रांचीः देश में दोबारा भारी बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने को लेकर एक केंद्रीय सरना समिति ने हार्डिंग लगाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामनाएं दी है. जिसे लेकर दूसरे केंद्रीय सरना समिति के लोगों ने आपत्ति जताई है. अल्बर्ट एक्का चौक पर शुभकामना होर्डिंग लगाए जाने के बाद एक केंद्रीय सरना समिति ने दूसरे को तथाकथित केंद्रीय सरना समिति बताते हुए आरोप लगाया कि ये लोग दोहरा चरित्र अपना कर राजनीति कर रहें हैं.
एक केंद्रीय सरना समिति ने आरोप लगते हुए कहा है कि जो पहले प्रधानमंत्री का विरोध कर रहे थे आज देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के साथ ही अपना दोहरा चरित्र दिखाना शुरू कर दिया है. सरना समाज के लोग इनके दोहरे चरित्र को जान चुके हैं. केंद्रीय सरना समिति के कार्यकारिणी अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि जो तथाकथित केंद्रीय सरना समिति खुद को केंद्रीय सरना समिति कह रहे हैं. दरअसल वे क्रिश्चियन कम्युनिटी की दलाली करने वाले और चर्च के इशारों पर चलने वाले लोग हैं. मुंडा ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार का विरोध कर रहे थे आज वह अपने आप को बीजेपी और सरना समाज के लोगों का हितैषी बताने की कोशिश कर रहे हैं.
इधर, दूसरे केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को बधाई दिया है. जिस तरह से विपक्ष के लोग हारने के बाद जीतने वाले प्रत्याशी को बधाई देते हैं. उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा के प्रतिमा की शुद्धिकरण करने का फैसला जब लिया गया था उस समय परिस्थितियां कुछ और थी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय सरना समिति के आपत्ति जताने का कारण था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस पार्टी का नेतृत्व केंद्र में करते हैं उसी पार्टी की सरकार झारखंड सीएनटी-एसपीटी कानून में छेड़छाड़ करने की कोशिश की थी.
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बता दें कि 23 अप्रैल की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची एयरपोर्ट से बिरसा चौक तक रोड शो किया था. रोड शो के दौरान उन्होंने भगवान बिरसा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया था. इस पर केंद्रीय सरना समिति ने आपत्ति जताई थी और भगवान बिरसा की प्रतिमा की शुद्धिकरण की घोषणा की थी. हालांकि, जिला प्रशासन ने केंद्रीय सरना समिति के लोगों को बिरसा चौक पहुंचने के दौरान ही रोक दिया गया था.