रांचीः रांची हिंसा में मारे गये एक मुस्लिम युवक मुदस्सिर को कांग्रेस विधायक ने शहीद बताते हुए सरकार से उसके परिवार को गोद लेने की मांग की है. प्रोजेक्ट भवन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि पुलिस गोली से मारा गया मुदस्सिर एक गरीब परिवार का होनहार बच्चा था. लेकिन आज हमारे बीच नहीं है, जो काफी दुखदायी है.
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इरफान अंसारी ने कहा कि मुदस्सिर ने आज अपना छाप छोड़ गया है. जैक बोर्ड की ओर से जारी मैट्रिक रिजल्ट में वह प्रथम श्रेणी से पास घोषित किया गया है. उन्होंने पुलिस की ओर से चलाई गई गोली से मारे गये मुदस्सिर की मौत पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि इसकी न्यायिक जांच होनी चाहिए. उन्होंने एक सवाल के जवाब मे कहा कि पत्थर चलाने से किसी की मौत नहीं होती है. लेकिन बंदूक की गोली से मौत होती है.
कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने अपने आप को हनुमान भक्त बताते हुए कहा कि जो भी हनुमान मंदिर पर पत्थर चलाएगा, उसका मैं हाथ तोड़ दूंगा. मीडिया की ओर से पूछे गये सवाल के जवाब में इरफान अंसारी ने कहा कि जो बच्चे मारे गए हैं, वह पुलिस की गोली से मारे गए हैं इसलिए वह शहीद हैं. उन्होंने कहा कि मामले की न्यायिक जांच हो. लेकिन पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से सहायता मिलनी चाहिए.
10 जून को रांची मेन रोड में नुपूर शर्मा के विवादित बयान के विरोध में जुलूस निकाला गया था. इस दौरान हिंसा भड़क गई. इस हिंसक घटना को रोकने के लिये पुलिस ने कोशिश की. इसके बाबजूद उपद्रवी नहीं मानें और मंदिरों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. इसके साथ ही मेन रोड में दो दर्जन से अधिक गाड़ियों के शीशे तोड़ दिये गये और आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया. इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की ओर से गोली चलाई गई, जिसमें दो युवक की मौत और एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये थे.