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स्वदेसी लाइट से जगमग जगमग हुई दीपावली, चाइनीज की डिमांड हुई कम - jharkhand news

इस बार की दिवाली स्वदेसी लाइट से जगमग हो रही है. रांची के बाजारों में स्वदेसी आइटम की ज्यादे मांग है. वहीं चाइनीज लाइट्स की मांग कम हुई है.

Demand for Indian lights increased
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Published : Nov 3, 2021, 9:53 PM IST

रांची: दीपावली के अवसर पर घर सजाने के लिए इस वर्ष रांची के बाजारों में भारतीय प्रोडक्ट की धूम रही. खासकर डेकोरेटिव एवं एलईडी लाइट का बाजार बेहद अच्छा रहा. इस बार बाजार में कलरफुल एवं आकर्षक लाइट्स की वृहद रेंज उपलब्ध हैं. एलइडी लाइट्स में इंडियन के साथ-साथ चाइनीस की मांग भी है, लेकिन ज्यादातर लोगों ने इस बार इंडियन लाइट ही खरीदा. हालांकि कुछ सालों में चाइनीज आइटम की मांग 50% से भी कम हुई है. बाजार में भारतीय डेकोरेटिव और एलईडी लाइट की मांग जबरदस्त रही जिसे लेकर व्यापारियों में भी बेहद उत्साह दिखा.

ये भी पढ़ें- गुरुजी की बहू ने अपनी सरकार को बताया फेल! 10 में दिया जीरो नंबर, सीता सोरेन EXCLUSIVE

बड़ा बदलाव दिखा बाजार में

दीपावली का बाजार कल तक चाइनीज रंगीन बल्व और झालर से सजा हुआ नजर आता था. कीमत भी कम होती थी. सस्ता होने के कारण उसकी मांग धीरे धीरे इतनी बढ़ गयी कि उसके सामने दूसरा उत्पाद टिक ही नहीं पाते थे. लेकिन अब देसी उत्पाद की मांग बढ़ने लगी है. पिछले साल की तुलना में इस बार चाइनीज आइटम की मांग घटी है. इसके पीछे दो तर्क दिया जा रहा है. देसी उत्पाद की क्वालिटी अच्छी है. चाइनीज सस्ता तो है लेकिन टिकाऊ नहीं है.

देखें स्पेशल स्टोरी

भारत में तैयार इलेक्ट्रिक आइटम काफी रेंज में बाजार में उपलब्ध हैं. दस मीटर से लेकर पचास मीटर तक का रंगीन फुलझड़ी लाइट आया हुआ है, जो मल्टी कलर, ब्लू, ग्रीन कलर में है. ये लाइट्स जलने पर बेहद सुंदर दिखता है.

Demand for Indian lights increased
भारतीय लाइट्स

क्या है देशी लाइट्स की रेंज

  • स्टाइलिश कैंडल- 20 रुपये
  • राइस लाइट- 50 रुपये
  • नियोन लाइट- 700 रुपये
  • फेरी लाइट- 250 रुपये
  • डीजे बॉल- 200 रुपये
  • डीजे बॉक्स लाइट- 550 रुपये
  • स्पीकर विद डीजे लाइट- 300 रुपये
  • रिंग लाइट- 1200 रुपये
  • बैलून लाइट झालर- 600 रुपये
  • कलरफुल लाइट- 150 रुपये
  • एलईडी- 110 रुपये
  • फ्रूट पाइनएपल और अनारस- 360 रुपये
  • रोज और स्टार लाइट-150 रुपये

दुकानदार भी खुश

दुकानदारों के अनुसार भारत में बना एलइडी वाले दर्जनों बल्ब के रेंज बाजार में हैं. उसमें प्रयोग में आने वाला वायर और बल्ब की गुणवत्ता अच्छी है. पचास मीटर के झालर की कीमत 450 रुपए हैं. ग्राहक को अब यह समझ में आने लगा है कि चाइनीज आइटम टिकाऊ नहीं होता है. इसके झालर में राइस बल्ब है. सस्ता तो होता है लेकिन हर दीपावली में खरीदना होता है. इससे अच्छा है कि देसी उत्पाद को ही लिया जाए. ग्राहकों के मन मिजाज को देखते हुए ही चाइनीज आइटम नहीं लाए हैं. जो पहले से रखा हुआ है वही स्टाल पर लगा हुआ है.

Demand for Indian lights increased
बाजार में भारतीय लाइट्स

रांची के अपर बाजार, मेन रोड, किशोरगंज के साथ-साथ शहर में लगे दीपावली बाजार में भी झालर और फैंसी लाइट के थोक बाजार में ग्राहकों की आवाजाही खूब रही. बाजार में स्वदेशी झालर की डिमांड है. ग्राहक भी स्वदेशी झालर की मांग कर रहे हैं. इस बार 100 प्रतिशत के बाजार में 50 परसेंट माल, स्वदेशी ब्रांड के हैं. पहले 80 प्रतिशत बाजार पर चीन का कब्जा रहता था.

Demand for Indian lights increased
खरीदारी करते लोग

रांची: दीपावली के अवसर पर घर सजाने के लिए इस वर्ष रांची के बाजारों में भारतीय प्रोडक्ट की धूम रही. खासकर डेकोरेटिव एवं एलईडी लाइट का बाजार बेहद अच्छा रहा. इस बार बाजार में कलरफुल एवं आकर्षक लाइट्स की वृहद रेंज उपलब्ध हैं. एलइडी लाइट्स में इंडियन के साथ-साथ चाइनीस की मांग भी है, लेकिन ज्यादातर लोगों ने इस बार इंडियन लाइट ही खरीदा. हालांकि कुछ सालों में चाइनीज आइटम की मांग 50% से भी कम हुई है. बाजार में भारतीय डेकोरेटिव और एलईडी लाइट की मांग जबरदस्त रही जिसे लेकर व्यापारियों में भी बेहद उत्साह दिखा.

ये भी पढ़ें- गुरुजी की बहू ने अपनी सरकार को बताया फेल! 10 में दिया जीरो नंबर, सीता सोरेन EXCLUSIVE

बड़ा बदलाव दिखा बाजार में

दीपावली का बाजार कल तक चाइनीज रंगीन बल्व और झालर से सजा हुआ नजर आता था. कीमत भी कम होती थी. सस्ता होने के कारण उसकी मांग धीरे धीरे इतनी बढ़ गयी कि उसके सामने दूसरा उत्पाद टिक ही नहीं पाते थे. लेकिन अब देसी उत्पाद की मांग बढ़ने लगी है. पिछले साल की तुलना में इस बार चाइनीज आइटम की मांग घटी है. इसके पीछे दो तर्क दिया जा रहा है. देसी उत्पाद की क्वालिटी अच्छी है. चाइनीज सस्ता तो है लेकिन टिकाऊ नहीं है.

देखें स्पेशल स्टोरी

भारत में तैयार इलेक्ट्रिक आइटम काफी रेंज में बाजार में उपलब्ध हैं. दस मीटर से लेकर पचास मीटर तक का रंगीन फुलझड़ी लाइट आया हुआ है, जो मल्टी कलर, ब्लू, ग्रीन कलर में है. ये लाइट्स जलने पर बेहद सुंदर दिखता है.

Demand for Indian lights increased
भारतीय लाइट्स

क्या है देशी लाइट्स की रेंज

  • स्टाइलिश कैंडल- 20 रुपये
  • राइस लाइट- 50 रुपये
  • नियोन लाइट- 700 रुपये
  • फेरी लाइट- 250 रुपये
  • डीजे बॉल- 200 रुपये
  • डीजे बॉक्स लाइट- 550 रुपये
  • स्पीकर विद डीजे लाइट- 300 रुपये
  • रिंग लाइट- 1200 रुपये
  • बैलून लाइट झालर- 600 रुपये
  • कलरफुल लाइट- 150 रुपये
  • एलईडी- 110 रुपये
  • फ्रूट पाइनएपल और अनारस- 360 रुपये
  • रोज और स्टार लाइट-150 रुपये

दुकानदार भी खुश

दुकानदारों के अनुसार भारत में बना एलइडी वाले दर्जनों बल्ब के रेंज बाजार में हैं. उसमें प्रयोग में आने वाला वायर और बल्ब की गुणवत्ता अच्छी है. पचास मीटर के झालर की कीमत 450 रुपए हैं. ग्राहक को अब यह समझ में आने लगा है कि चाइनीज आइटम टिकाऊ नहीं होता है. इसके झालर में राइस बल्ब है. सस्ता तो होता है लेकिन हर दीपावली में खरीदना होता है. इससे अच्छा है कि देसी उत्पाद को ही लिया जाए. ग्राहकों के मन मिजाज को देखते हुए ही चाइनीज आइटम नहीं लाए हैं. जो पहले से रखा हुआ है वही स्टाल पर लगा हुआ है.

Demand for Indian lights increased
बाजार में भारतीय लाइट्स

रांची के अपर बाजार, मेन रोड, किशोरगंज के साथ-साथ शहर में लगे दीपावली बाजार में भी झालर और फैंसी लाइट के थोक बाजार में ग्राहकों की आवाजाही खूब रही. बाजार में स्वदेशी झालर की डिमांड है. ग्राहक भी स्वदेशी झालर की मांग कर रहे हैं. इस बार 100 प्रतिशत के बाजार में 50 परसेंट माल, स्वदेशी ब्रांड के हैं. पहले 80 प्रतिशत बाजार पर चीन का कब्जा रहता था.

Demand for Indian lights increased
खरीदारी करते लोग
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