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PM मोदी के पुष्प अर्पित करने पर की थी शुद्धिकरण की घोषणा, आज दे रहें हैं जीत की बधाई

रांची में दो केंद्रीय सरना समितियों में विवाद उत्पन्न हो गया है. एक केंद्रीय सरना समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैनर पोस्टर लगा कर शुभकामना दी है. जिसपर दूसरी केंद्रीय सरना समिति ने दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाते हुए राजनीति रोटी सेंकने की बात कही है.

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Published : May 26, 2019, 7:46 PM IST

पीएम मोदी को दिए शुभकामना होर्डिंग पर उठा विवाद

रांचीः देश में दोबारा भारी बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने को लेकर एक केंद्रीय सरना समिति ने हार्डिंग लगाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं दी है. जिसे लेकर दूसरे केंद्रीय सरना समिति के लोगों ने आपत्ति जताई है. अल्बर्ट एक्का चौक पर शुभकामना होर्डिंग लगाए जाने के बाद एक केंद्रीय सरना समिति ने दूसरे को तथाकथित केंद्रीय सरना समिति बताते हुए आरोप लगाया कि ये लोग दोहरा चरित्र अपना कर राजनीति कर रहें हैं.

पीएम मोदी को दिए शुभकामना होर्डिंग पर उठा विवाद

एक केंद्रीय सरना समिति ने आरोप लगते हुए कहा है कि जो पहले प्रधानमंत्री का विरोध कर रहे थे आज देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के साथ ही अपना दोहरा चरित्र दिखाना शुरू कर दिया है. सरना समाज के लोग इनके दोहरे चरित्र को जान चुके हैं. केंद्रीय सरना समिति के कार्यकारिणी अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि जो तथाकथित केंद्रीय सरना समिति खुद को केंद्रीय सरना समिति कह रहे हैं. दरअसल वे क्रिश्चियन कम्युनिटी की दलाली करने वाले और चर्च के इशारों पर चलने वाले लोग हैं. मुंडा ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार का विरोध कर रहे थे आज वह अपने आप को बीजेपी और सरना समाज के लोगों का हितैषी बताने की कोशिश कर रहे हैं.

इधर, दूसरे केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को बधाई दिया है. जिस तरह से विपक्ष के लोग हारने के बाद जीतने वाले प्रत्याशी को बधाई देते हैं. उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा के प्रतिमा की शुद्धिकरण करने का फैसला जब लिया गया था उस समय परिस्थितियां कुछ और थी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय सरना समिति के आपत्ति जताने का कारण था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस पार्टी का नेतृत्व केंद्र में करते हैं उसी पार्टी की सरकार झारखंड सीएनटी-एसपीटी कानून में छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी.

ये भी पढ़ें- प्रेमिका ने चलती कार में प्रेमी को किया आग के हवाले, लड़के की मौत के बाद प्रेमिका गिरफ्तार

बता दें कि 23 अप्रैल की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची एयरपोर्ट से बिरसा चौक तक रोड शो किया था. रोड शो के दौरान उन्होंने भगवान बिरसा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया था. इस पर केंद्रीय सरना समिति ने आपत्ति जताई थी और भगवान बिरसा की प्रतिमा की शुद्धिकरण की घोषणा की थी. हालांकि, जिला प्रशासन ने केंद्रीय सरना समिति के लोगों को बिरसा चौक पहुंचने के दौरान ही रोक दिया गया था.

रांचीः देश में दोबारा भारी बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने को लेकर एक केंद्रीय सरना समिति ने हार्डिंग लगाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं दी है. जिसे लेकर दूसरे केंद्रीय सरना समिति के लोगों ने आपत्ति जताई है. अल्बर्ट एक्का चौक पर शुभकामना होर्डिंग लगाए जाने के बाद एक केंद्रीय सरना समिति ने दूसरे को तथाकथित केंद्रीय सरना समिति बताते हुए आरोप लगाया कि ये लोग दोहरा चरित्र अपना कर राजनीति कर रहें हैं.

पीएम मोदी को दिए शुभकामना होर्डिंग पर उठा विवाद

एक केंद्रीय सरना समिति ने आरोप लगते हुए कहा है कि जो पहले प्रधानमंत्री का विरोध कर रहे थे आज देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के साथ ही अपना दोहरा चरित्र दिखाना शुरू कर दिया है. सरना समाज के लोग इनके दोहरे चरित्र को जान चुके हैं. केंद्रीय सरना समिति के कार्यकारिणी अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि जो तथाकथित केंद्रीय सरना समिति खुद को केंद्रीय सरना समिति कह रहे हैं. दरअसल वे क्रिश्चियन कम्युनिटी की दलाली करने वाले और चर्च के इशारों पर चलने वाले लोग हैं. मुंडा ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार का विरोध कर रहे थे आज वह अपने आप को बीजेपी और सरना समाज के लोगों का हितैषी बताने की कोशिश कर रहे हैं.

इधर, दूसरे केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को बधाई दिया है. जिस तरह से विपक्ष के लोग हारने के बाद जीतने वाले प्रत्याशी को बधाई देते हैं. उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा के प्रतिमा की शुद्धिकरण करने का फैसला जब लिया गया था उस समय परिस्थितियां कुछ और थी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय सरना समिति के आपत्ति जताने का कारण था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस पार्टी का नेतृत्व केंद्र में करते हैं उसी पार्टी की सरकार झारखंड सीएनटी-एसपीटी कानून में छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी.

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बता दें कि 23 अप्रैल की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची एयरपोर्ट से बिरसा चौक तक रोड शो किया था. रोड शो के दौरान उन्होंने भगवान बिरसा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया था. इस पर केंद्रीय सरना समिति ने आपत्ति जताई थी और भगवान बिरसा की प्रतिमा की शुद्धिकरण की घोषणा की थी. हालांकि, जिला प्रशासन ने केंद्रीय सरना समिति के लोगों को बिरसा चौक पहुंचने के दौरान ही रोक दिया गया था.

Intro:रंची
डे प्लान....स्पेशल स्टोरी

बाइट--बबलू मुंडा केंद्रीय सरना समिति कार्यकारी अध्यक्ष( पीछे पर पेड़ पौधा)
बाइट--- अजय तिर्की केंद्रीय सरना समिति अध्यक्ष( सफेद सट, पीछे में सड़क)


देश के दोबारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनाए जाने को लेकर केंद्रीय सरना समिति के द्वारा हार्डिंग लगाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं दिया गया है जिसको लेकर दो केंद्रीय सरना समिति के लोगो के बीच विवाद उठ गया है।अल्बर्ट एक्का चौक पर होर्डिंग लगाया जाने पर केंद्र सरना समिति को तथाकथित केंद्र सरना समिति कहते हुए। केंद्रीय सरना समिति ने आरोप लगते हुए है कहा कि जो पहले प्रधानमंत्री का विरोध कर रहे थे। आज वह देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के साथ ही अपना दोहरा चरित्र दिखाना शुरू कर दिए हैं। और अपना राजनीतिक रोटी सेकने का कोशिश कर रहे हैं। लेकिन सरना समाज के लोग इनके दोहरा चरित्र को जान चुके हैं कि किस तरह से समय आते ही नोट वोट की राजनीति करने वाले लोग अपना असली चेहरा दिखाना शुरू कर देते हैं उसी का जीता जागता उदाहरण है कि जो पहले नरेंद्र मोदी का विरोध कर रहे थे आज वह नरेंद्र मोदी के साथ अपना पोस्टर लगाकर शुभकामनाएं देते नजर आ रहे हैं देखिए स्पेशल रिपोर्ट






Body:केंद्रीय सरना समिति के कार्यकारिणी अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि आज जो तथाकथित केंद्रीय सरना समिति खुद को केंद्रीय सरना समिति कह रहे हैं वह दरअसल क्रिश्चियन कम्युनिटी की दलाली करने वाले और चर्च के इशारों पर चलने वाले लोग है। जो बीजेपी सरकार और केंद्र के मोदी का विरोध कर रहे थे आज वह अपने आप को बीजेपी और सरना समाज के लोगों का हितेषी बताने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन सरना समाज के लोग इनके दोहरा चरित्र को जान चुके हैं। देश के प्रधानमंत्री 23 अप्रैल को जब रांची दौरे पर आए थे तो उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था लेकिन तथाकथित सरना समिति के लोगों द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा के नाम पर राजनीति करने की कोशिश की गई जिसे स्थानीय प्रशासन ने नाकाम कर दिया। और आज तथाकथित केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दे रहे हैं।

इधर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि मैंने बस देश के प्रधानमंत्री को बधाई देने का काम किया है जिस तरह से विपक्ष के लोग हारने के बाद जीतने वाले प्रत्याशी को बधाई देने का काम करते हैं। और दोबारा जब देश की प्रधानमंत्री के पद पर नरेंद्र मोदी शपथ लेंगे उस समय भी आदिवासियों विभिन्न मांगों को लेकर बैनर पोस्टर लगाया जाएगा रही बात बिरसा मुंडा के शुद्धिकरण की तो उस समय की परिस्थिति कुछ और थी चुनाव का दार रहता है तो कोई किसी के पक्ष में खड़ा होता है तो कोई विपक्ष में,केंद्रीय सरना समिति को इस बात पर आपत्ति थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस पार्टी का नेतृत्व केंद्र में करते हैं उसी पार्टी की सरकार झारखंड में है और यहां की सरकार ने झारखंड की सीएनटी एसपीटी कानून में छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी। ऐसे में प्रधानमंत्री द्वारा धरती आबा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करना उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंचाता है।



Conclusion:दरअसल, 23अप्रैल की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची एयरपोर्ट से बिरसा चौक तक रोड शो किया था और इस दौरान उन्होंने भगवान बिरसा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया था। इस पर केंद्रीय सरना समिति ने आपत्ति जताई थी और भगवान बिरसा की प्रतिमा के शुद्धिकरण की घोषणा की थी। हालांकि जिला प्रशासन के द्वारा केंद्रीय सरना समिति के लोगों को बिरसा चौक पहुंचने के दौरान ही रोक दिया गया था।


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