रांचीः राजधानी में बरियातू थाना क्षेत्र के चिरौंदी में दोहरे हत्याकांड का कनेक्शन मोराबादी मैदान से जुड़ गया है. लालपुर थाना क्षेत्र के मोरहाबादी मैदान में आधा दर्जन के करीब जूस काउंटर हैं. जिनमें से अधिकांश चिरौंदी में मारे गए मुकेश के थे. मुकेश और उसके छोटे भाई दिनेश का जूस के व्यापार में बढ़ते प्रभाव की वजह से ही शुक्रवार की रात मुकेश और उसके स्टाफ रोहन को मौत के घाट उतार दिया गया.
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अशोक और धर्मेंद्र की तलाशः पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के आवास के ठीक सामने जूस काउंटर चलाने वाले मुकेश और उनके कर्मचारी रोहन के हत्याकांड की गुत्थी करीब-करीब पुलिस ने सुलझा ली है. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोहरे हत्याकांड को मोरहाबादी मैदान में ही (रांची जूस एंड स्नैक्स) जूस काउंटर चलाने वाले धर्मेंद्र और अशोक ने अंजाम दिया है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने दोनों की पहचान होने का भी दावा किया है. शुक्रवार की देर रात पुलिस ने धर्मेंद्र और अशोक के घर पर छापेमारी भी की थी लेकिन दोनों फरार मिले. दोनों की जूस दुकान भी बंद है और सारे स्टाफ भी भाग चुके हैं.
दिनेश और मुकेश का बढ़ रहा था प्रभावः झारखंड के चतरा जिले के रहने वाले दो भाई दिनेश साव और मुकेश साव पिछले 20 साल से राजधानी के मोरहाबादी मैदान में जूस काउंटर लगाकर कारोबार कर रहे हैं. मुंबई जूस एंड शेक के नाम से मोरहाबादी मैदान में दिनेश और मुकेश के तीन काउंटर हैं. जबकि गैंगस्टर कालू लामा की हत्या के बाद मोरहाबादी मैदान से जब दुकानों को हटाया गया था, उसे दौरान अशोक और धर्मेंद्र के दुकान को भी हटा दिया गया था.
इस दौरान दिनेश और मुकेश ने नगर निगम से निबंधन करवाया और अपनी जूस की दुकानों को स्थायी कर लिया था. जबकि अशोक और धर्मेंद्र की दुकानें लाख कोशिश के बावजूद मोरहाबादी मैदान में नहीं लग पाई. अशोक को यह लगता था कि मुकेश और दिनेश की वजह से ही उसके जूस काउंटर मोरहाबादी मैदान में नहीं लग पा रहे हैं. इसी वजह से वह लगातार दोनों भाइयों से दुश्मनी पाल रखा था. हाल के दिनों में दिनेश और मुकेश ने एक और नया काउंटर खोल लिया था जिसे लेकर अशोक और धर्मेंद्र उसे धमकी भी दे रहे थे.
इस दोहरे हत्याकांड में मारे गये मुकेश के भाई ने बयान दिया है कि 1 जुलाई को लालपुर थाना को शिकायत दी गयी थी. जिसमें उन्होंने मिल रही धमकी और जान का खतरा होने की जानकारी पुलिस को दी गयी थी. लेकिन पुलिस ने इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं की.
खतरनाक हो चला है मोरहाबादी मैदानः रांची का ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान अब बेहद खतरनाक हो चुका है. ताजी हवा खाने और टहलने के लिए मशहूर मोरहाबादी मैदान अब असामाजिक तत्वों और नशेड़ियों का अड्डा बन गया है. स्कूल कॉलेज नजदीक होने की वजह से इस इलाके में जूस और चौमिन चिली के दुकानें जबरदस्त चलती हैं. नगर निगम के द्वारा दुकान लगाने के लिए बहुत कम लाइसेंस जारी किए गए हैं. लेकिन पुलिस और निगम कर्मियों के मिलीभगत से पूरा मोरहाबादी मैदान ठेला और खोमचों से भरा है. आलम यह है कि अब मोरहाबादी मैदान में काउंटर लगाने को लेकर भी खूनी संघर्ष शुरू हो गया है, उसी का नतीजा है कि मुकेश और रोहन को अपनी जान गंवानी पड़ी.
एसआईटी कर रही है तलाशः रांची के सीनियर एसपी किशोर कौशल ने बताया कि दोहरे हत्याकांड के खुलासे के लिए एसआईटी गठन किया जा चुका है. एसआईटी को अहम सुराग हाथ लगे हैं. जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है जल्द ही हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में होंगे.