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इंटरनेशनल पेंटेकोस्टल होलीनेस चर्च के 100 वर्ष पूरे, सीएम हेमंत सोरेन कार्यक्रम में हुए शामिल - रांची न्यूज

इंटरनेशनल पेंटेकोस्टल होलीनेस चर्च यानी (International Pentecostal Holiness Church) की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सम्मिलित हुए.

International Pentecostal Holiness Church
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Published : Nov 8, 2022, 9:36 PM IST

Updated : Nov 8, 2022, 9:53 PM IST

रांची: इंटरनेशनल पेंटेकोस्टल होलीनेस चर्च (International Pentecostal Holiness Church) यानी आई.पी.एच.सी. अपना स्थापना का 100 साल पूरा कर लिया है. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने कहा की आईपीएचसी सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब, जरूरतमंद, पिछड़े-कमजोर तथा आदिवासी समाज के उत्थान के लिए कार्य लंबे समय से कर रही है. यह संस्थान ऐसे वर्ग के लोगों को अपने पैरों पर खड़ा कर उन्हें बल देने का काम कर रही है जिन्हें अत्यंत ही आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि झारखंड अत्यंत पिछड़े राज्यों में से एक माना जाता है. सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में बसने वाले लोग कठिन जीवन से गुजरते हैं, ऐसे लोगों के बीच पहुंचकर यह संस्था उन्हें मार्गदर्शन देकर आगे बढ़ने की ताकत दे रही है. आज मैं इस मंच के माध्यम से आप सभी को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा कि मुझे कई जगह मिशन संस्थाओं के साथ काम करने तथा विकासात्मक योजनाओं पर विचार-विमर्श करने का मौका मिला है. राज्य के आदिवासियों और मूलवासियों में जो शैक्षणिक और बौद्धिक विकास हुआ है इसमें कहीं न कहीं मिशन संस्थानों का महत्वपूर्ण भूमिका रहा है. सुदूर क्षेत्रों में जहां मूलभूत सुविधाओं जैसे सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा की कमी है वैसे क्षेत्रों में मिशन संस्थाओं ने सकारात्मक कार्य कर मील का पत्थर स्थापित करने का काम कर दिखाया है.

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झारखंड को विकसित राज्य बनाने का आह्वान: इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि मेरा प्रयास रहा है कि हम सभी लोग मिलजुल कर इस राज्य को विकसित राज्य बनाने की ओर आगे बढ़ाएंगे, इसमें आप सभी की भागीदारी आवश्यक है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के लोग सरल स्वभाव के होते हैं. कभी-कभी इनके सरल स्वभाव का दुरुपयोग भी किया जाता है. यहां के लोग सरल तथा सीधे स्वभाव के होने के कारण कार्यपालिका की मकड़जाल को नहीं समझ पाते हैं और सरकार की भावी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं, हमें उनके साथ खड़े रहने की आवश्यकता है. देश का 42% खनिज संपदा झारखंड में निकलता है. झारखंड की संपदा देश में रोशनी तथा देश की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा बना हुआ है.

कोरोना काल को स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बनने के महज कुछ दिनों बाद ही वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण चुनौती बनकर सामने आ खड़ी हुई. राज्य सरकार ने पूरी तत्परता के साथ झारखंड के मजदूर, किसान, जरूरतमंदों सहित सभी वर्गों के लोगों को राहत पहुंचाया. मजदूरों को अपने घरों पर ही रोजगार उपलब्ध कराने का काम किया. राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण काल में किए गए कार्य देशभर में उदाहरण बना.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे ही कोरोना संक्रमण से निकलते हुए आगे बढ़े वैसे ही राज्य में सुखाड़ की चुनौती आ खड़ी हुई. राज्य सरकार ने सुखाड़ जैसी चुनौती को भी संभाला. यहां के किसान परिवार के लोगों को रोजगार सृजन के लिए कई योजनाओं की सौगात भी दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य की परंपरा, संस्कृति और प्राकृतिक व्यवस्थाओं को मद्देनजर रखते हुए कार्य योजना तैयार करने का काम किया. मुख्यमंत्री ने सभी से अपील करते हुए कहा कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले चिन्हित गरीब-जरूरतमंद परिवारों को सरकार की योजनाओं से जोड़ने के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करने की जरूरत है. आप सभी लोग सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं को एक-एक जरूरतमंद तक पहुंचाने का काम करें ताकि लोगों को सरकार के प्रति विश्वास जगे.

रांची: इंटरनेशनल पेंटेकोस्टल होलीनेस चर्च (International Pentecostal Holiness Church) यानी आई.पी.एच.सी. अपना स्थापना का 100 साल पूरा कर लिया है. इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने कहा की आईपीएचसी सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब, जरूरतमंद, पिछड़े-कमजोर तथा आदिवासी समाज के उत्थान के लिए कार्य लंबे समय से कर रही है. यह संस्थान ऐसे वर्ग के लोगों को अपने पैरों पर खड़ा कर उन्हें बल देने का काम कर रही है जिन्हें अत्यंत ही आवश्यकता है.

उन्होंने कहा कि झारखंड अत्यंत पिछड़े राज्यों में से एक माना जाता है. सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में बसने वाले लोग कठिन जीवन से गुजरते हैं, ऐसे लोगों के बीच पहुंचकर यह संस्था उन्हें मार्गदर्शन देकर आगे बढ़ने की ताकत दे रही है. आज मैं इस मंच के माध्यम से आप सभी को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं. उन्होंने कहा कि मुझे कई जगह मिशन संस्थाओं के साथ काम करने तथा विकासात्मक योजनाओं पर विचार-विमर्श करने का मौका मिला है. राज्य के आदिवासियों और मूलवासियों में जो शैक्षणिक और बौद्धिक विकास हुआ है इसमें कहीं न कहीं मिशन संस्थानों का महत्वपूर्ण भूमिका रहा है. सुदूर क्षेत्रों में जहां मूलभूत सुविधाओं जैसे सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा की कमी है वैसे क्षेत्रों में मिशन संस्थाओं ने सकारात्मक कार्य कर मील का पत्थर स्थापित करने का काम कर दिखाया है.

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झारखंड को विकसित राज्य बनाने का आह्वान: इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि मेरा प्रयास रहा है कि हम सभी लोग मिलजुल कर इस राज्य को विकसित राज्य बनाने की ओर आगे बढ़ाएंगे, इसमें आप सभी की भागीदारी आवश्यक है. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के लोग सरल स्वभाव के होते हैं. कभी-कभी इनके सरल स्वभाव का दुरुपयोग भी किया जाता है. यहां के लोग सरल तथा सीधे स्वभाव के होने के कारण कार्यपालिका की मकड़जाल को नहीं समझ पाते हैं और सरकार की भावी योजनाओं से वंचित रह जाते हैं, हमें उनके साथ खड़े रहने की आवश्यकता है. देश का 42% खनिज संपदा झारखंड में निकलता है. झारखंड की संपदा देश में रोशनी तथा देश की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा बना हुआ है.

कोरोना काल को स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार बनने के महज कुछ दिनों बाद ही वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण चुनौती बनकर सामने आ खड़ी हुई. राज्य सरकार ने पूरी तत्परता के साथ झारखंड के मजदूर, किसान, जरूरतमंदों सहित सभी वर्गों के लोगों को राहत पहुंचाया. मजदूरों को अपने घरों पर ही रोजगार उपलब्ध कराने का काम किया. राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण काल में किए गए कार्य देशभर में उदाहरण बना.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे ही कोरोना संक्रमण से निकलते हुए आगे बढ़े वैसे ही राज्य में सुखाड़ की चुनौती आ खड़ी हुई. राज्य सरकार ने सुखाड़ जैसी चुनौती को भी संभाला. यहां के किसान परिवार के लोगों को रोजगार सृजन के लिए कई योजनाओं की सौगात भी दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य की परंपरा, संस्कृति और प्राकृतिक व्यवस्थाओं को मद्देनजर रखते हुए कार्य योजना तैयार करने का काम किया. मुख्यमंत्री ने सभी से अपील करते हुए कहा कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले चिन्हित गरीब-जरूरतमंद परिवारों को सरकार की योजनाओं से जोड़ने के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करने की जरूरत है. आप सभी लोग सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं को एक-एक जरूरतमंद तक पहुंचाने का काम करें ताकि लोगों को सरकार के प्रति विश्वास जगे.

Last Updated : Nov 8, 2022, 9:53 PM IST
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