रांची: बढ़ती महंगाई सार्वजनिक संपत्तियों के निजीकरण और किसान आंदोलन को लेकर झारखंड भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के द्वारा एक अहम बैठक की गई.
इस बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता भुवनेश्वर मेहता और सूरजपत सिंह की अध्यक्षता में हुई. बैठक के बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव व पूर्व सांसद भुवनेश्वर मेहता ने बताया कि किसान संगठनों के आवाह्नन पर 26 मार्च को भारत बंद का झारखंड इकाई की भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पूर्ण समर्थन करती है.
पूरे राज्य में बंदी को सफल बनाएगी भाकपा
भुवनेश्वर मेहता ने बताया कि किसान संगठनों ने सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को बंद का समर्थन करने के लिए अपील की है. इसीलिए किसानों के आंदोलन को सफल बनाने और नए कृषि कानून को वापस कराने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पूरी ताकत के साथ झारखंड में बंद का समर्थन करेगी.
पांच राज्यों के चुनाव में सरकार मदमस्त
भुनेश्वर मेहता बताते हैं सरकार की हठधर्मिता के कारण किसान महीनों से सड़क पर हैं, सैकड़ों किसान शहीद हो चुके हैं लेकिन सरकार पांच राज्यों के चुनाव में मदमस्त हैं. देश के किसान मजदूर, छात्र, नौजवान सभी सरकार की नीतियों से परेशान है.
सरकारी संस्थानों को निजी हाथों में बेचने की साजिश बैंक, एलआईसी, जीआईसी एवं अन्य सार्वजनिक संस्थानों को सरकार बेच रही है. इससे देश में सरकारी नौकरियां कम हो रहीं हैं.
मेहता ने बताया 26 मार्च को किसानों के आवाह्नन पर भारत बंद को सफल बनाने के लिए झारखंड में भाकपा शांतिपूर्वक तरीके से रेलवे ट्रैक, हाईवे, और जिला मुख्यालय के सभी मुख्य मार्गों पर उतरकर बंद को सफल बनाने की पूरी प्रयास करेगी. भाकपा पूरी क्षमता के अनुकूल सड़कों पर उतरकर काले कानून का विरोध करेगी और बंद को सफल बनया जाएगा.