रांची: मांडर विधायक बंधु तिर्की ने वन भवन डोरंडा में वन प्रमंडल पदाधिकारी के साथ शनिवार को बैठक कर मांडर विधानसभा क्षेत्र के वन विभाग संबंधित समस्याओं से अवगत कराया था.
साथ ही समस्याओं में जंगली जानवरों के आतंक के मारे गए और घायल लोगों को जल्द मुआवजा देने का मामला उठाया था. जिसके बाद वन प्रमंडल पदाधिकारी ने लगभग 10 लाख रुपए मुआवजा राशि देने की घोषणा की गई है.
इस बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी के साथ-साथ बेड़ो और मांडर के वन अधिकारी भी उपस्थित थे. विधायक बंधु तिर्की ने लापुंग निवासी सुषमा खलखो, सुमन अविरल खलखो, ठकरी पाहन और बेड़ों निवासी सीता उराईन, जिनकी मृत्यु जंगली हाथी ने पिछले साल कर दी थी, उनका मुआवजा अभी तक नहीं मिलने का मामला भी उठाया था.
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साथ ही लापुंग प्रखंड के ही सात अन्य लोगों को भालू ने घायल कर दिया गया था, जिनका मुआवजा का भी मामला उठाया. जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए वन प्रमंडल पदाधिकारी ने हाथी से मारे गए 4 व्यक्तियों के लिए मुआवजे की राशि 911250 रुपए और जंगली भालू से घायल हुए सभी 7 व्यक्तियों के लिए 26250 रुपए निर्गत करने की घोषणा की है.
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वहीं, बंधु तिर्की ने वनों में निवास करने वाले लोगों को वन पट्टा देने की लिए नियम सम्मत कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया है और जंगली हाथियों को भगाने के लिए सामग्री टॉर्च, पटाखे जैसे चीजों का व्यवस्था ब्लॉक में करने के निर्देश दिए है. साथ ही वनाच्छादित क्षेत्रों में जंगली हाथियों से बचाव के पोस्टर और स्लोगन लगाने का भी निर्देश दिया गया है और नुक्कड़ नाटक समेत अन्य साधनों से ग्रामीणों में जागरूकता लाने का कार्यक्रम चलाने की भी बात कही है.