रांचीः झारखंड एटीएस में अमन श्रीवास्तव गिरोह को तगड़ी आर्थिक चोट दी है. अमन श्रीवास्तव गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एटीएस ने दो अपराधियों को दबोचा है, ये दोनों श्रीवास्तव गिरोह से ताल्लुक रखते हैं. दोनों के पास से 50 लाख नकद बरामद किए गए हैं. इसको लेकर एटीएस की छापेमारी जारी है. अमन श्रीवास्तव गिरोह के दोनों गुर्गे राजधानी के एक बड़े कारोबारी से रंगदारी के पैसे वसूल कर पतरातू जा रहे थे, इसी दौरान एटीएस ने उन्हें दबोच लिया.
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कांके और पतरातू के बीच हुई गिरफ्तारीः संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई में जुटी एटीएस को यह सूचना मिली थी कि जेल में बंद रहने के बावजूद अमन श्रीवास्तव गिरोह करोड़ों रुपए रंगदारी के जरिये वसूल रहा है. मामले की जानकारी मिलने के बाद एटीएस की टीम हुए ऐसे लोगों पर नजर रखने लगी, जिनसे अमन श्रीवास्तव गिरोह के द्वारा रंगदारी मांगी जा रही थी.
इसी बीच एटीएस को यह सूचना मिली कि रांची के एक बड़े कारोबारी से अमन श्रीवास्तव गिरोह के दो अपराधी एजाज और एम. सिंह लगातार मिल रहे हैं. एटीएस की टीम जब जांच में लगी तो उन्हें यह जानकारी मिल गई कि रांची के बड़े कारोबारी के द्वारा खौफ की वजह से अमन श्रीवास्तव गिरोह को 50 लाख रुपये की रंगदारी दी जानी है. पैसे लेने के लिए गैंग के दो कुख्यात अपराधी एजाज और सिंह रांची आएंगे.
इसकी जानकारी मिलने के बाद एटीएस की टीम दोनों अपराधियों पर नजर रखनी शुरू कर दी. आखिरकार रांची के गुप्त स्थान पर दोनों अपराधी रांची के बड़े कारोबारी से पैसा लेने पहुंचे और उनसे पैसा लेकर वे कार से कांके रोड होते हुए पिठोरिया की तरफ जाने लगे. एटीएस की तरफ से राजधानी के बाहर जाने वाले सभी रास्तों पर नजर रखी जा रही थी. जब एटीएस के अफसरों को यह जानकारी मिली कि दोनों अपराधी पिठोरिया होते हुए पतरातू या रामगढ़ जाएंगे तब उन्हें कांके पिठोरिया के बीच में ही पकड़ने की तैयारी शुरू हो गई. एटीएस की घेराबंदी काम आई और काके-पिठोरिया सड़क पर एक जगह एटीएस के द्वारा बनावटी जाम लगाकर अपराधियों को दबोचा लिया गया.
50 लाख कैश बरामदः गिरफ्तार अपराधियों के पास से एटीएस ने 50 लाख रुपए कैश बरामद किए हैं. पूछताछ में दोनों अपराधियों ने एटीएस को यह बताया है कि उनके बॉस यानी अमन श्रीवास्तव के कहने पर वे लोग रांची के एक बड़े कारोबारी से यह रकम रंगदारी के तौर पर वसूल कर रामगढ़ जा रहे थे. फिलहाल इस मामले में एटीएस की कार्रवाई अभी भी जारी है. एटीएस को गिरफ्तार अपराधियों के द्वारा कुछ और लिंक मिले हैं, जिस पर कार्रवाई की जा रही है.