रांची: झारखंड पुलिस मुख्यालय में कोरोना संक्रमण फैलने के बाद सीआईडी मुख्यालय में भी संक्रमण फैलने का खतरा है. सीआईडी ने गुमला और डालटेनगंज में सरकारी विभागों से करोड़ों की निकासी में दो अपराधियों को रिमांड पर लिया था. जब दोनों आरोपियों का कोरोना टेस्ट करवाया गया तो दोनों पॉजिटिव निकले. इसके बाद सीआईडी में भी कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है.
कर्मियों की कोरोना जांच कराने का फैसला
मिली जानकारी के अनुसार आरोपियों को रिमांड पर लिए जाने के बाद सीआईडी मुख्यालय के इंट्रोगेशन सेल समेत अलग-अलग कार्यालयों में ले जाकर आरोपियों से पूछताछ की गई थी. जांच अधिकारियों के साथ-साथ आला अधिकारियों ने भी बैंक से करोड़ों की निकासी के मामले में आरोपियों से पूछताछ किया था, लेकिन जेल भेजे जाने के बाद जब आरोपियों की कोरोना जांच करायी गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव मिला. पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने के बाद सीआईडी मुख्यालय ने सारे कर्मियों की कोरोना जांच कराने का फैसला लिया था.
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सबकी हुई जांच, रिपोट का इंतजार
शनिवार को सीआईडी और जैप के कार्यालय कर्मियों ने कारोना की जांच करायी थी. करीब 100 की संख्या में पुलिसकर्मियों ने यहां सैंपल दिया है. रविवार तक सीआईडी मुख्यालय के कर्मियों की रिपोर्ट आ सकती हैं. रिपोर्ट आने तक जांच कराने वाले कर्मियों को आइसोलेशन में रहने की सलाह भी दी गई है. कोरोना संक्रमण काफी तेजी से जेल में भी फैल रहा है. रिमांड पर लिए गए अपराधियों में कोरोना संक्रमण फैलने से इस बात की पुष्टि हुई है कि ये सभी जेल में संक्रमित हुए हैं. सीआईडी की ओर से रिमांड पर लिए गए आरोपित के अलावा रांची पुलिस की ओर से रिमांड पर लिए गए अमन साव गिरोह का एक अपराधी भी कोरोना संक्रमित पाया गया है.
जेलों में भी फैल रहा कोरोना
जेल भेजे जाने के पहले संबंधित अपराधी की रिपोर्ट नेगेटिव आयी थी, लेकिन रिमांड पर पूछताछ के लिए लाए जाने के बाद जांच में अपराधी की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. गौरतलब है कि रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के एक सिपाही को भी कोरोना हो गया था, जिसके बाद जेल प्रशासन ने वार्ड नंबर 13 को खाली करा दिया था, साथ ही वार्ड को सेनेटाइज भी किया गया था.