रांची: साहिबगंज की महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की मौत मामले को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है. इधर छात्र संगठन एसीएस ने इस मामले को लेकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. वहीं इस छात्र संगठन की ओर से राजधानी रांची के करम टोली में एक बैठक कर राज्य में बेरोजगारी और नियुक्ति जैसे मामलों को लेकर भी चर्चा की गई.
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छात्र संगठन एसीएस की ओर से एक बार फिर बेरोजगारी और नियुक्ति के विषय में आंदोलन करने की बात कही गई है. इस छात्र संघ की मानें तो कई वर्षों से नियुक्ति नहीं होने की वजह से झारखंड के छात्र परेशान हैं. अभ्यर्थियों की उम्र सीमा खत्म हो रही है. लोग रोजगार नहीं पा रहे हैं. लेकिन बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार की कोई बात नहीं करता है. न ही कोई नियुक्ति हो रही है और न ही उद्योग धंधे ही इस राज्य में स्थापित किए जा रहे हैं. जो दुर्भाग्यपूर्ण है. आरक्षित वर्ग के लिए बैकलॉग की सीट होने के बावजूद सरकार नियुक्ति में आरक्षित वर्ग को लाभ नहीं दे रही है. एसीएस की इस बैठक में संगठन से जुड़े कई कार्यकर्ता शामिल हुए.
सीबीआई जांच की मांग
एसीएस के प्रतिनिधियों ने कहा कि महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की मामले में लगातार यह संगठन आंदोलन करेगा. जब तक रूपा को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक सरकार से उच्च स्तरीय जांच के लिए मांग जारी रहेगी. क्योंकि रूपा तिर्की की मौत संदेह के घेरे में है. इस दौरान एसीएस ने कहा कि पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार की जांच एजेंसी पर उन्हें भरोसा नहीं है. इसकी जांच सीबीआई से कराने की जरूरत है.