रांची: देश में पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमत से जनता त्रस्त है. आम लोगों की परेशानी को देखते हुए केंद्र सरकार ने पिछले दिनों पेट्रोल डीजल की कीमतों में रियायत दी और राज्य सरकारों से भी वैट कम करने की अपील की. कई राज्यों में वैट घटा दिया है लेकिन झारखंड सरकार ने अब तक वैट कम नहीं किया गया है. इससे पेट्रोल पंप मालिकों को काफी नाराजगी है. अब पेट्रोल पंप मालिकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि शीघ्र 5 प्रतिशत वैट कम करें.
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झारखंड पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन ने बैठक कर निर्णय लिया है कि वैट कम नहीं किया जाता है तो राज्य में जन जागरुकता अभियान चलाया जाएगा. अभियान के दौरान लोगों को बताया जाएगा कि मुनाफा होने के बावजूद सरकार वैट कम नहीं कर रही है. झारखंड पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि झारखंड के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार और उड़ीसा में पेट्रोल सस्ते हैं. इससे राज्य के बड़ी संख्या में लोग अपने वाहनों में पड़ोसी राज्यों से पेट्रोल डीजल ले रहे है. इससे राज्य में पेट्रोल-डीजल की बिक्री घट गई है.
राजस्व की हो रही क्षति
उन्होंने कहा कि झारखंड के कई बड़े औद्योगिक ईकाइयों और कोयला खनन में लगी कंपनियां अपने डीजल की आवश्यकता की पूर्ति पड़ोसी राज्यों से कर रही है. इससे सरकारी राजस्व की भारी क्षति हो रही है. उन्होंने कहा कि पेट्रोल डीजल की बिक्री कम होने से सिर्फ पेट्रोल पंप मालिक को ही नुकसान नहीं हो रहा है, बल्कि सरकार, किसान, ऑटो चालक, बस ऑपरेटर और छोटे-मोटे माल वाहक वाहन के मालिकों को भी हो रहा है.
21 दिसंबर को बंद रखेंगे पंप
एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि सरकार शीघ्र वैट टैक्स कम नहीं करती है तो राज्य के सभी पेट्रोल पंप मालिक जन जागरूकता अभियान चलायेगा और लोगों को बताया जाएगा कि किस प्रकार से पेट्रोल की बढ़ती कीमत राज्य के राजस्व को नुकसान पहुंचा रही है. इसके बावजूद सरकार हमारी मांग को पूरा नहीं करती है तो 21 दिसंबर को राज्य भर के सभी पेट्रोल पंप को बंद रखा जाएगा.