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एचईसी कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली रवाना, जंतर मंतर पर करेगा धरना प्रदर्शन, 18 महीनों से नहीं मिला है वेतन

एचईसी के जीर्णोद्धार के लिए मंगलवार को कारखाने के कर्मचारियों का एक संगठन दिल्ली रवाना हो गया. दिल्ली जाने से पहले कर्मचारियों ने कहा कि वे जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर भारत सरकार के कानों तक कर्मचारियों की मजबूरियों को पहुंचाएंगे. उसके बाद एचईसी के मजदूर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यालय का भी घेराव करेंगे.

delegation of HEC employees leaves for Delhi
delegation of HEC employees leaves for Delhi
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 19, 2023, 5:05 PM IST

एचईसी कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली रवाना

रांची: एचईसी के कर्मचारियों की स्थिति किसी से छिपी हुई नहीं है. कर्मचारियों को पिछले 18 महीने से वेतन नहीं मिला है. जिस वजह से कर्मचारी अब सरकार से आस लगाए हुए हैं कि शायद सरकार का कोई मुलाजिम उनकी बातों को सुने और उनकी समस्याओं का समाधान कर सके. कर्मचारियों की समस्या को देखते हुए एचईसी के मजदूर नेता भवन सिंह ने कहा कि एचईसी की हालात को देखने के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि अधिकारी अब विवश हो गए हैं. इसलिए भारत सरकार के मंत्री और नेता ही एचईसी के कर्मचारियों का बेड़ा पार लगा सकते हैं. इसी उम्मीद के साथ एचईसी के सभी मजदूर एक जुट होकर दिल्ली रवाना हो रहे हैं.

ये भी पढ़ें: सूर्ययान के लिए लॉन्चिंग पैड बनाने में सहयोगी एचईसी के इंजीनियरों को कई माह से नहीं मिली सैलरी, पीएम से मिलने की लगाई गुहार

मजदूर नेता भवन सिंह ने क्या कहा: दिल्ली रवाना होने से पहले मजदूर नेता भवन सिंह ने कहा कि 21 सितंबर को जंतर मंतर पर एचईसी को बचाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि सरकार के कान तक कर्मचारियों की मजबूरी को पहुंचाया जा सके. मजदूर नेता राजेंद्र महतो ने कहा कि अभी स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि एचईसी के हुनरमंद कामगार अब टेंपो चला रहे हैं तो वही कई ठेला-खोमचा लगाने को विवश हो गए हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन के माध्यम से एचईसी के मजबूर कर्मचारी भारत सरकार से यह आग्रह करेंगे कि जल्द से जल्द एचईसी का आधुनिकीकरण किया जाए और एचईसी के प्रबंधन को बैंक गारंटी दिलाई जाए जिससे एचईसी और वहां के कर्मचारियों का कायाकल्प हो सकें.

प्रतिनिधिमंडल भारी उद्योग मंत्री से करेगा मुलाकात: वहीं, दिल्ली जाने से पूर्व कर्मचारियों ने कहा कि जंतर मंतर पर धरना देने के बाद कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल देश के भारी उद्योग मंत्री महेंद्र पांडे से भी मुलाकात करेंगा. उन्हें भी एचईसी में काम करने वाले कर्मचारियों की समस्या से अवगत कराया जाएगा. वहीं भारी उद्योग मंत्रालय के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी.

पीएम मोदी से उम्मीद: दिल्ली जा रहे कर्मचारियों ने कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही एचईसी के कर्मचारियों का बेड़ा पार कर सकते हैं. क्योंकि अधिकारियों और अन्य नेताओं ने एचईसी के जीर्णोद्धार के नाम पर पहले ही हाथ खड़ा कर लिया है. दिल्ली जाने से पहले एचईसी के कर्मचारियों ने कहा कि जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करने के बाद सभी कर्मचारी रांची स्थित भाजपा कार्यालय कभी घेराव करेंगे. जिसकी रणनीति बनाई जा रही है.

वहीं, दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों का समर्थन देने के लिए रांची के एचईसी मुख्यालय के सामने भी कर्मचारी 21 सितंबर को धरना देंगे ताकि रांची से लेकर दिल्ली तक कर्मचारियों की आवाज मजबूत हो सके. गौरतलब है कि एचईसी के हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं. इसलिए एचईसी में अधिकारियों की नियुक्ति और कर्मचारियों के वेतन को लेकर मजदूरों का एक संगठन दिल्ली रवाना हुआ है.

एचईसी कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल दिल्ली रवाना

रांची: एचईसी के कर्मचारियों की स्थिति किसी से छिपी हुई नहीं है. कर्मचारियों को पिछले 18 महीने से वेतन नहीं मिला है. जिस वजह से कर्मचारी अब सरकार से आस लगाए हुए हैं कि शायद सरकार का कोई मुलाजिम उनकी बातों को सुने और उनकी समस्याओं का समाधान कर सके. कर्मचारियों की समस्या को देखते हुए एचईसी के मजदूर नेता भवन सिंह ने कहा कि एचईसी की हालात को देखने के बाद यह कहना गलत नहीं होगा कि अधिकारी अब विवश हो गए हैं. इसलिए भारत सरकार के मंत्री और नेता ही एचईसी के कर्मचारियों का बेड़ा पार लगा सकते हैं. इसी उम्मीद के साथ एचईसी के सभी मजदूर एक जुट होकर दिल्ली रवाना हो रहे हैं.

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मजदूर नेता भवन सिंह ने क्या कहा: दिल्ली रवाना होने से पहले मजदूर नेता भवन सिंह ने कहा कि 21 सितंबर को जंतर मंतर पर एचईसी को बचाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया जाएगा, ताकि सरकार के कान तक कर्मचारियों की मजबूरी को पहुंचाया जा सके. मजदूर नेता राजेंद्र महतो ने कहा कि अभी स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि एचईसी के हुनरमंद कामगार अब टेंपो चला रहे हैं तो वही कई ठेला-खोमचा लगाने को विवश हो गए हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन के माध्यम से एचईसी के मजबूर कर्मचारी भारत सरकार से यह आग्रह करेंगे कि जल्द से जल्द एचईसी का आधुनिकीकरण किया जाए और एचईसी के प्रबंधन को बैंक गारंटी दिलाई जाए जिससे एचईसी और वहां के कर्मचारियों का कायाकल्प हो सकें.

प्रतिनिधिमंडल भारी उद्योग मंत्री से करेगा मुलाकात: वहीं, दिल्ली जाने से पूर्व कर्मचारियों ने कहा कि जंतर मंतर पर धरना देने के बाद कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल देश के भारी उद्योग मंत्री महेंद्र पांडे से भी मुलाकात करेंगा. उन्हें भी एचईसी में काम करने वाले कर्मचारियों की समस्या से अवगत कराया जाएगा. वहीं भारी उद्योग मंत्रालय के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी.

पीएम मोदी से उम्मीद: दिल्ली जा रहे कर्मचारियों ने कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही एचईसी के कर्मचारियों का बेड़ा पार कर सकते हैं. क्योंकि अधिकारियों और अन्य नेताओं ने एचईसी के जीर्णोद्धार के नाम पर पहले ही हाथ खड़ा कर लिया है. दिल्ली जाने से पहले एचईसी के कर्मचारियों ने कहा कि जंतर मंतर पर धरना प्रदर्शन करने के बाद सभी कर्मचारी रांची स्थित भाजपा कार्यालय कभी घेराव करेंगे. जिसकी रणनीति बनाई जा रही है.

वहीं, दिल्ली में प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों का समर्थन देने के लिए रांची के एचईसी मुख्यालय के सामने भी कर्मचारी 21 सितंबर को धरना देंगे ताकि रांची से लेकर दिल्ली तक कर्मचारियों की आवाज मजबूत हो सके. गौरतलब है कि एचईसी के हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं. इसलिए एचईसी में अधिकारियों की नियुक्ति और कर्मचारियों के वेतन को लेकर मजदूरों का एक संगठन दिल्ली रवाना हुआ है.

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