रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें और अंतिम चरण के चुनाव संपन्न होने के बाद झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने उम्मीद जताई है कि पूर्ण बहुमत के साथ राज्य में महागठबंधन की सरकार बनेगी. संथाल के सभी 16 सीटों पर गठबंधन को बहुमत मिलने का उम्मीद पार्टी ने जताई है.
लोकतंत्र का महापर्व में झारखंड के मतदाता अपने भावी मुख्यमंत्री के लिए वोट कर दिए हैं. शुक्रवार को पांचवें और आखिरी चरण में संथाल परगना प्रमंडल के 16 सीटों पर पर शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हो गया. इसके साथ ही राज्य के सभी 81 विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है. विधानसभा चुनाव परिणाम 23 दिसंबर को आएगा. मतदान खत्म होने के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि झारखंड में हमेशा संथाल से ही सत्ता का सफर तय किया जाता रहा है और इस बार भी अंतिम चरण के 16 सीटों से ही सत्ता तक पहुंचने का रास्ता साफ होगा.
लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा है कि संथाल के लोगों ने महागठबंधन को अपना समर्थन दिया है और निश्चित रूप से संथाल के सभी 16 सीटों पर महागठबंधन के प्रत्याशी जीत हासिल करेंगे. उन्होंने कहा कि संथाल परगना महागठबंधन के लिए जीत का गढ़ रहा है. 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां सबसे ज्यादा वोटिंग परसेंटेज रहा था और इस बार भी ज्यादा वोट परसेंटेज की उम्मीद है. जो महागठबंधन के जीत के लिए एक बेहतर संकेत होगा.
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बता दें कि संथाल के 16 सीटों में से 4 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं, जिसमें 3 सीट पर वर्तमान विधायकों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है. खासकर विधायक दल के नेता आलमगीर आलम के लिए जीत मायने रखती है. जबकि जामताड़ा में भी वर्तमान विधायक इरफान अंसारी की साख दांव पर है. वहीं, जरमुंडी में भी विधायक बादल पत्रलेख चुनावी घमासान में हैं, साथ ही महागामा कांग्रेस के जनाधार का क्षेत्र रहा है और वहां दीपिका पांडे सिंह पर पार्टी को पूरा विश्वास है कि वह जीतकर आएंगी.