रांची: झारखंड निर्माण के बाद से अब तक ज्यादातर विधायक पुराने विधानसभा परिसर में मौजूद रशियन हॉस्टल के कमरों में रह रहे हैं. जबकि कुछ सीनियर विधायकों को शहर के अलग-अलग हिस्सों में आवास आवंटित किए गए हैं, लेकिन 2 साल बाद तस्वीर बदलने वाली है. सरकार ने माननीयों को सरकारी बंगले में रखने की तैयारी शुरू कर दी है (Government Bungalow For MLAs of Jharkhand ), जहां सुख सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जाएगा.
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राज्य बनने के 22 साल बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर रविवार को विधायक आवास का निर्माण कार्य आरंभ हो गया. हैदराबाद की एजेंसी केएमवी ने भूमिपूजन कर विधिविधान के साथ 70 बंगले का निर्माण कार्य आरंभ किया. एचईसी कोर कैपिटल क्षेत्र मे नये विधानसभा के पास 43.50 एकड़ भूमि पर 216.05 करोड़ की लागत से जी +1 डुपलेक्स बनेंगे. दो साल में निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
निर्माणाधीन विधायक आवास परिसर में सभी सुविधाओं से युक्त 70 डुपलेक्स बनेंगे. परिसर में ही एक ऑडिटोरियम, एक क्लब हाउस, एक इनडोर स्टेडियम, एक कंवेंशन शापिंग सेंटर, एक हेल्थ सेंटर, चिल्ड्रेन पार्क, विधायकों अंगरक्षको और अन्य सुरक्षा कर्मियों के लिए अलग से बैरक, एक भूमिगत वाटर टैंक और एक ओवर हेड वाटर टैंक भी बनेगा.
स्वच्छ वातावरण और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भरपूर वृक्षारोपण भी किया जायेगा. आकर्षण के लिए लाइटिंग और लैंड स्केपिंग के साथ फूलों की क्यारियों का भी प्रावधान किया गया है. विधायक आवास और परिसर का निर्माण दो साल मे पूरा हो जायेगा. अधिकारियों ने बताया कि निर्माणकर्ता एजेंसी केएमवी का ससमय कार्य पूरा करने का रिकॉर्ड रहा है. इससे पहले जुपमी बिल्डिंग केएमवी ने बनाया है.
मंत्रियों के 11 आवास का काम 90 प्रतिशत कार्य ससमय केएमवी ने पूरा कर दिया है. दुबलिया में ट्रांसपोर्ट नगर का काम भी केएमवी कर रहा है. भूमिपूजन में भवन निर्माण विभाग विशेष कार्यप्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता और केएमवी के जोनड डायरेक्टर कृष्णा प्रसाद , परियोजना प्रबंधक एसएन राव और अजय सिंह सहित कई अन्य कर्मी शामिल हुए.