पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) एक बार फिर लोगों की समस्याओं का समाधान जनता दरबार में कर रहे हैं. पटना में जनता दरबार (Janta Darbar) में शिकायतें लेकर लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. वहीं जनता दरबार के बाहर भी आज बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे हैं. राजधानी पटना के बिहटा इलाके का युवक फरियादी भीम वर्मा अपनी जमीन पर अवैध कब्जे और परिवार के सदस्य को बंधक बनाने की शिकायत लेकर पहुंचे. युवक फरियादी ने यह आरोप लालू यादव के साले सुभाष यादव पर लगाया है. इनके ऊपर पुलिस एफआईआर लिखने से मना कर रही है. ऐसे में युवक फरियादी मुख्यमंत्री से गुहार लगाने पहुंचा है.
लालू के साले पर जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप: जनता दरबार के बाहर अलग-अलग समस्याओं को लेकर लोग पहुंचे हैं. पटना के बिहटा से भीम वर्मा लालू प्रसाद यादव के साले सुभाष यादव पर जमीन का रजिस्ट्री कराने और पैसा नहीं देने का आरोप लगा रहे हैं. भीम का कहना है कि, 'लालू प्रसाद यादव के साले सुभाष प्रसाद यादव ने जमीन की रजिस्ट्री कराई थी. पहले उन्होंने 60 लाख 50 हजार रुपए दे दिया लेकिन मेरी मां और परिवार के सदस्य को बंधक बनाकर फिर से राशि वापस करने के लिए कहा हम लोगों ने राशि वापस कर दिया. लेकिन सुभाष यादव ने जमीन नहीं लौटाई.'
थाना प्राथमिकी दर्ज करने से कर रही इंकार: युवक फरियादी भीम वर्मा ने कहा कि इस मामले में तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव से शिकायत कर चुके हैं. तेजप्रताप यादव ने थाने में प्राथमिकी कराने को कहा लेकिन थाना प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार कर रहा है. भीम का कहना है कि सुभाष यादव का ऑडियो भी हमारे पास है और अब मुख्यमंत्री से गुहार लगाने पहुंचे हैं. पिछले साल जुलाई में ही जनता दरबार के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था लेकिन अब तक बुलावा नहीं आया है और इसीलिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाने पहुंचे हैं.
बात दें कि मुख्यमंत्री के जनता दरबार में लालू परिवार से संबंधित मामला भी लोग लेकर पहुंच रहे हैं और खासकर जमीन से जुड़ा हुआ मामला. जिसके लिए लालू परिवार चर्चा में बना रहता है. भीम वर्मा गुजरात में काम करते हैं लेकिन अपनी जमीन के लिए अब मुख्यमंत्री से गुहार लगा रहे हैं. क्योंकि सुभाष यादव पैसा लेने के बाद भी जमीन वापस नहीं कर रहा है.
इन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे सीएम: बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज फिर से जनता दरबार में आम लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं. बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान लगभग डेढ़ महीने तक जनता दरबार स्थगित था. आज फिर से शुरू हुआ है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी तीसरे सोमवार को ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, योजना विकास विभाग, भवन निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं.
इन सभी संबंधित विभाग के सभी मंत्री और बिहार सरकार के सभी आलाधिकारी भी इस दौरान जनता दरबार में मौजूद हैं. जनता दरबार का कार्यक्रम मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद परिसर में बने हॉल में हो रहा है. जनता दरबार सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई है. जनता दरबार में कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन भी किया जा रहा है और अभी सीमित संख्या में ही लोगों को इस कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति दी जा रही है. जनता दरबार में जिन लोगों को बुलाया जा रहा है, उनका पहले रजिस्ट्रेशन होता है और फिर कोरोना निगेटिव होने पर ही उन्हें शामिल होने की अनुमति दी जाती है.
दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP