रांची: लोहरदगा सांसद और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री सुदर्शन भगत ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख भाई मांडवीय से उनके नई दिल्ली कार्यालय में भेंट की. इस दौरान उन्होंने रांची के आसपास AIIMS की स्थापना को लेकर ज्ञापन सौंपा.
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सुदर्शन भगत ने अपने ज्ञापन में लिखा है कि झारखंड राज्य चिकित्सा सुविधाएं बहुत अच्छी नहीं हैं. यहां से अधिकांश रोगी समुचित इलाज के लिए वेल्लोर, तमिलनाडु, दिल्ली, कोलकता और मुंबई जैसे महानगरों पर निर्भर हैं. पूरे झारखंड में सामान और समुचित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें इस लिए रांची के पास AIIMS की स्थापना की जानी चाहिए.
जगह का दिया सुझाव
लोहरदगा सांसद ने कहा कि रांची स्थित सेंट इग्नेशियश टी.बी. सेनिटोरियम इटकी में नए AIIMS के लिए पर्याप्त उपयुक्त एवं समुचित स्थान हो सकता है. यहां AIIMS की स्थापना होने से झारखंड राज्य के उत्तरी छोटानागपुर, दक्षिणी छोटानागपुर, पलामू और कोल्हान समेत सभी प्रमंडल लाभान्वित हो सकेंगे. अच्छे स्तर की स्वास्थ्य सुविधाओं के आभाव में रह रहे संपूर्ण झारखंड वासियों को इसका बहुत लाभ मिलेगा. अन्य राज्यों पर निर्भरता भी कम होगी. उच्च स्तर की स्वास्थ्य सेवाओं से जनता लाभान्वित हो सकेगी.
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इटकी क्षेत्र में एम्स बनाने की मांग
सांसद ने निवेदन किया है कि स्थिति को देखते हुए झारखंड को एक और AIIMS देने की पहल की जाए. साथ ही उन्होंने ये भी याद दिलाया कि देशभर में सरकार की ओर से एक साथ हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थानों की घोषणा के समय भी निवेदन किया गया था. लोकहित में दोबारा अनुरोध है कि कृपया रांची के इटकी क्षेत्र में एक अतिरिक्त AIIMS की स्थापना करने के लिए जनहित में मेरी मांग स्वीकार करें.