रांची: राजधानी के कांके स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (Birsa Agricultural University BAU) के अंधीन संचालित रांची कृषि महाविद्यालय में छात्रों ने तालाबंदी किया गया. इसके साथ ही कॉलेज में धरना और प्रदर्शन किया. छात्रों के तालाबंदी किए जाने और धरना प्रदर्शन के खिलाफ कॉलेज के कर्मचारियों ने डीन को लिखित शिकायत की है. वहीं छात्र कर्मचारियों को दोषी बताकर उनपर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
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क्या है कर्मचारियों की शिकायत: कर्मचारियों ने शिकायत में कहा है कि 11 मई, 2022 को सहायक कुलसचिव कार्यालय में छात्रों ने अगम लाल महतो और अन्य कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज और मारपीट किया. कर्मचारियों ने कहा कुलपति को छात्रों के खिलाफ लिखित शिकायत की गयी थी. लेकिन, करीब 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई कारवाई नहीं की गयी, छात्रों ने प्रशासन को अपने हाथ में लेकर कृषि संकाय में निजी ताला लगाया है. उन्होंने कहा छात्र तालाबंदी और धरना प्रदर्शन कर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचा रहे हैं. कर्मचारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय के वरीय अधिष्ठाता, निदेशक, विभागाध्यक्ष और प्राध्यापकों ने मौके पर पहुंचकर छात्रों को समझाने की कोशिश की, जो निरर्थक रहा और छात्रों का प्रदर्शन अमर्यादित ढंग से चलता रहा.
कैसे सरकारी काम में बाधा पहुंचा रहे छात्र: दरअसल, रांची जिला प्रशासन की ओर से त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है, इसके बावजूद भी छात्र बिना सूचना के बार-बार तालाबंदी और विश्वविद्यालय मुख्यालय में गेट जाम कर सरकारी कार्य में बाधा डाल रहे हैं. विश्वविद्यालय के अनेक शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी में भी आवंटित किया गया है. ऐसे में अगर निर्वाचन आयोग की तरफ से कोई भी पत्र आता है तो उस पत्र को कौन प्राप्त करेगा, कौन बांटेगा और कौन लेगा. छात्रों के यह प्रदर्शन चुनाव कार्य में बाधा डाल रहा है, इसकी सारी जवाबदेही किसकी होगी. कर्मचारियों ने अविलंब इस संबंध में ठोस कारवाई करने की मांग की है, ताकि छात्रों के बीच अनुशासन एवं कर्मचारियों के बीच भयमुक्त माहौल बन सके और कार्य निर्बाध रूप से चल सके.