रांचीः साइबर अपराधी हर दिन नए-नए तरीकों से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. झारखंड के लोग जामताड़ा के साइबर अपराधियों से परेशान तो थे ही, अब बंगाल के साइबर अपराधी भी झारखंड में सक्रिय हो गए हैं. बंगाल के साइबर अपराधियों का यह गिरोह सस्ते समानों की खरीद का झांसा देकर लोगों से ठगी कर रहा है. सबसे हैरान करने वाली बात तो यह है कि यह गिरोह दूसरे के खातों का प्रयोग कमर्शियल वेबसाइट से खरीदारी के लिए इस्तेमाल कर रहा है.
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बंगाल से है साइबर ठगों का कनेक्शनः साइबर ठगों का गिरोह अब दूसरे के खाते से ऑनलाइन सामान मंगवाकर उसे सस्ती कीमतों में बाजार में बेचने के नाम पर भी ठगी करने लगा है. हाल के दिनों में ऐसे दो साइबर अपराधियों को रांची के लोअर बाजार पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मामले की तफ्तीश में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि इस गिरोह को पश्चिम बंगाल के शेख इमरान ऑपरेट करता है. इस बात का खुलासा जेल गए देवघर निवासी शमीम अंसारी और बशीर अंसारी ने किया है. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि पश्चिम बंगाल निवासी शेख इमरान गिरोह का सरगना है. वह शातिराना तरीके से लोगों को ठगी का शिकार बनाता है.
कैसे करते हैं ठगीः दरअसल, इस साइबर ठग गिरोह की नजरें ऑनलाइन खरीदारी करने वाले लोगों पर रहती हैं. खासकर वैसे लोग जो ऑनलाइन पेमेंट कर होम डिलीवरी अपने घरों तक मंगवाते हैं. खातों को हैक कर इमरान खुद से ही दूसरे व्यक्ति के खाते से ऑनलाइन महंगे सामानों की खरीदारी करता था, जिसका पैसा संबंधित व्यक्ति के खाते से ही कटता था. फिर उस सामान को कुरियर के माध्यम से रांची में रह रहे गिरोह के सदस्यों के पते पर भेजवाता था. इसकी जानकारी सरगना इमरान अपने गिरोह के सदस्यों को भी दिया करता था. कुरियर ब्वाय का फोन आने के बाद गिरोह के सदस्य अपने पते पर उन्हें बुलाने के बजाए, दूसरी जगह पर सामानों की डिलेवरी लेते हैं, ताकि उनके लोकेशन की जानकारी किसी को नहीं मिल सके. गिरोह के सदस्य करीब एक साल से इस तरह से ठगी के सामानों को बाजार में खपा रहे थे.
बशीर और रज्जाक बाजार में बेचते थे सामानः रांची के कांटाटोली मौलाना आजाद कॉलोनी में बशीर अंसारी, शमीम अंसारी, अख्तर अंसारी और अब्दुल रज्जाक किराए के मकान में एक साल से रह रहे थे. आरोपी बशीर और अब्दुल रज्जाक को कुरियर से आए सामानों को खपाने की जिम्मेदारी दी गई थी. शमीम कुरियर से आए सामानों की डिलेवरी लेता था. उस सामान को बशीर और रज्जाक के हवाले कर देता था. इसके बाद दोनों आरोपी दुकानों में जाकर 10 हजार के सामान को छह हजार रुपए में बेच देते थे.
बिक्री से प्राप्त आधी रकम लेता था सरगनाः सामान के बिक्री से प्राप्त आधी राशि गिरोह का सरगना इमरान लेता था. दुकानदार से बशीर और रज्जाक आधी रकम अख्तर के फोन पे में ट्रांसफर करवाते थे, शेष आधी रकम नगद के रूप में दुकानदार से लेते थे.
गिरोह के सरगना समेत तीन की तलाश में पुलिसः लोअर बाजार थाना की पुलिस ने तीन अगस्त को इस गिरोह के दो सदस्य को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. जेल जाने वालों में बशीर अंसारी और शमीम अंसारी शामिल हैं. इन आरोपियों के पास से पुलिस ने टीवी समेत कई चीजें बरामद की थी. वहीं गिरोह का सरगना शेख इमरान, अख्तर अंसारी, अब्दुल रज्जाक की तलाश में जुटी हुई है. लोअर बाजार थाना प्रभारी दयानंद ने बताया कि इस गिरोह के दूसरे सदस्यों की तलाश में पुलिस पूरी तरह से सक्रिय है. जल्दी वे सभी भी सलाखों के पीछे होंगे.