रांची: जमीन घोटाला मामले में झारखंड के बड़े कारोबारी विष्णु अग्रवाल से ईडी ने बुधवार को 9 घंटे तक पूछताछ की. विष्णु अग्रवाल दिन के 10.50 बजे ईडी के रांची जोनल ऑफिस पहुंचे थे, जिसके बाद उनसे जमीन घोटाले मामले में लंबी पूछताछ हुई.
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कागजातों के आधार पर हुई पूछताछ: ईडी ऑफिस में अधिकारियों ने विष्णु अग्रवाल से चेशायर होम रोड स्थित एक एकड़ जमीन की डील फर्जी कागजातों के आधार पर किए जाने के संबंध में सवाल पूछे, वहीं विष्णु अग्रवाल से प्रेम प्रकाश से कारोबारी रिश्तों को लेकर भी लंबी पूछताछ हुई. गौरतलब है कि जांच में प्रेम प्रकाश की चेशायर होम रोड की लैंड डील में भूमिका सामने आयी है. इस खरीद के मनी ट्रेल में डेढ़ करोड़ से अधिक रुपये प्रेम प्रकाश ने लिए थे.
कई कागजात विष्णु अग्रवाल ने सौंपे: पूछताछ के दौरान ईडी ने जमीन कारोबार से जुड़े कई दस्तावेज विष्णु अग्रवाल से लिए, अब सभी जमीन के दस्तावेजों का सत्यापन ईडी करेगी. ईडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि प्रेम प्रकाश के कहने पर जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले अफसर अली ने एक एकड़ जमीन की रजिस्ट्री प्रेम प्रकाश के दोस्त पुनीत भार्गव को की थी. इस जमीन को बाद में पुनीत भार्गव ने विष्णु अग्रवाल को बेची. जमीन की डील के बाद पुनीत भार्गव ने डेढ़ करोड़ से अधिक राशि प्रेम प्रकाश को दी थी.
अफसर को भी मिलने थे डेढ़ करोड़: विष्णु अग्रवाल ने जिस जमीन की खरीद की थी, उस डील में अफसर अली को भी डेढ़ करोड़ मिलने थे. यह पैस उसे प्रेम प्रकाश से लेने थे, लेकिन बाद में 3.81 एकड़ के एक प्लॉट को रिस्ट्रिक्टेड लिस्ट से हटाने के लिए उसने प्रेम प्रकाश की मदद ली थी. प्रेम प्रकाश ने तब फोन पर तत्कालीन डीसी छवि रंजन को प्लाट नंबर 891, 893 के 1.32 एकड़ को रिस्ट्रिक्टेड लिस्ट से हटाने को कहा था. काम होने के बाद एक करोड़ रुपये छवि रंजन को मिलने थे, जिसका समायोजन चेशायर होम रोड के 1.50 करोड़ रुपये से होना था.