. हालांकि झारखंड का चार जिला साइबर अपराध की हिट लिस्ट में हैं, जो देश के कोने-कोने से लोगों की गाढ़ी कमाई को उड़ा रहे हैं.

Deoghar became new center of cyber crime
साइबर अपराध का नया केंद्र बना देवघर
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Published : Mar 21, 2021, 5:22 PM IST

Updated : Mar 22, 2021, 3:00 PM IST

रांची: जामताड़ा के साइबर अपराधियों के कारण झारखंड की बदनामी देशभर में हुई है, लेकिन अब देवघर के सोनारायठाढ़ी और गोमुंडा इलाका भी साइबर अपराध के नए केंद्र के रूप में उभर रहा है. यहीं नहीं गिरिडीह और धनबाद से भी साइबर अपराधी लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनकी गाढ़ी कमाई उड़ा रहे हैं.

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गोमुंडा और सोनारायठाढ़ी बना अपराधियों का नया अड्डा

जामताड़ा के नारायणपुर के बजाय साइबर अपराधी अब देवघर के नए-नए इलाकों को अपना केंद्र बन रहे हैं. पिछले एक साल में साइबर अपराध के दर्ज मामलों के आधार पर झारखंड पुलिस मुख्यालय ने भी यह माना है कि देवघर के गोमुंडा और सोनारायठाढ़ी इलाकों में साइबर अपराधी केंद्रित हो गए हैं. पुलिस मुख्यालय ने बीते दिनों साइबर अपराध के मामलों की समीक्षा भी की थी, जिसमें यह तथ्य सामने आया कि साइबर अपराध के मामलों में देवघर अपराधियों का नया अड्डा बनता जा रहा है और पुलिस इस पर कार्रवाई भी कर रही है.

1 साल में 500 से अधिक साइबर अपराधी गए जेल

देवघर जिले से पिछले 1 साल में 500 से अधिक साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है. पिछले साल देवघर जिले से सबसे ज्यादा 333 साइबर ठगी के मामले सामने आए हैं, जबकि जामताड़ा से 218, धनबाद से 121 और गिरिडीह से 156 साइबर अपराध के मामले सामने आए हैं. पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, दूसरे राज्यों से साइबर एसपी से 157 मामलों में जांच के लिए मदद मांगी गई थी, जिसमें गढ़वा एसपी से 2 मामलों में, पलामू एसपी से 3 मामलों में, लातेहार एसपी से 4 मामलों में, कोडरमा एसपी से 3 मामलों में, हजारीबाग एसपी से 16 मामलों में, रांची एसपी से 27 मामलों में, खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम एसपी से 11-11 मामलों में, जमेशदपुर एसपी से 19 मामलों में, रामगढ़ एसपी से 8 और बोकारों एसपी से 27 मामलों में बाहरी राज्यों की पुलिस ने साइबर अपराध केस में जांच करने के लिए मदद मांगी है.

ये भी पढ़ें-वैलेंटाइन वीक बना साइबर ठगी का नया जरिया, बल्क मैसेज के जरिए लिंक भेज कर की जा रही है ठगी

हिट लिस्ट में हैं झारखंड के चार जिले

साइबर अपराध के हिसाब से राज्य के चार जिले हिट लिस्ट में हैं. साइबर अपराध के ट्रेंड के मुताबिक, साइबर अपराधियों की सर्वाधिक सक्रियता देवघर, जामताड़ा, गिरिडीह और धनबाद जिले में सर्वाधिक रही है. साइबर अपराध से जुड़े बड़े मामलों को सीआईडी में स्थापित साइबर टीम देखती है. सीआईडी के एसपी अंजलि झा के अनुसार, यह जरूर है कि साइबर अपराधी अब देवघर की तरफ रुख कर चुके हैं, लेकिन अब इन मामलों में कार्रवाई भी की जा रही है. साइबर अपराधियों से निपटने के लिए ही झारखंड में कुल 7 साइबर थाने खोले गए हैं, जिनमें से एक रांची और दो पलामू में है और बाकी चार साइबर अपराधियों के गढ़ में ही थाने कार्यरत हैं. इन थानों की मदद से साइबर अपराधियों पर लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है.

रांची: जामताड़ा के साइबर अपराधियों के कारण झारखंड की बदनामी देशभर में हुई है, लेकिन अब देवघर के सोनारायठाढ़ी और गोमुंडा इलाका भी साइबर अपराध के नए केंद्र के रूप में उभर रहा है. यहीं नहीं गिरिडीह और धनबाद से भी साइबर अपराधी लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनकी गाढ़ी कमाई उड़ा रहे हैं.

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गोमुंडा और सोनारायठाढ़ी बना अपराधियों का नया अड्डा

जामताड़ा के नारायणपुर के बजाय साइबर अपराधी अब देवघर के नए-नए इलाकों को अपना केंद्र बन रहे हैं. पिछले एक साल में साइबर अपराध के दर्ज मामलों के आधार पर झारखंड पुलिस मुख्यालय ने भी यह माना है कि देवघर के गोमुंडा और सोनारायठाढ़ी इलाकों में साइबर अपराधी केंद्रित हो गए हैं. पुलिस मुख्यालय ने बीते दिनों साइबर अपराध के मामलों की समीक्षा भी की थी, जिसमें यह तथ्य सामने आया कि साइबर अपराध के मामलों में देवघर अपराधियों का नया अड्डा बनता जा रहा है और पुलिस इस पर कार्रवाई भी कर रही है.

1 साल में 500 से अधिक साइबर अपराधी गए जेल

देवघर जिले से पिछले 1 साल में 500 से अधिक साइबर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया है. पिछले साल देवघर जिले से सबसे ज्यादा 333 साइबर ठगी के मामले सामने आए हैं, जबकि जामताड़ा से 218, धनबाद से 121 और गिरिडीह से 156 साइबर अपराध के मामले सामने आए हैं. पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, दूसरे राज्यों से साइबर एसपी से 157 मामलों में जांच के लिए मदद मांगी गई थी, जिसमें गढ़वा एसपी से 2 मामलों में, पलामू एसपी से 3 मामलों में, लातेहार एसपी से 4 मामलों में, कोडरमा एसपी से 3 मामलों में, हजारीबाग एसपी से 16 मामलों में, रांची एसपी से 27 मामलों में, खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम एसपी से 11-11 मामलों में, जमेशदपुर एसपी से 19 मामलों में, रामगढ़ एसपी से 8 और बोकारों एसपी से 27 मामलों में बाहरी राज्यों की पुलिस ने साइबर अपराध केस में जांच करने के लिए मदद मांगी है.

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हिट लिस्ट में हैं झारखंड के चार जिले

साइबर अपराध के हिसाब से राज्य के चार जिले हिट लिस्ट में हैं. साइबर अपराध के ट्रेंड के मुताबिक, साइबर अपराधियों की सर्वाधिक सक्रियता देवघर, जामताड़ा, गिरिडीह और धनबाद जिले में सर्वाधिक रही है. साइबर अपराध से जुड़े बड़े मामलों को सीआईडी में स्थापित साइबर टीम देखती है. सीआईडी के एसपी अंजलि झा के अनुसार, यह जरूर है कि साइबर अपराधी अब देवघर की तरफ रुख कर चुके हैं, लेकिन अब इन मामलों में कार्रवाई भी की जा रही है. साइबर अपराधियों से निपटने के लिए ही झारखंड में कुल 7 साइबर थाने खोले गए हैं, जिनमें से एक रांची और दो पलामू में है और बाकी चार साइबर अपराधियों के गढ़ में ही थाने कार्यरत हैं. इन थानों की मदद से साइबर अपराधियों पर लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है.

Last Updated : Mar 22, 2021, 3:00 PM IST
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