हैदराबादः हेमंत सोरेन गुरुवार शाम प्रगति भवन में अपने परिवार के सदस्यों के साथ हैदराबाद पहुंचे. यहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तेलंगाना सीएम केसीआर से मुलाकात हुई. दोनों मुख्यमंत्रियों की राष्ट्रीय राजनीति और केंद्र सरकार सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई. टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष, मंत्री केटीआर भी बैठक में शामिल हुए. करीब तीन घंटे तक इनकी चर्चा चली. सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने आगामी राष्ट्रपति चुनाव में क्षेत्रीय दलों से उम्मीदवार उतारने की संभावना पर चर्चा की. हेमंत सोरेन इससे पहले भी हैदराबाद में केसीआर से मिले थे. इसके अलावा सीएम केसीआर ने हाल ही में रांची का दौरा किया था और गलवान घाटी में शहीद हुए झारखंड के सैनिकों के परिवारों को राज्य सरकार की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की थी.
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मिली जानकारी के अनुसार तेलंगाना और झारखंड के मुख्यमंत्री केसीआर और हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ लड़ने के लिए जल्द ही गैर-भाजपा मुख्यमंत्रियों की बैठक करने का फैसला किया है. उनका मानना है कि केंद्र सरकार भाजपा शासित राज्यों को प्राथमिकता दे रही है. इनका कहना है कि गैर बीजेपी शासित राज्यों को एकजुट हो कर विरोध करना चाहिए.
सूत्रों के मुताबिक, दोनों मुख्यमंत्रियों का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह से एकतरफा काम कर रहे हैं, देश के अन्य दलों को ध्यान में नहीं रखते हुए और फंड और परियोजनाओं के मामले में उनके साथ भेदभाव कर रहे हैं. देश के इतिहास में अतीत में कभी भी ऐसा समय नहीं आया जब प्रधानमंत्री अपनी स्थिति भूल गए और राज्यों को बदनाम करने की कोशिश की. दोनों मुख्यमंत्रियों का विचार था कि केंद्र राज्यपालों के माध्यम से सत्ता का प्रयोग करने की कोशिश कर रहा है,
तेलंगाना के सीएम केसीआर ने कहा कि उनका मानना है कि प्रधानमंत्री अपने खुद के एजेंडे को पार्टी के एजेंडे के रूप में सामने लाकर देश में नई समस्याएं पैदा कर रहे हैं. एक भी निर्णय लोगों के पक्ष में नहीं है. पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है, उपकर के रूप में लोगों पर भारी बोझ डाला गया था. यह कहना शर्म की बात है कि राज्यों को करों को स्वीकार किए बिना करों में कटौती करनी चाहिए. सच्चाई है कि मोदी को देश को जवाब देना है कि यूपी समेत पांच राज्यों में चुनाव के दौरान ईंधन की कीमतें क्यों नहीं बढ़ीं. तेलंगाना में धान किसानों के मुद्दे के दौरान यह साबित हो गया है कि पीएम मोदी को किसानों के कल्याण की परवाह नहीं है.
इस दौरान हेमंत सोरेन ने कहा कि मोदी केवल सत्ता के प्यासे हैं, सेवा के नहीं. ऐसे प्रधानमंत्री का होना देश के लिए अच्छा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र के समर्थन से भाजपा शासित राज्यों में धार्मिक समस्याएं पैदा हो रही हैं. दोनों मुख्यमंत्रियों ने यह विचार व्यक्त किया है कि राज्यों को नुकसान पहुंचाने के केंद्र के रवैये का मुकाबला करने के लिए व्यापक कार्रवाई की जरूरत है. इससे पहले हेमंत सोरेन के प्रगति भवन पहुंचने पर सीएम केसीआर ने उनका स्वागत किया और पोचमपल्ली शॉल से सम्मानित किया.
सीएम हेमंत सोरेन हैदराबाद में अपनी मां के इलाज के लिए पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मां रूपी सोरेन को बेहतर इलाज के लिए गुरुवार को यहां लाया गया है. विशेष विमान से वो हैदराबाद लाई गयी हैं. हैदराबाद में एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में रूपी सोरेन को भर्ती कराया गया है, सीएम की मां का इलाज डॉक्टर नागेश्वर रेड्डी करेंगे. रूपी सोरेन के साथ रांची से सीएम हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ परिवार के अन्य सदस्य भी हैदराबाद आए हैं.
20 अप्रैल को हिल-व्यू में हुई थी भर्ती: रांची में हिल व्यू हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. नितेश प्रिया ने कहा कि मुख्यमंत्री की मां रूपी सोरेन का इलाज सही दिशा में चल रहा है लेकिन पैक्रियाज की बीमारी में कई अन्य जांच और बेहतरीन स्वास्थ्य सेवा के लिए उन्हें हैदराबाद ले जाया गया है. इससे पहले 20 अप्रैल को उच्च रक्तचाप और उल्टी की शिकायत के बाद रांची के हिल व्यू अस्पताल में रूपी सोरेन को भर्ती कराया गया था. जहां डॉक्टरों की टीम ने कई जांच के बाद उनके पैंक्रियाज में इंफेक्शन डिटेक्ट किया था. मां के इलाज के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री ने हैदराबाद के डॉ. नागेश्वर रेड्डी से सेकंड ओपिनियन लिया था.