रांची: राजधानी रांची में सुभाष मुंडा की हुई हत्या को लेकर आम लोगों में तो आक्रोश है ही साथ ही उनकी पार्टी सीपीआईएम के लोगों में भी खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में रविवार को रांची में पार्टी कार्यालय में माकपा सदस्यों और कार्यकर्ताओं की बैठक हुई. इस बैठक के जरिए सुभाष मुंडा की हत्या का विरोध किया गया और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की गई. साथ ही तीन अगस्त को संवेदना सभा के आयोजन की घोषणा की गई.
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बैठक में शामिल सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता प्रकाश विप्लव ने बताया कि हत्या के तीन दिन बाद भी हत्यारों का कुछ पता नहीं चल रहा है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. सीपीआई(एम) के पोलित ब्यूरो सदस्य और पूर्व सांसद डॉ रामचंद्र डोम ने कहा कि जिस तरह से राज्य में लॉ एंड ऑर्डर ध्वस्त हो गया है. यह आम लोगों के लिए भी समस्या है. जब सुभाष मुंडा जैसे शख्सियत को सरेआम अपराधी घर में घुसकर गोली मार सकते हैं तो आम लोग कितना सुरक्षित हैं, यह अनुमान लगाया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि इस घटना को प्रशासन के द्वारा जमीन दलाल का मामला बताया जा रहा है. जबकि मृतक सुभाष मुंडा खुद ही एक जमींदार थे और वह कई एकड़ जमीन के मालिक थे. उस इलाके के सुभाष मुंडा एक उभरते हुए नेता थे और सीपीआईएम पार्टी के साथ उनका और उनके परिवार का पुराना रिश्ता रहा है.
उन्होंने कहा कि पार्टी के सदस्य होने के नाते हेमंत सोरेन से उन्होंने अपील की है कि यह मामला बहुत ही गंभीर है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रशासन गंभीरता दिखाए. उन्होंने कहा कि आगामी तीन अगस्त को दलादली चौक पर इस घटना के विरोध में एक संवेदना सभा का आयोजन किया जाएगा. जिसमें पूर्व सांसद बृंदा करात सहित सीपीआईएम के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे.