रांचीः कांटा टोली और सिरम टोली फ्लाईओवर निर्माण कार्य में आ रही तकनीकी अड़चनों को दूर करने का निर्देश मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिया है. मंगलवार को दोनों फ्लाईओवर के निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दोनों फ्लाईओवर के जंक्शन पर स्मूथ ट्रैफिक सिस्टम व्यवस्थित करने का निर्देश दिया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कांटा टोली फ्लाईओवर और सिरम टोली फ्लाईओवर के जंक्शन पर ट्रैफिक सिस्टम व्यवस्थित रखने के लिए उठाए जा रहे तकनीकी पहलुओं की जानकारी जुडको और पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों से ली. इस दौरान मुख्यमंत्री ने दोनों फ्लाईओवर के जंक्शन पर स्मूथ ट्रैफिक के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है.
यूटिलिटी शिफ्टिंग को लेकर ये मिला निर्देशः समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री को दोनों फ्लाईओवर के निर्माण की जानकारी पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार के द्वारा दी गई. मुख्यमंत्री ने दोनों फ्लाईओवर निर्माण को लेकर यूटिलिटी शिफ्टिंग को लेकर विचार-विमर्श किया. अधिकारियों को इस दौरान आवश्यक निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिया. मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण सचिव और अभियंताओं को फ्लाईओवर निर्माण कार्य में तेजी लाने का निर्देश देते हुए हर हाल में निर्धारित समय पर कार्य पूर्ण कराने की बात कही. इस मौके पर अधिकारियों ने कहा कि निर्माण कार्य में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है. समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वंदना दादेल और पथ निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार मौजूद थे.
सिरमटोली फ्लाईओवर इसी वर्ष अक्टूबर तक पूरा करने का है लक्ष्यः गौरतलब हो कि रांची के कांटा टोली फ्लाईओवर 224 करोड़ की लागत से बन रहा है, जबकि सिरम टोली फ्लाईओवर की लागत 337 करोड़ है. सिरम टोली फ्लाईओवर फोर लेन होगा, जिसकी लंबाई 1632 मीटर होगी. यह फ्लाईओवर सिरम टोली चौक से राजेंद्र चौक होते हुए मेकॉन गोलंबर तक बन रहा है. इसका काम एलएंडटी कंपनी को दिया गया है. गौरतलब है कि सिरमटोली फ्लाईओवर को इस साल अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य सरकार के द्वारा तय किया गया है.