रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी की ओर से योग शिक्षिका राफिया नाज पर दिए बयान पर पलटवार किया है. पार्टी ने कहा कि 2019 में योग दिवस के मौके पर राफिया नाज को कार्यक्रम में हिस्सा लेने नहीं दिया गया था और जिससे उनका रो-रोकर बुरा हाल था. उस समय बाबूलाल मरांडी कहां थे. बाबूलाल मरांडी ओछी राजनीति कर रहे हैं.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आलोक दुबे ने बाबूलाल मरांडी की ओर से योग शिक्षिका राफिया नाज की सुरक्षा को लेकर उठाए गए सवालों पर कहा है कि वर्तमान समय में सारी गतिविधियां बंद हैं. पुलिस प्रशासन कोविड-19 से निपटने में लगा है. ऐसे में कई बार पुलिस अधिकारी फोन करने की बात कहते हैं. इसको इतना बड़ा बनाते हुए आरोप लगाना कहीं से भी सही नहीं है.
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उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी का राफिया नाज को लेकर राजनीतिक एजेंडा कुछ और है. सरकार के लिए सबकी सुरक्षा की जिम्मेदारी है, लेकिन राफिया नाज को सामने लाकर कहना कि अगर कुछ होता है तो सरकार और पुलिस प्रशासन इसके लिए जिम्मेदार होगा, यह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से शहर बंद है. ऐसे में ओछी राजनीति नहीं होनी चाहिए. बाबूलाल मरांडी बड़े नेता हैं. उन्हें सोच समझकर बयान देना चाहिए.