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नशे के कारोबार में जेल जाने वालों को ट्रैक कर रही पुलिस, स्पीडी ट्रायल की तैयारी - अफीम

झारखंड की सीआईडी नशे के कारोबार में जेल जाने वालों को ट्रैक कर रही है. इससे प्रदेश के सभी जिलों से पिछले दस साल में जेल जाने वालों का रिकॉर्ड मंगाकर स्पीडी ट्रायल कराने की कोशिश में जुटी है.

CID tracking to accused of narcotic trade in jharkhand
नशे के कारोबार में जेल जाने वालों को ट्रैक कर रही पुलिस
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Published : Sep 2, 2021, 9:47 AM IST

रांचीः झारखंड में नशे के कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. पूरी प्लानिंग के साथ झारखंड में अफीम की खेती करने वालों से लेकर नशीले पदार्थों की तस्करी कराने वालों तक पर शिकंजा कसने की तैयारी है. सीआईडी एडीजी प्रशांत सिंह ने आदेश दिया है कि राज्य में बीते दस सालों में एनडीपीएस एक्ट के तहत जो भी अपराधी जेल गए हैं, उसके गतिविधियों की समीक्षा की जाए. इसके बाद सीआईडी ने राज्य के सभी जिलों से हाल के दिनों में एनडीपीएस एक्ट में दर्ज कांडों का सारा विवरण मंगाया है. इसके आधार पर सूची तैयार कर ली गई है.

ये भी पढ़ें-Drugs: 'नशा'- ना आदत छूटी और ना कारोबार! जेल से निकलने के बाद ड्रग्स के साथ फिर पकड़ी गई महिला

आरोपियों पर नजर रखने के निर्देश

एडीजी के आदेश के बाद जिलों से मांगी गई सूची में 10 वर्ष में जेल गए सारे आरोपियों का डाटा है. इसमें कितने लोग लगातार सक्रिय रहे हैं, उनका विवरण भी तैयार किया गया है. साथ ही सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने-अपने जिलों में ऐसे लोगों पर नजर रखें. अधिकारियों के मुताबिक, एनडीपीएस के केस में अपराधियों को सजा दिलाने को लेकर सीआईडी मुख्यालय गंभीर है. सीआईडी मुख्यालय के स्तर पर हालिया कांडों की सूची तैयार की जा रही है.

नेपाल तक से जुड़े अपराधियों के तार

अधिकारियों का कहना है कि मामलों में तथ्यों के आधार पर दोषियों को सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल भी कराया जा सकता है. अभी तक की जांच में एनडीपीएस के अधिकांश मामलों में तार दूसरे राज्यों और नेपाल से जुड़े मिले हैं. मसलन अफीम की तस्करी के मामलों में नेटवर्क पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों के साथ नेपाल से भी जुड़े रहे हैं. वहीं गांजा तस्करी के मामलों में ओडिशा और छत्तीसगढ़ के गैंग की भूमिका सामने आई है.

अब तक की कार्रवाई

झारखंड सीआईडी के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल मई महीने तक पुलिस ने राज्यभर में 2006.60 एकड़ जमीन से अफीम की खेती नष्ट की है. वहीं साल 2020 में पुलिस ने साल भर में राज्यभर में 1838.72 एकड़ से अफीम की खेती नष्ट की थी. खूंटी में सर्वाधिक 951.89 एकड़ से अफीम की खेती नष्ट की गई. पुलिस ने वहां कुल 21 केस दर्ज कर 25 लोगों को जेल भेजा है. वहीं चतरा में अफीम की खेती से जुड़े सर्वाधिक 41 केस दर्ज किए गए, वहां पुलिस ने 24 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा.वहीं 829.50 एकड़ से अफीम की खेती नष्ट की गई.

लातेहार में 76.90 एकड़ भूमि से खेती नष्ट की गई, हालांकि यहां कोई गिरफ्तारी नहीं की गई. रांची में 83.87 एकड़, पलामू में 17 एकड़, चाईबासा में 17.25 एकड़, सरायकेला में 30 एकड़, सिमडेगा में 11 डिसमिल व गिरडीह में 8 डिसमिल क्षेत्र से अफीम की खेती नष्ट की गई. अफीम के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान इस साल पुलिस ने 76 केस दर्ज कर राज्य भर से 82 लोगों को जेल भेजा.

ये भी पढ़ें-पुलिस ने काटी 'उड़ता झारखंड' की डोर, लाल आतंक के अर्थतंत्र को पहुंचाई चोट

ऐसे कसा है शिकंजा

साल के इन पांच माह में राज्य में नशे के हर तरह के कारोबार पर पुलिस ने शिकंजा कसा है. मई तक राज्य पुलिस ने अभियान चलाकर नशे के कारोबार करने वाले 358 लोगों को गिरफ्तार कर 249 केस दर्ज किए हैं. साल 2020 में 382 मामले दर्ज कर 524, 2019 में 256 मामले दर्ज कर 318, 2018 में 237 मामले दर्जकर 301, 2017 में 186 मामले दर्ज कर 186 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इस साल अलग-अलग अभियार चलाकर पुलिस ने 833.126 ग्राम गांजा, 237.168 किलोग्राम अफीम, 15383.27 ग्राम डोडा, 1420.892 ग्राम ब्राउन सुगर व 536 पुड़िया व 6.215 ग्राम हेरोइन बरामद किया है.

रांचीः झारखंड में नशे के कारोबारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. पूरी प्लानिंग के साथ झारखंड में अफीम की खेती करने वालों से लेकर नशीले पदार्थों की तस्करी कराने वालों तक पर शिकंजा कसने की तैयारी है. सीआईडी एडीजी प्रशांत सिंह ने आदेश दिया है कि राज्य में बीते दस सालों में एनडीपीएस एक्ट के तहत जो भी अपराधी जेल गए हैं, उसके गतिविधियों की समीक्षा की जाए. इसके बाद सीआईडी ने राज्य के सभी जिलों से हाल के दिनों में एनडीपीएस एक्ट में दर्ज कांडों का सारा विवरण मंगाया है. इसके आधार पर सूची तैयार कर ली गई है.

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आरोपियों पर नजर रखने के निर्देश

एडीजी के आदेश के बाद जिलों से मांगी गई सूची में 10 वर्ष में जेल गए सारे आरोपियों का डाटा है. इसमें कितने लोग लगातार सक्रिय रहे हैं, उनका विवरण भी तैयार किया गया है. साथ ही सभी जिलों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने-अपने जिलों में ऐसे लोगों पर नजर रखें. अधिकारियों के मुताबिक, एनडीपीएस के केस में अपराधियों को सजा दिलाने को लेकर सीआईडी मुख्यालय गंभीर है. सीआईडी मुख्यालय के स्तर पर हालिया कांडों की सूची तैयार की जा रही है.

नेपाल तक से जुड़े अपराधियों के तार

अधिकारियों का कहना है कि मामलों में तथ्यों के आधार पर दोषियों को सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल भी कराया जा सकता है. अभी तक की जांच में एनडीपीएस के अधिकांश मामलों में तार दूसरे राज्यों और नेपाल से जुड़े मिले हैं. मसलन अफीम की तस्करी के मामलों में नेटवर्क पंजाब, उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों के साथ नेपाल से भी जुड़े रहे हैं. वहीं गांजा तस्करी के मामलों में ओडिशा और छत्तीसगढ़ के गैंग की भूमिका सामने आई है.

अब तक की कार्रवाई

झारखंड सीआईडी के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल मई महीने तक पुलिस ने राज्यभर में 2006.60 एकड़ जमीन से अफीम की खेती नष्ट की है. वहीं साल 2020 में पुलिस ने साल भर में राज्यभर में 1838.72 एकड़ से अफीम की खेती नष्ट की थी. खूंटी में सर्वाधिक 951.89 एकड़ से अफीम की खेती नष्ट की गई. पुलिस ने वहां कुल 21 केस दर्ज कर 25 लोगों को जेल भेजा है. वहीं चतरा में अफीम की खेती से जुड़े सर्वाधिक 41 केस दर्ज किए गए, वहां पुलिस ने 24 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा.वहीं 829.50 एकड़ से अफीम की खेती नष्ट की गई.

लातेहार में 76.90 एकड़ भूमि से खेती नष्ट की गई, हालांकि यहां कोई गिरफ्तारी नहीं की गई. रांची में 83.87 एकड़, पलामू में 17 एकड़, चाईबासा में 17.25 एकड़, सरायकेला में 30 एकड़, सिमडेगा में 11 डिसमिल व गिरडीह में 8 डिसमिल क्षेत्र से अफीम की खेती नष्ट की गई. अफीम के खिलाफ चलाए गए अभियान के दौरान इस साल पुलिस ने 76 केस दर्ज कर राज्य भर से 82 लोगों को जेल भेजा.

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ऐसे कसा है शिकंजा

साल के इन पांच माह में राज्य में नशे के हर तरह के कारोबार पर पुलिस ने शिकंजा कसा है. मई तक राज्य पुलिस ने अभियान चलाकर नशे के कारोबार करने वाले 358 लोगों को गिरफ्तार कर 249 केस दर्ज किए हैं. साल 2020 में 382 मामले दर्ज कर 524, 2019 में 256 मामले दर्ज कर 318, 2018 में 237 मामले दर्जकर 301, 2017 में 186 मामले दर्ज कर 186 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इस साल अलग-अलग अभियार चलाकर पुलिस ने 833.126 ग्राम गांजा, 237.168 किलोग्राम अफीम, 15383.27 ग्राम डोडा, 1420.892 ग्राम ब्राउन सुगर व 536 पुड़िया व 6.215 ग्राम हेरोइन बरामद किया है.

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