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सीपीएम नेताओं ने दलादली चौक पर लगाई सुभाष मुंडा की प्रतिमा, चौक का नाम बदलने का किया ऐलान - jharkhand news

सीपीएम कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को रांची के नगरी क्षेत्र के दलादली में युवा नेता सुभाष मुंडा की प्रतिमा का अनावरण किया. प्रतिमा अनावरण करने के बाद उस चौक का नाम सुभाष मुंडा चौक बनाने का ऐलान किया गया. इस मौके पर सीपीएम की वरिष्ठ नेत्री वृंदा करात सहित सैकड़ों सीपीएम नेता और स्थानीय लोग शामिल हुए.

statue of Subhash Munda
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Published : Aug 3, 2023, 5:06 PM IST

रांची: राजधानी के दलादली चौक को अब सुभाष मुंडा चौक के नाम से जाना जाएगा. सीपीएम के नेता सुभाष मुंडा को याद करते हुए दलादली चौक पर उनकी प्रतिमा स्थापित की गई, इसके बाद चौक का नाम बदलने की घोषणा की गई.

यह भी पढ़ें: सीपीआईएम ने राज्य में कानून व्यवस्था को बताया लचर, सुभाष मुंडा हत्याकांड को लेकर तीन अगस्त को बुलाई गई संवेदना सभा

दरअसल, सीपीएम के युवा नेता सुभाष मुंडा की हत्या के विरोध में और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए सीपीएम ने दलादली चौक पर 3 अगस्त को श्रद्धांजलि और संकल्प सभा के आयोजन की घोषणा की थी. पूर्व से घोषित कार्यक्रम के तहत सीपीएम पार्टी के सैकड़ों नेता और पूर्व सांसद सह पोलित सदस्य वृंदा करात दलादली चौक पहुंचे. इसके साथ ही सभी नेता सुभाष मुंडा के घर जाकर उनके परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें सांत्वना देकर जीवन भर साथ देने का आश्वासन दिया.

सैकड़ों लोगों ने किया प्रतिमा पर माल्यार्पण: बता दें कि सुभाष मुंडा की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव पहले स्थानीय ग्राम सभा से पारित की गयी. जिसके बाद दलादली चौक पर सुभाष मंडा की एक प्रतिमा लगाई गई. इस प्रतिमा का अनावरण पूर्व सांसद वृंदा करात और वाम दल और क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने माला अर्पित कर किया. श्रद्धांजलि सह संकल्प सभा में पूर्व सांसद वृंदा करात ने कहा कि सुभाष मुंडा भले ही सीपीएम के युवा नेता थे. लेकिन उन्हें कई वरिष्ठ नेता भी पसंद करते थे. उनकी पकड़ समाज के हर वर्ग में थी. इसलिए सुभाष मुंडा को स्थानीय लोग अपनी जान से ज्यादा पसंद करते थे. इसका अनुमान उनके शव यात्रा में लोगों की भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है.

'सुभाष मुंडा की मां ने एक बहादुर बेटे को जन्म दिया': वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने कहा कि सुभाष मुंडा की मां ने एक बहादुर बेटे को जन्म दिया था, जो इतनी कम उम्र में समाज की भलाई के लिए शहीद हो गया. उन्होंने कहा कि सुभाष मंडा अपने विरासत को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे और वो अपने पूर्वजों के द्वारा मिले विरासत का सम्मान भी करते थे. लेकिन आदिवासियों के लिए सम्मान कई लोगों को पच नहीं रहा था. इसलिए निर्ममता पूर्वक राज्य के युवा और होनहार नेता की कुछ अपराधियों ने हत्या कर दी.

लोगों ने की परिवार की सुरक्षा की मांग: आयोजित श्रद्धांजलि एवं संकल्प सभा में सैकड़ों लोगों ने सुभाष मुंडा के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए दलादली क्षेत्र में पैदल मार्च किया. लोगों ने मांग की है कि सुभाष मुंडा के परिवार को भी सुरक्षा मुहैया करायी जाए. सुभाष मुंडा के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर एक शिष्टमंडल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात कर चुका है और अपराधियों को पकड़ने और उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग कर चुका है.

पुलिस ने किया चार लोगों को गिरफ्तार: हालांकि प्रशासन ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे पूछताछ के दौरान पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. अपराध में शामिल लोगों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस अब आगे की कार्रवाई में जुट गई है. इस मौके पर पूर्व सांसद वृंदा करात, राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, सीपीएम नेता प्रफुल्ल लिंडा, समीर दास, वीना लिंडा, सुफल महतो सहित सैकड़ों की संख्या में सीपीएम कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद थे.

रांची: राजधानी के दलादली चौक को अब सुभाष मुंडा चौक के नाम से जाना जाएगा. सीपीएम के नेता सुभाष मुंडा को याद करते हुए दलादली चौक पर उनकी प्रतिमा स्थापित की गई, इसके बाद चौक का नाम बदलने की घोषणा की गई.

यह भी पढ़ें: सीपीआईएम ने राज्य में कानून व्यवस्था को बताया लचर, सुभाष मुंडा हत्याकांड को लेकर तीन अगस्त को बुलाई गई संवेदना सभा

दरअसल, सीपीएम के युवा नेता सुभाष मुंडा की हत्या के विरोध में और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए सीपीएम ने दलादली चौक पर 3 अगस्त को श्रद्धांजलि और संकल्प सभा के आयोजन की घोषणा की थी. पूर्व से घोषित कार्यक्रम के तहत सीपीएम पार्टी के सैकड़ों नेता और पूर्व सांसद सह पोलित सदस्य वृंदा करात दलादली चौक पहुंचे. इसके साथ ही सभी नेता सुभाष मुंडा के घर जाकर उनके परिजनों से भी मुलाकात की और उन्हें सांत्वना देकर जीवन भर साथ देने का आश्वासन दिया.

सैकड़ों लोगों ने किया प्रतिमा पर माल्यार्पण: बता दें कि सुभाष मुंडा की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव पहले स्थानीय ग्राम सभा से पारित की गयी. जिसके बाद दलादली चौक पर सुभाष मंडा की एक प्रतिमा लगाई गई. इस प्रतिमा का अनावरण पूर्व सांसद वृंदा करात और वाम दल और क्षेत्र के सैकड़ों लोगों ने माला अर्पित कर किया. श्रद्धांजलि सह संकल्प सभा में पूर्व सांसद वृंदा करात ने कहा कि सुभाष मुंडा भले ही सीपीएम के युवा नेता थे. लेकिन उन्हें कई वरिष्ठ नेता भी पसंद करते थे. उनकी पकड़ समाज के हर वर्ग में थी. इसलिए सुभाष मुंडा को स्थानीय लोग अपनी जान से ज्यादा पसंद करते थे. इसका अनुमान उनके शव यात्रा में लोगों की भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है.

'सुभाष मुंडा की मां ने एक बहादुर बेटे को जन्म दिया': वरिष्ठ नेता वृंदा करात ने कहा कि सुभाष मुंडा की मां ने एक बहादुर बेटे को जन्म दिया था, जो इतनी कम उम्र में समाज की भलाई के लिए शहीद हो गया. उन्होंने कहा कि सुभाष मंडा अपने विरासत को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे और वो अपने पूर्वजों के द्वारा मिले विरासत का सम्मान भी करते थे. लेकिन आदिवासियों के लिए सम्मान कई लोगों को पच नहीं रहा था. इसलिए निर्ममता पूर्वक राज्य के युवा और होनहार नेता की कुछ अपराधियों ने हत्या कर दी.

लोगों ने की परिवार की सुरक्षा की मांग: आयोजित श्रद्धांजलि एवं संकल्प सभा में सैकड़ों लोगों ने सुभाष मुंडा के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए दलादली क्षेत्र में पैदल मार्च किया. लोगों ने मांग की है कि सुभाष मुंडा के परिवार को भी सुरक्षा मुहैया करायी जाए. सुभाष मुंडा के हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर एक शिष्टमंडल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात कर चुका है और अपराधियों को पकड़ने और उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग कर चुका है.

पुलिस ने किया चार लोगों को गिरफ्तार: हालांकि प्रशासन ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे पूछताछ के दौरान पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. अपराध में शामिल लोगों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस अब आगे की कार्रवाई में जुट गई है. इस मौके पर पूर्व सांसद वृंदा करात, राज्य सचिव प्रकाश विप्लव, सीपीएम नेता प्रफुल्ल लिंडा, समीर दास, वीना लिंडा, सुफल महतो सहित सैकड़ों की संख्या में सीपीएम कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद थे.

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