रांचीः लखीमपुर खीरी कांड (Lakhimpur Kheri incident ) की गूंज सोमवार को झारखंड में भी सुनाई दी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर घटना की निंदा (CM Hemant Soren tweet on Lakhimpur Kheri incident) की. वहीं घटना के विरोध में झारखंड के सियासी दलों ने राजधानी रांची, गिरिडीह और पाकुड़ समेत राज्य के कई जिलों में प्रदर्शन किया. इन्होंने लखीमपुर खीरी कांड के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र पर गंभीर आरोप लगाए और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर कार्रवाई की मांग की. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा ने संवाददाता सम्मेन कर घटना को साजिश करार दिया.
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सीएम हेमंत सोरेन ने की निंदा
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर रविवार को यूपी के लखीमपुर खीरी में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के विरोध के लिए जुटे किसानों की तथाकथित भाजपा नेताओं की गाड़ी से टक्कर के बाद मौत की घटना की निंदा की है. सीएम ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा है कि लखीमपुर खीरी में बीते दिन हुई घटना मानवता पर धब्बा है और यूपी में सत्तारूढ़ दल के नेताओं की निर्दयता का भोंडा प्रदर्शन है. सीएम ने पीड़ित परिवारों के लोगों से विपक्ष के नेताओं को मिलने से रोकने की कोशिश को अलोकतांत्रिक करार दिया और इसकी निंदा भी की.
लखीमपुर कांड को जेएमएम ने बताया साजिश
इधर झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने संवाददाता सम्मेलन कर लखीमपुर खीरी कांड को साजिश करार दिया है. झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि तीन काले कृषि कानून के खिलाफ किसान आंदोलनरत थे, वहीं पास में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री का कार्यक्रम था. इसी दौरान वारदात हुई. यह साजिश का हिस्सा है. उन्होंने ने कहा कि उत्तर प्रदेश में न कानून का राज है और न लोकतंत्र,वहां मनुवाद है. उन्होंने आरोप लगाया कि ब्राह्मण वर्ग के मतदाता की संतुष्टिकरण के लिए किसानों को कुचला गया.
रांची में वाम दलों ने निकाला विरोध मार्च
झारखंड की राजधानी रांची में वाम दलों ने कई अन्य संगठनों के सहयोग से सोमवार को अल्बर्ट एक्का चौक तक विरोध मार्च निकाला और उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का पुतला फूंका. विरोध मार्च से पहले वाम दलों के कार्यकर्ताओं-नेताओं ने सभा की. इस दौरान नेताओं ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को मंत्री परिषद से बर्खास्त करने की मांग की. साथ ही घटना के मुख्य आरोपी मंत्री पुत्र और उसके साथियों पर धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की.
इस दौरान एडवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तापसी परिहार, रामपरी, सीपीआई के अजय सिंह, सीपीएम के प्रकाश विप्लव, सुखनाथ लोहरा, प्रफुल्ल लिंडा, भाकपा (माले) के जनार्दन प्रसाद, शुभेंदु सेन, भुवनेश्वर केवट, सीटू के अनिर्वान बोस, एस. के. राय, एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) के मिंटू पासवान आदि मौजूद रहे.
पाकुड़ में कांग्रेस का प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के विरोध में सोमवार को कांग्रेसियों ने पाकुड़ में प्रदर्शन किया. कांग्रेस जिलाध्यक्ष उदय लखमानी के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका और यूपी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. साथ ही केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा को मंत्री पद से बर्खास्त करने, मृत किसानों के आश्रितों को नौकरी सहित एक-एक करोड़ का मुआवजा देने की मांग की.
प्रियंका गांधी को रोककर लोकतंत्र का गला घोंटाः आलमगीर आलम
इधर लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि भाजपानीत सरकार चाहे वो केंद्र या राज्य में है, किसानों की विरोधी है. किसानों की आवाज को कुचलने का काम कर रही है. मंत्री ने लखीमपुर खीरी जाने से पार्टी की वरिष्ठ नेत्री प्रियंका गांधी को रोके जाने को लोकतंत्र का गला घोटना करार दिया.
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गिरिडीह में भाकपा माले ने फूंका पुतला
लखीमपुर खीरी की घटना के खिलाफ वाम दलों ने गिरिडीह में भी प्रदर्शन किया. भाकपा माले ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने तथा उनके पुत्र सहित सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. इसी कड़ी में भाकपा माले के संगठन अखिल भारतीय किसान महासभा ने बेंगाबाद में प्रतिवाद कार्यक्रम आयोजित किया और मोदी सरकार का पुतला दहन किया.
कार्यक्रम की अगुवाई करते हुए पार्टी नेता राजेश कुमार यादव तथा जिला परिषद सदस्य मनोहर हसन बंटी ने कहा कि मोदी-योगी की सरकार किसानों की हत्या करने पर उतर चुकी है. कार्यक्रम में प्रखंड सचिव शिवनंदन यादव, किसान महासभा के प्रखंड संयोजक महेश वर्मा सहित राजेंद्र मंडल, रामलाल मंडल, रामलाल मुर्मू, फोदार सिंह, सुखदेव गोस्वामी, शंकर यादव, सुनील कुमार राय, सुलेमान मियां, हुसैन, कमरुद्दीन अंसारी, महेंद्र साव, महादेव महतो, वीरेंद्र यादव आदि मौजूद रहे.
क्या है लखीमपुर खीरी कांड
यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का विरोध करने आए किसानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं की गाड़ी चढ़ने से कई किसान घायल हो गए थे. जिसके बाद जमकर बवाल हुआ. उग्र किसानों ने भी भाजपा कार्यकर्ताओं की कई गाड़ियों में आग लगा दी है. स्थिति पर काबू पाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को लखीमपुर खीरी भेजा है. बवाल में खबर लिखे जाने तक आठ लोगों की मौत हो चुकी थी.