रांचीः झारखंड की राजधानी रांची की पहचान अब एजुकेशन हब के रूप में होगी. वैसा एजुकेशन हब जहां पर गुणवत्ता युक्त उच्च शिक्षा का बेहतर प्रबंध हो. शुक्रवार को मुंबई में आयोजित स्वर्णरेखा समिट में बोलते हुए रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के सीईओ अमित कुमार ने यह बात कहीं.
उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार चाहती है कि रांची को एक बेहतर शिक्षा का केंद्र बनाया जाए. साथ ही आवासीय और कमर्शियल क्षेत्र का विकास भी सुनियोजित तरीके से हो. इसीलिए हम विश्व स्तरीय आधारभूत संरचना भी प्रदान कर रहे हैं. यही नहीं निवेशकों की परियोजनाओं के विकास के दौरान सरकार की एजेंसियां उन्हें फैसिलिटेट करने का भी काम करेंगे. उन्होंने कहा कि निवेशकों के लिए रांची स्मार्ट सिटी आज देश में सबसे बेहतर स्थानों में से एक है. मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने जिन बातों पर सबसे ज्यादा फोकस किया वह इस प्रकार है.
रांची स्मार्ट सिटी का वीजन
1. नए शहर में 24 घंटे निर्बाध वाटर सप्लाई और बिजली आपूर्ति के लिए आधारभूत संरचना का विकास अंतिम दौर में है.
2. प्रदूषणयुक्त किसी भी इंडस्ट्रीज को स्मार्ट सिटी में इजाजत नहीं है.
3. सभी भवन कम से कम गृहा टू रेटिंग होंगे.
4. पूरे शहर से 15 मेगा वाट विद्युत का उत्पादन सोलर सिस्टम के जरिए होगा.
5. सरकार के विभिन्न विभागों से मिलने वाले क्लीयरेंस के लिए निर्माण कंपनियों को रांची स्मार्ट सिटी फैसिलिटेट करेगा.
6. शहर के निर्माण के बाद यहां की आर्थिक व्यवस्था शिक्षा आधारित होगी.
7. उच्च कोटि के शैक्षणिक संस्थानों को प्राथमिकता दे रहे हैं.
8. किसी भी प्लॉट से पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए 400 मीटर से ज्यादा पैदल नहीं चलना होगा.
9. भविष्य में अगर यूटिलिटी सर्विसेज बढ़ाने भी है, उसके लिए भी पहले से यूटिलिटी डक्ट में प्रावधान किया गया है.
10. देश के प्रतिष्ठित निवेशकों को आमंत्रित करते हैं.
11. विश्व की टॉप हंड्रेड यूनिवर्सिटी में शामिल यूनिवर्सिटी अगर स्मार्ट सिटी में शैक्षणिक संस्थान खोलना चाहते हैं तो सरकार उन्हें 1 रुपये में जमीन उपलब्ध कराएगी.
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रांची स्मार्ट सिटी की ओर से विभिन्न क्षेत्रों के लिए चिन्हित प्लॉट के लिए हो रहे ऑक्शन प्रक्रिया में शैक्षणिक, स्वास्थ्य, हॉस्पिटैलिटी, आवासीय और कमर्शियल क्षेत्र की टॉप कंपनियां शामिल हो. इसको लेकर 2 दिन पहले दिल्ली में और 8 जनवरी को मुंबई में स्वर्णरेखा समिति का आयोजन किया गया. इन आयोजनों के माध्यम से निवेशकों को रांची स्मार्ट सिटी ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट की जानकारी दी जा रही है. कोविड-19 संक्रमण उत्पन्न हुई आर्थिक मंदी के बावजूद स्मार्ट सिटी रांची में निवेश को लेकर दोनों ही कार्यक्रमों में निवेशक उत्सुक दिखे हैं.