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चेन्नई से रांची पहुंचा मृत मजदूरों का शव, दंडाधिकारी लाएंगे चतरा - झारखंड न्यूज

तमिलनाडु में हुए एक सड़क हादसे में चतरा के 9 मजदूरों की मौत हो गई थी. सभी मजदूरों का शव लावारिस अवस्था में तमिलनाडु के स्थानीय अस्पताल में पड़ा था. जिसे गंभीरता से लेते हुए सांसद सुनील सिंह ने मुद्दे को लोकसभा में उठाया. जिसके बाद सभी का शव रांची लाया गया है.

शव ले जाते लोग
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Published : Jul 20, 2019, 2:17 PM IST

रांची/चतरा: तमिलनाडु के वैल्यू पुरम इलाके में पिछले दिनों एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ था. जिसमें चतरा के 9 मजदूरों की मौत हो गई थी. सभी मजदूरों का शव रांची पहुंच चुका है. सांसद सुनील सिंह और डीसी जितेंद्र कुमार सिंह के सार्थक पहल से चेन्नई से सभी शवों को हवाई मार्ग से रांची लाया गया.

देखें पूरी खबर

बता दें कि शव को लेने के लिए शुक्रवार को ही अधिकारियों को एम्बुलेंस लेकर रांची भेज दिया गया था. शनिवार दोपहर तक मृत मजदूरों के शव उनके पैतृक गांव पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. गांव पहुंचते ही अधिकारियों के मौजूदगी में ही शवों की अंत्येष्टि की जाएगी. अंतिम संस्कार को लेकर गांव में सभी औपचारिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

कैसे हुआ था हादसा

जानकारी के अनुसार, चतरा के 9 मजदूर ग्रामीण विद्युतीकरण के तहत टावर निर्माण कार्य में लगे थे. मजदूरों की मौत चेन्नई के विल्लुपुरम इलाके में दर्दनाक सड़क हादसे में हुई. बताया जा रहा है कि सभी मजदूर एक पिकअप वाहन में सवार होकर एजेंसी साइट से कंस्ट्रक्शन साइट पर जा रहे थे. इसी दौरान उनके वाहन को एक दूसरे यात्री बस ने पीछे से टक्कर मार दी थी. जिसके बाद गाड़ी अनियंत्रित होकर सामने से आ रहे एक दूसरे बस में जा टकराई. इस दुर्घटना में 11 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, आधा दर्जन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

शवों को लाने के संबंधी मुद्दे को सांसद ने लोकसभा में उठाया

दुर्घटना के बाद चतरा के मजदूरों का शव चेन्नई के स्थानीय अस्पताल में पड़ा था. जिसे सांसद ने गंभीरता से लेते हुए न सिर्फ मामले को लोकसभा सदन में उठाया बल्कि उनके शवों को चतरा भिजवाने को लेकर खुद भी चेन्नई चले गए. इधर, डीसी जितेंद्र कुमार सिंह भी लगातार वैल्यू पुरम जिला प्रशासन के संपर्क में थे. उन्होंने शव को सुरक्षित चतरा लाने को लेकर दंडाधिकारियों को भी रांची एयरपोर्ट पर एंबुलेंस के साथ तैनात किया था.

ये भी पढ़ें- नीरज हत्याकांड: बीजेपी विधायक समेत सभी आरोपी हुए कोर्ट में पेश, 1 अगस्त को होगी अगली सुनवाई

सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले तुलसी भुईयां, राजेश भुईयां और संजय भुईयां का शव सबसे पहले इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट से रांची पहुंचा. उसके बाद दिलचंद भारती व राजीव रजक के शव आए. सबसे आखिर में मनोज रजक, कृष्णा रजक, शैलेश रजक और अरुण दास का शव रांची एयरपोर्ट पहुंचा. जहां पहले से दंडाधिकारी के रूप में तैनात चतरा अंचल अधिकारी यामून रविदास और प्रखंड विकास पदाधिकारी रंथू दास शव को एयरपोर्ट से रिसीव कर चतरा के लिए रवाना हो चुके हैं. मृतकों में 5 मजदूर सदर थाना क्षेत्र के ऊंटा मोड़, 2 मंगरदाहा गांव और 2 टंडवा थाना क्षेत्र के रहने वाले थे.

रांची/चतरा: तमिलनाडु के वैल्यू पुरम इलाके में पिछले दिनों एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ था. जिसमें चतरा के 9 मजदूरों की मौत हो गई थी. सभी मजदूरों का शव रांची पहुंच चुका है. सांसद सुनील सिंह और डीसी जितेंद्र कुमार सिंह के सार्थक पहल से चेन्नई से सभी शवों को हवाई मार्ग से रांची लाया गया.

देखें पूरी खबर

बता दें कि शव को लेने के लिए शुक्रवार को ही अधिकारियों को एम्बुलेंस लेकर रांची भेज दिया गया था. शनिवार दोपहर तक मृत मजदूरों के शव उनके पैतृक गांव पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. गांव पहुंचते ही अधिकारियों के मौजूदगी में ही शवों की अंत्येष्टि की जाएगी. अंतिम संस्कार को लेकर गांव में सभी औपचारिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.

कैसे हुआ था हादसा

जानकारी के अनुसार, चतरा के 9 मजदूर ग्रामीण विद्युतीकरण के तहत टावर निर्माण कार्य में लगे थे. मजदूरों की मौत चेन्नई के विल्लुपुरम इलाके में दर्दनाक सड़क हादसे में हुई. बताया जा रहा है कि सभी मजदूर एक पिकअप वाहन में सवार होकर एजेंसी साइट से कंस्ट्रक्शन साइट पर जा रहे थे. इसी दौरान उनके वाहन को एक दूसरे यात्री बस ने पीछे से टक्कर मार दी थी. जिसके बाद गाड़ी अनियंत्रित होकर सामने से आ रहे एक दूसरे बस में जा टकराई. इस दुर्घटना में 11 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, आधा दर्जन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

शवों को लाने के संबंधी मुद्दे को सांसद ने लोकसभा में उठाया

दुर्घटना के बाद चतरा के मजदूरों का शव चेन्नई के स्थानीय अस्पताल में पड़ा था. जिसे सांसद ने गंभीरता से लेते हुए न सिर्फ मामले को लोकसभा सदन में उठाया बल्कि उनके शवों को चतरा भिजवाने को लेकर खुद भी चेन्नई चले गए. इधर, डीसी जितेंद्र कुमार सिंह भी लगातार वैल्यू पुरम जिला प्रशासन के संपर्क में थे. उन्होंने शव को सुरक्षित चतरा लाने को लेकर दंडाधिकारियों को भी रांची एयरपोर्ट पर एंबुलेंस के साथ तैनात किया था.

ये भी पढ़ें- नीरज हत्याकांड: बीजेपी विधायक समेत सभी आरोपी हुए कोर्ट में पेश, 1 अगस्त को होगी अगली सुनवाई

सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले तुलसी भुईयां, राजेश भुईयां और संजय भुईयां का शव सबसे पहले इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट से रांची पहुंचा. उसके बाद दिलचंद भारती व राजीव रजक के शव आए. सबसे आखिर में मनोज रजक, कृष्णा रजक, शैलेश रजक और अरुण दास का शव रांची एयरपोर्ट पहुंचा. जहां पहले से दंडाधिकारी के रूप में तैनात चतरा अंचल अधिकारी यामून रविदास और प्रखंड विकास पदाधिकारी रंथू दास शव को एयरपोर्ट से रिसीव कर चतरा के लिए रवाना हो चुके हैं. मृतकों में 5 मजदूर सदर थाना क्षेत्र के ऊंटा मोड़, 2 मंगरदाहा गांव और 2 टंडवा थाना क्षेत्र के रहने वाले थे.

Intro:चतरा : तमिलनाडु के वैल्यूपुरम ईलाके में हुए दर्दनाक सड़क हादसे मरे नौ मजदूरों का शव रांची पहुंच चुका है। सांसद सुनील सिंह व डीसी जितेंद्र कुमार सिंह के सार्थक पहल से चेन्नई से सभी सभी शवों को हवाई मार्ग से रांची लाया गया है। यहां से जिला प्रशासन द्वारा एयरपोर्ट पर तैनात किए गए दंडाधिकारी शव को रिसीव कर चतरा लाएंगे। इसे लेकर शुक्रवार को ही अधिकारियों को एम्बुलेंस लेकर रांची एयरपोर्ट भेज दिया गया है। दोपहर एक बजे तक मृत मजदूरों के शव उनके पैतृक गांव पहुंचने की संभावना है। गांव पहुंचते ही अधिकारियों के मौजूदगी में ही शवों की अंत्येष्टि की जाएगी। अंतिम संस्कार को लेकर गांव में सभी औपचारिक तैयारियां पूरी कर ली गई है।


Body:गौरतलब है कि ग्रामीण विद्युतीकरण के तहत टावर निर्माण कार्य में लगे चतरा के नौ मजदूरों की मौत चेन्नई के विल्लुपुरम इलाके में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में हो गई थी। यह सभी मजदूर एक पिकअप वाहन में सवार होकर एजेंसी साइट से कंस्ट्रक्शन साइट पर जा रहे थे। इसी दौरान उनके वाहन को एक अन्य यात्री बस ने पीछे से टक्कर मार दी थी। जिसके बाद गाड़ी अनियंत्रित होकर सामने से आ रहे एक अन्य बस में जा टकराई। इस दुर्घटना में 11 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि आधा दर्जन मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दुर्घटना के बाद चतरा के मजदूरों का शव चेन्नई के स्थानीय अस्पताल में पड़ा था। जिसे सांसद ने गंभीरता से लेते हुए न सिर्फ मामले को लोकसभा सदन में उठाया बल्कि उनके शव को चतरा भिजवाने को लेकर खुद भी चेन्नई चले गए। इधर डीसी जितेंद्र कुमार सिंह भी लगातार विल्लुपुरम जिला प्रशासन के संपर्क में थे। उन्होंने शव को सुरक्षित चतरा लाने को लेकर दंडाधिकारियों को भी रांची एयरपोर्ट पर एंबुलेंस के साथ तैनात किया था।


Conclusion:सड़क दुर्घटना में जान गंवाने वाले तुलसी भुईयां, राजेश भुईयां और संजय भुईयां का शव सबसे पहले इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट से रांची पहुंचा। उसके बाद दिलचंद भारती व राजीव रजक की बॉडी आई। सबसे आखिर में मनोज रजक, कृष्णा रजक, शैलेश रजक और अरुण दास का शव रांची एयरपोर्ट पहुंचा। जहां पूर्व से दंडाधिकारी के रूप में तैनात चतरा अंचल अधिकारी यामून रविदास और प्रखंड विकास पदाधिकारी रंथू दास शव को एयरपोर्ट अथॉरिटी से रिसीव कर चतरा ला रहे हैं। मृतकों में पांच मजदूर सदर थाना क्षेत्र के ऊंटा मोड़, दो मंगरदाहा गांव और दो टंडवा थाना क्षेत्र के रहने वाले थे।
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