रांची: झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति बन गई हैं. सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने नवनिर्वाचित राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. यह पहली बार है कि आदिवासी समाज की एक महिला देश की राष्ट्रपति (First tribal woman president) बनी हैं. इसे लेकर रांची में जश्न का माहौल है. इस अवसर पर रांची के धुर्वा स्थित सूर्य मंदिर में आम लोगों ने गणेश सहस्त्रनाम का जाप कराया. जहां 440 किलो लड्डू प्रसाद के रूप में चढ़ाया गया और उसे आम लोगों में बांटा गया.
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झारखंड की पहली महिला राज्यपाल रह चुकी हैं द्रौपदी मुर्मू: पूजा के बाद स्थानीय लोगों ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड की राज्यपाल रहते हुए समाज पर एक अमिट छाप छोड़ी है. स्थानीय लोगों ने कहा कि इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है कि वह देश के सर्वोच्च पद को सुशोभित कर रही हैं. लोगों ने उन्हें बड़ी दीदी कह कर संबोधित किया और उनके स्वस्थ जीवन की कामना की. बता दें कि ओडिशा के रायरंगपुर की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू झारखंड में 6 वर्षों तक राज्यपाल रही हैं. वह 2015 में झारखंड की पहली महिला राज्यपाल बनी थीं. इस दौरान उन्होंने शिक्षा और आदिवासी समाज की बेहतरी के लिए कई कदम उठाए.
संसद के केंद्रीय कक्ष में लिया शपथ: 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए वोटिंग हुई थी. एनडीए की तरफ से द्रौपदी मुर्मू तो विपक्ष की तरफ से यशवंत सिन्हा को चुनाव मैदान में उतारा गया था. 21 जुलाई को काउंटिंग में द्रौपदी मुर्मू ने जीत हासिल कर ली थी. जिसके बाद देश की 15वीं राष्ट्रपति (15th President of India) के रूप में द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को संसद के केंद्रीय कक्ष में शपथ ग्रहण किया.