रांचीः ईडी ने अवैध खनन मामले (Jharkhand Illegal Mining Case) में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन भेजा है. ईडी गुरुवार 03 नवंबर को सीएम हेमंत सोरेन से पूछताछ करेगी. ईडी की इस कार्रवाई से झारखंड का सियासी तापमान बढ़ गया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने इसे केंद्र सरकार के इशारे पर की गई कार्रवाई करार दिया है और ईडी के एक्शन का विरोध करने का ऐलान किया है.
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झारखंड मुक्ति मोर्चा केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडे ने कहा कि हम नहीं पूरा देश कह रहा है कि कैसे संवैधानिक संस्थाओं और खासकर ईडी, सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है. मनोज पांडे का कहना है कि जहां-जहां भाजपा जनता की अदालत में हार जाती है वहां-वहां वह निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने में लग जाती है.
राज्य में एक आदिवासी के बेटे को मुख्यमंत्री के रूप में भाजपा सहन नहीं कर पा रही है. इसीलिए षड्यंत्र कर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन (CM Hemant Soren ) को परेशान कर रही है. मनोज पांडे ने कहा कि जेएमएम इसका विरोध न्यायालय से लेकर जनता की अदालत तक में करेगी.
आज शाम मुख्यमंत्री आवास पर झामुमो विधायकों की बैठकः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के समन से उभरी नई परिस्थिति में रणनीति बनाने के लिए बुधवार शाम मुख्यमंत्री आवास पर झामुमो विधायकों की एक अनौपचारिक बैठक बुलाई गई है, जिसमें झामुमो के सांसद भी शामिल होंगे.
झामुमो के कार्यकर्ताओं का हरमू मैदान में महाजुटान कलः रांची झारखंड मुक्ति मोर्चा के एक पदाधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि ईडी की ओर से झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को समन देने की कार्रवाई के बाद सभी कार्यकर्ताओं को हरमू मैदान में जुटने को कहा गया है, जहां से रैली निकाली जाएगी.
वहीं झामुमो के वरिष्ठ नेता विनोद पांडे और लोकसभा सांसद विजय हांसदा ने एयरपोर्ट के पास मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि सभी जानते हैं कि यह केंद्र के इशारे पर हो रहा है. राज्य में लोकप्रिय सरकार को अस्थिर करने की साजिश के खिलाफ हर परिस्थिति से निपटने के लिए जेएमएम तैयार है.
सांसद विजय हांसदा ने कहा कि साहिबगंज,पाकुड़ में जो माइनिंग हो रही है, वह आज से नहीं हो रही है. यहां के खनन से राज्य और राष्ट्र का निर्माण हो रहा है. ऐसे में सभी खनन को गलत बता देना सही नहीं है.