रांची: झारखंड में अनुबंधित पारा चिकित्साकर्मी संघ अपनी मांगों को लेकर फिर से मुखर हो गए हैं. चिकित्साकर्मी संघ ने अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा है और कहा कि पिछले महीने अगस्त में स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन देते हुए कहा था कि जो भी अनुबंधित पारा चिकित्साकर्मियों की मांग है, उस पर विचार करते हुए आने वाले समय में जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा, अब तक मांगें पूरी नहीं हुई है.
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आश्वासन के बाद ही अगस्त में हड़ताल पर गए हजारों अनुबंध पारा चिकित्साकर्मी ने हड़ताल समाप्त किया था, अब दो महीने बीत जाने के बाद भी उनके मांगों पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है. चिकित्साकर्मी ने फिर से अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिख कर कहा है कि अगर सरकार हमारी मांगों पर ठोस विचार नहीं करती है, तो आने वाले समय में हम दोबारा हड़ताल पर जाने को विवश हो जाएंगे.
जल्द होगी चिकित्साकर्मियों की मांग पूरी
वहीं इस मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने जब स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से बात की. उन्होंने कहा कि फिलहाल झारखंड के कांग्रेस प्रभारी कांग्रेस कोटे के सभी मंत्रालय का लेखा-जोखा ले रहे हैं, अनुबंध पर बहाल चिकित्साकर्मियों की परेशानी से भी झारखंड प्रभारी को अवगत कराया जाएगा, उम्मीद करते हैं कि अनुबंध पर बहाल चिकित्साकर्मियों की समस्याओं का समाधान हमारी सरकार जल्द से जल्द करेगी. स्वास्थ्य मंत्री के बन्ना गुप्ता को राज्य के स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी दी गई हो, पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास कार्यों का लेखा-जोखा कांग्रेस के आला नेताओं के निर्देश के बाद ही हो पाएगा.
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चिकित्साकर्मियों की विभिन्न मांगें
1. वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न संभागों में अनुबंध पर कार्यरत सभी पारा मेडिकल राज्य और जिला के सभी एनएचएम मैनेजमेंट यूनिट के अलावा अन्य स्वास्थ्य विभाग के अनुबंधकर्मी का सीधा समायोजन नियमितीकरण पूर्व की संचिका संख्या 10/पारा मेडिकल 7/7/2012 रांची दिनांक 30/1/2014 के तर्ज पर किया जाए.
2. स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत वैसे अनुबंधकर्मी जो सालों से अनुबंध पर कार्यरत और पारा मेडिकल काउंसिल के 2017 में जो नए नियम लागू किए गए हैं, उसके कारण निबंधन या नवीकरण से वंचित है, उसे एक बार के लिए शिथिल कर उनकी निबंध और नवीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए.
3. राज्य में आइपीएच नियम के अनुसार सभी सीएचसी पीएचसी में एएनएम लैब टेक्नीशियन आदि के स्वीकृति पद को सृजन कर अविलंब समायोजन की प्रक्रिया की जाए.
4. अन्य राज्यों के तरह कोविड कार्यों का अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि और समायोजन की प्रक्रिया होने तक समान कार्य का समान वेतन लागू किया जाए.