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झारखंड पुलिस में बनेगा क्राइम इन्वेस्टिगेशन एंड प्रॉसिक्यूशन यूनिट, सीआईडी के अधीन करेगा काम

झारखंड पुलिस में क्राइम इन्वेस्टिगेशन एंड प्रॉसिक्यूशन यूनिट बनेगा. इसकी घोषणा गुरुवार को डीजीपी करेंगे. बताया जा रहा है कि इस यूनिट का प्रस्ताव सीआईडी की ओर से किया गया था, जिसपर झारखंड पुलिस मुख्यालय ने सहमति दे दी है.

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Published : Apr 6, 2022, 11:02 PM IST

Jharkhand Police
झारखंड पुलिस में बनेगा क्राइम इन्वेस्टिगेशन एंड प्रॉसिक्यूशन यूनिट

रांचीः झारखंड पुलिस अपराधिक घटनाओं के अनुसंधान और दोषी पाए जाने वाले आरोपियों को सजा दिलाने के लिए एक स्पेशल यूनिट तैयार कर रही है. इस नए यूनिट को क्राइम इंवेस्टिगेशन एंड प्रॉसिक्यूशन यूनिट (सीआइपीयू) नाम दिया गया है. सीआईडी की ओर से प्रस्ताव दिया गया था, जिसे झारखंड पुलिस मुख्यालय ने अपनी सहमति दे दी है. क्राइम इंवेस्टिगेशन एंड प्रोसिक्यूशन यूनिट सीआईडी के अधीन काम करेगा.

यह भी पढ़ेंः झारखंड में महिला हेल्प डेस्क को मजबूत करने की तैयारी, निर्भया फंड से 300 स्कूटी खरीदेगी CID


सीआईडी अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा के आदेश से सीआईपीयू के गठन संबंधी आदेश को गुरुवार को जारी कर दिया जाएगा. सीआईपीयू के तहत जिला और राज्य स्तर पर पुलिस अफसरों की तैनाती की जाएगी. इसके अलावे राज्य के सभी थानों में भी सीआईपीयू का कामकाज देखने के लिए अफसरों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. अनुसंधान पदाधिकारी कांड के अनुसंधान को फोकस करेंगे. वहीं, प्रत्येक थाना के नोडल पदाधिकारी का जिम्मा होगा कि वह ससमय गवाही पूरी कराएंगे. इसके साथ ही कांडवार कोर्ट के आदेश और कार्यवाही से जांच पदाधिकारी को अवगत कराए और इसकी जानकारी थानेदार को भी देंगे.


सीआईपीयू में राज्य स्तर पर एक रिव्यू कमेटी भी गठित की जाएगी. रिव्यू कमेटी में अभियोजन निदेशक, डीआईजी, सीआईडी और एसपी रहेंगे. इस कमेटी का काम केस का विश्लेषण करना होगा. किसी केस में आरोपी बरी हो जाता है तो यह कमेटी उस केस की समीक्षा करेगी. समीक्षा के दौरान केस के अनुसंधान के साथ साथ पीपी और एपीपी के कामकाज की भी समीक्षा होगी. इस समीक्षा में जिसकी गलती से आरोपी बरी होंगे, उसके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा कमेटी करेगी. वहीं, बेहतर अनुसंधान होने पर इस कमेटी की अनुशंसा पर ही रिवार्ड दिया जाएगा.

रांचीः झारखंड पुलिस अपराधिक घटनाओं के अनुसंधान और दोषी पाए जाने वाले आरोपियों को सजा दिलाने के लिए एक स्पेशल यूनिट तैयार कर रही है. इस नए यूनिट को क्राइम इंवेस्टिगेशन एंड प्रॉसिक्यूशन यूनिट (सीआइपीयू) नाम दिया गया है. सीआईडी की ओर से प्रस्ताव दिया गया था, जिसे झारखंड पुलिस मुख्यालय ने अपनी सहमति दे दी है. क्राइम इंवेस्टिगेशन एंड प्रोसिक्यूशन यूनिट सीआईडी के अधीन काम करेगा.

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सीआईडी अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा के आदेश से सीआईपीयू के गठन संबंधी आदेश को गुरुवार को जारी कर दिया जाएगा. सीआईपीयू के तहत जिला और राज्य स्तर पर पुलिस अफसरों की तैनाती की जाएगी. इसके अलावे राज्य के सभी थानों में भी सीआईपीयू का कामकाज देखने के लिए अफसरों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी. अनुसंधान पदाधिकारी कांड के अनुसंधान को फोकस करेंगे. वहीं, प्रत्येक थाना के नोडल पदाधिकारी का जिम्मा होगा कि वह ससमय गवाही पूरी कराएंगे. इसके साथ ही कांडवार कोर्ट के आदेश और कार्यवाही से जांच पदाधिकारी को अवगत कराए और इसकी जानकारी थानेदार को भी देंगे.


सीआईपीयू में राज्य स्तर पर एक रिव्यू कमेटी भी गठित की जाएगी. रिव्यू कमेटी में अभियोजन निदेशक, डीआईजी, सीआईडी और एसपी रहेंगे. इस कमेटी का काम केस का विश्लेषण करना होगा. किसी केस में आरोपी बरी हो जाता है तो यह कमेटी उस केस की समीक्षा करेगी. समीक्षा के दौरान केस के अनुसंधान के साथ साथ पीपी और एपीपी के कामकाज की भी समीक्षा होगी. इस समीक्षा में जिसकी गलती से आरोपी बरी होंगे, उसके खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा कमेटी करेगी. वहीं, बेहतर अनुसंधान होने पर इस कमेटी की अनुशंसा पर ही रिवार्ड दिया जाएगा.

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