रांची: राजधानी रांची के मोरहाबादी स्थित बापू वाटिका से राज्य के सभी जिलों से आये कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आक्रोश मार्च की शक्ल में राजभवन के लिए निकले. इस कार्यक्रम का नेतृत्व पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, पूर्व मंत्री ददई दुबे और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत कर रहे थे.
इस आंदोलन के दौरान भाजपा, अडानी और पीएम मोदी विरोधी तख्तियों और हाथ में पार्टी का झंडा लिए कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि अपने मित्र गौतम अडानी को लाभ पहुंचाने के लिए पीएम मोदी ने देश के करोड़ों लोगों का भविष्य दाव पर लगा दिया है, जो अपनी मेहनत की पाई-पाई जोड़कर उसे इस उम्मीद से एलआईसी, एसबीआई और पीएनबी जैसे सरकारी संस्थाओं में लगाता है कि न सिर्फ उनका पैसा सुरक्षित रहेगा, बल्कि भविष्य में ये पैसे काम आएंगे.
कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गलत नीतियों की वजह से देश की जनता त्राहिमाम है. कांग्रेस विधायक दल के नेता और संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि हम उच्चतम न्यायालय का सम्मान करते हैं, लेकिन जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मित्र गौतम अडानी के लिए काम कर रहे हैं. जिस तरह से सरकारी एजेंसियां, एलआईसी, एसबीआई और पीएनबी ने अडानी के फार्म में पैसे लगाये हैं, वह देश के गरीब और मध्यम वर्ग के साथ धोखा है. उन्होंने कहा कि देश के आम अवाम की गाढ़ी कमाई का हजारों करोड़ रुपया डूब गया, ऐसे में कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी. उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों, महंगाई, गैस सिलेंडर के दाम में बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस अपना फर्ज निभाती रहेगी.
मोदी की अडानी के साथ यारी, देश पर भारी: वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि आज का विरोध यह बताने के लिए है कि भले ही संख्या बल के चलते सदन के अंदर कांग्रेस की आवाज को दबा दिया जाए, लेकिन सड़क पर हमारी आवाज को वे नहीं दबा सकते. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की अडानी के साथ यारी, अब देश पर भारी पड़ने लगी है. इसलिए जेपीसी के गठन होने तक कांग्रेस लगातार इस आंदोलन को जारी रखेगी.
वादों को भूलकर अडानी की मदद में लगे मोदी: वहीं कांग्रेस महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष गुंजन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी के राज में महंगाई चरम पर है. जनता से जो वादा करके मोदी सत्ता में आये थे, उसे भूल कर सिर्फ अडानी की मदद में लगे हैं, इसलिए कांग्रेस विरोध में सड़क पर है.
राहुल गांधी की पदयात्रा को जाया नहीं होने देंगे: पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि विपक्ष और जनता के विरोध की आवाज केंद्र की सरकार को न दिखाई दे रहा है और न सुनाई दे रहा है. देश की जोड़ी नंबर 1 ने सबसे बड़ा घोटाला किया है. सुबोधकांत सहाय ने कहा कि जिस जिस देश में पीएम मोदी गए, उस उस देश के राष्ट्राध्यक्षों से अडानी की पहचान कराई. सुबोधकांत सहाय ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि कांग्रेस सबसे अधिक मुखर है. सवाल यह है कि हम अपने नेता राहुल गांधी की 4000 किलोमीटर लंबी पदयात्रा को जाया नहीं होने देंगे. आज न कल सभी विपक्षी दलों को सड़क पर संघर्ष शुरू करना ही होगा.
कई बड़े मंत्री-नेता हुए शामिल: केंद्र सरकार सरकार के खिलाफ राजभवन मार्च में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, पूर्व मंत्री योगेंद्र साव, विधायक दीपिका पांडे सिंह सहित बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ता शामिल हुए. जाकिर हुसैन पार्क के पास पुलिस द्वारा रोके जाने पर कांग्रेस के नेताओं ने वहीं पर सभा की और केंद्र की सरकार को घोर पूंजीवाद का समर्थक बताते हुए कहा कि कांग्रेस देश के संविधान, यहां के आदिवासी, पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यकों और युवाओं से जुड़े मुद्दे को उठाती रहेगी.
गायत्री मंत्र का उच्चारण करने लगे बन्ना गुप्ता: राजभवन घेराव के दौरान राज्य सरकार द्वारा मगही, भोजपुरी सहित कई स्थानीय भाषा को क्षेत्रीय भाषा की सूची से हटाने और हिंदी, संस्कृत को रखने के एक सवाल पर भाजपा को हिंदी और संस्कृत विरोधी बताते हुए कहा कि वह खुलकर कहे कि वह सरकार की इस नीति का विरोध करते हैं. इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री कैमरे के सामने ही गायत्री मंत्र का जाप करने लगे.