रांची: झारखंड में करीब पांच महीने बाद एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की हाफ सेंचुरी लगी है. 31 अक्टूबर को राज्य में कोरोना संक्रमितों के 52 एक्टिव केस थे. इसके बाद धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण के मामले लगातार घटते गए. जनवरी 2023 में 23 जनवरी तक राज्य में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं बचे थे. इसके बाद फिर इक्का दुक्का केस मिलना शुरू हुआ. 18 मार्च 2023 को राज्य में कोरोना के 10 एक्टिव केस हो गए थे, जो 19 मार्च को 11 हो गया. पिछले दो सप्ताह में तो लगभग हर दिन राज्य के अलग-अलग जिलों में केस मिलना शुरू हुआ और अप्रैल 05 होते-होते कोरोना के एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 51 हो गयी.
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सबसे अधिक कोरोना संक्रमित रांची में: झारखंड में कोरोना के कुल 51 एक्टिव केस है, जिसमें सबसे ज्यादा 14 रांची में है. देवघर जिले में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 12, पूर्वी सिंहभूम में 11, हजारीबाग में 03, कोडरमा में 02, लातेहार में 01, लोहरदगा में 06 और रामगढ़ में 02 कोरोना संक्रमित हैं.
राज्य में काफी कम हो रहा है कोरोना जांच: झारखंड में हर दिन केस तब बढ़ते जा रहे हैं, जब संदिग्ध लोगों की काफी कम जांच हो रही है. बुधवार को सिर्फ 1,177 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 12 पॉजिटिव केस मिले. राज्य में अब तक 02 करोड़ 30 लाख 92 हजार से अधिक सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए लिए गए हैं, जिसमें से 02 करोड़ 30 लाख 87 हजार 852 सैंपल की जांच हुई है.
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अभी तक 04 लाख 42 हजार 661 कोरोना पॉजिटिव झारखंड में मिले हैं, जिसमें से 04 लाख 37 हजार 278 लोग ठीक हो गए, जबकि 5,332 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गयी. केस बढ़ने के ट्रेंड के बीच राहत की बात सिर्फ इतनी है कि अभी भी 7 डेज ग्रोथ काफी लंबा यानि 7,15,791 दिन का है. राज्य में कोरोना का रिकवरी रेट 98.78% है जबकि मोर्टेलिटी रेट 1.20% है.
डॉक्टरों ने दी सावधानी बरतने की सलाह: पूरे कोरोना काल में मरीजों की सेवा में लगे डॉक्टरों ने राज्यवासियों को कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच सावधानी बरतने की सलाह दी है. मास्क लगाने, भीड़ भाड़ वाले इलाके में मास्क लगाने, सर्दी-खांसी और बुखार होने पर कोरोना टेस्ट कराने और चिकित्सकों की सलाह पर दवा खाने की सलाह दी है. डॉ बिमलेश कुमार सिंह ने कहा कि जिन लोगों को ILI (इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस) हो और सांस लेने में दिक्कत हो रही हो, तो तत्काल नजदीकी सरकारी अस्पताल जाकर डॉक्टर को अपनी समस्या बताएं.