रांची: झारखंड में सक्रिय साइबर अपराधी संगठित गिरोह बना कर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. आम हो या खास उनके खातों में सेंधमारी करने के लिए बाकायदा गिरोह में आईटी एक्सपर्ट को भी शामिल किया गया है. सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच के द्वारा गिरफ्तार सायबर अपराधियों ने इस सम्बंध में कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं.
बीसीए छात्र बन रहे साइबर अपराधी: साइबर क्रिमिनल्स को लेकर झारखंड का जामताड़ा जिला भले ही पूरे भारत मे बदनाम रहा है, लेकिन अब देश की कोयला राजधानी धनबाद और बाबा नगरी देवघर भी साइबर अपराध का बड़ा हब बन गया है. दोनों ही शहरों से साइबर अपराधियों की नई खेप तैयार की जा रही है, जो विभिन्न गैंग्स में बंट कर ठगी की घटनाओं अंजाम दे रहे हैं. हर गैंग में एक आईटी एक्सपर्ट जरूर शामिल रहता है. सीआईडी के साइबर क्राइम ब्रांच ने साइबर गैंग के एक ऐसे ही आईटी एक्सपर्ट राजेश मंडल को धनबाद के हीरापुर से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार राजेश धनबाद के पीके राय कॉलेज से बीसीए की पढ़ाई कर अपने दो दोस्तों छोटेलाल मंडल और राहुल कुमार मंडल सायवर गिरोह का संचालन कर रहा था.
लिंक तैयार करना है मुख्य काम: राजेश मंडल ने साइबर क्राइम ब्रांच को बताया कि वह ठगी के लिए लिंक तैयार करता है, अगर कोई भी उसके लिंक पर क्लिक कर देगा तो इसके खाते से पैसे निकालने के लिए किसी भी तरह के ओटीपी की भी जरूरत नही पड़ेगी. उदाहरण के लिए ये लिंक https://bittu.cat/ERLIM राजेश मंडल के द्वारा ही बनाया गया है. ऐसे लिंक अगर आपको अपने फोन पर किसी अज्ञात नंबर से आता है तो तुरंत उसे डिलीट कर ब्लॉक कर दें, अगर भूल कर भी अपने ऐसे लिंक पर क्लिक किया तो आपके खाते से पैसे गायब होने से कोई नहीं बचा पाएगा.
दो हजार में एक लिंक तैयार, कोलकाता से मिलता है सपोर्ट: राजेश मंडल ने पूछताछ में ठगी वाले लिंक को लेकर भी कई तरह के खुलासे किए हैं. मंडल के अनुसार एक ठगी का लिंक तैयार करने में मात्र 2 हजार रुपये खर्च होते है. इसमे कोलकाता के आईटी एक्सपर्ट्स भी खूब मदद करते हैं. राजेश के अनुसार वह वैसे तो सिर्फ अपने गिरोह के लिए ही लिंक बनाता है, लेकिन अगर पैसे ज्यादा मिले तो वह दूसरे साइबर गिरोह के लिए भी लिंक बना कर सप्लाई करता है.
ऑनलाइन ट्रेनिंग भी करवायी जाती है: राजेश मंडल के अनुसार पश्चिम बंगाल के आसनसोल और कोलकाता जैसे शहर से लिंक बनाने के लिए ऑनलाइन ट्रेनिग भी दी जाती है. खासकर बीसीए पास छात्रों को ऐसे मौके ज्यादा दिए जाते हैं.
लिंक पर क्लिक से क्या क्या होगा,जान लीजिए: राजेश मंडल ने पुलिस के पूछताछ में बताया है कि उनका गिरोह हर तरह के बैंकिंग संबंधी फ्राड को अंजाम देता है. राजेश ने अब तक एचडीएफसी, बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, चोलामंडलम जैसे बैंकों के फर्जी वेबसाइट और लिंक का निर्माण किया है. राजेश मंडल से जब यह पूछा गया कि वह जिस तरह के लिंक का निर्माण करता है उसके जरिये फोन का कौन कौन सा ऐप हैक हो जाता है, इस मामले में जो जानकारी राजेश मंडल ने दी है वो काफी चौकाने वाला है. राजेश मंडल के अनुसार वह किसी के भी मोबाइल पर Dear user your hdfc net banking will be closed today please update clik here https://bittu.cat/ERLI मैसेज भेजता है. अगर आप इस लिंक को क्लिक कर देते है तो आपके फोन एक्सटर्नल स्टोरेज, सेंड एसएमएस, कैमरा, इंटरनल स्टोरेज, मैसेज रिक्वेस्ट, वाइब्रेशन, फिंगरप्रिंट, वाईफाई नेटवर्क सभी कुछ हैक हो जाता है. इसके बाद बड़े ही आसानी से खाते से पैसे गायब कर दिए जाते हैं.