रांची: सैलून संचालक और नाई के काम में लगे राज्य के लाखों लोगों और उनकी परिवार की स्थिति पिछले 5 महीनों से लॉकडाउन के कारण दयनीय है. जमशेदपुर में एक सैलून वाले की आत्महत्या पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह झारखंड प्रभारी डॉ अजय कुमार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. इस मामले पर उन्होंने कहा कि राज्य के मेहनतकश लोग सरकार की गलत नीतियों की वजह से जान देने को मजबूर हो रहे हैं.
अर्थिक स्थिति को फिर से पटरी पर लाने का राज्य सरकार के पास ना तो नियत है ना ही नीति. सैलून और नाई के काम से संबंधित लोग के परिवार बहुत बुरे दौर में पहुंच गए हैं. 5 महीने से पूरी तरह काम बंद होने की वजह से मकान-दुकान का किराया, बच्चों की फीस, बिजली-पानी का किराया और यहां तक कि राशन पर आफत हो गया है.
ऐसी स्थिति में राज्य सरकार को दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तर्ज पर राज्य में पूरे एहतियात के साथ सैलून के साथ-साथ अन्य व्यवसायों को खोलने का भी प्रावधान करना चाहिए. रोजगार के अवसर सृजन करने के बजाय सरकार युवाओं को बेरोजगारी और मौत के मुंह में ढकेल रही है.
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20 लाख रुपये मुआवजे की मांग
जमशेदपुर में सैलून संचालक की आत्महत्या पर आप प्रवक्ता ने कहा कि ये आत्महत्या नहीं है, सरकार की गलत नीति के कारण हत्या है. उन्होंने हेमंत सरकार से मांग की है कि मृतक के परिवार को 20 लाख रुपए तत्काल मुआवजा दिया जाए. साथ ही सरकार एहतियात के गाइडलाइन के साथ सैलून, सभी बंद व्यवसाय को अविलंब खोलने की इजाजत दे. रोजगार के अवसरों का सृजन करे और साथ ही सरकार अभी तक बंद रहे व्यवसाय के लिए विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा करे.