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रिम्स में लगी देश की सबसे बेहतर कैथ लैब मशीन, अब हार्ट मरीजों को नहीं पड़ेगा भटकना

रांची के रिम्स में अत्याधुनिक कैथ लैब मशीन लगाई गई है. इस मशीन के लगने से हृदय रोगियों को काफी सुविधा मिलेगी. उन्हें इलाज के लिए राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

Heart patients in RIMS
रिम्स में लगी देश का सबसे बेहतर कैथ लैब मशीन
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Published : Dec 9, 2021, 8:27 AM IST

Updated : Dec 9, 2021, 9:02 AM IST

रांची: झारखंड में हृदय रोग के मरीजों के लिए अच्छी खबर है. राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान(Rims) में पूर्वोत्तर भारत की सबसे बेहतर कैथ लैब मशीन लगाई गई है. यह मशीन अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में इंस्टॉल किया गया है. जिससे मरीजों का इलाज शुरू हो गया है.

यह भी पढ़ेंःरिम्स में इको और कैथ लैब की मशीन कई महीनों से बंद, निजी केंद्रों में जांच कराने को मजबूर मरीज


कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. हेमंत नारायण ने बताया कि पूर्वोत्तर भारत में सिर्फ रिम्स में ही बाय प्लेन(BIPLANE) कैथ लैब मशीन लगाई गई है. देश में यह अत्याधुनिक कैथ लैब मशीन अभी दो-तीन अस्पतालों में ही लगी है. उन्होंने कहा कि यह मशीन सिर्फ ह्रदय रोग से ग्रसित मरीजों के लिए ही नहीं बल्कि न्यूरो से ग्रसित मरीजों के लिए भी उपयोगी होगी.

देखें पूरी खबर

13 करोड़ की लगात से लगी मशीन
रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में लगभग 13 करोड़ की लगात से मशीन लगाई गई है. जीई हेल्थ केयर की यह मशीन पूर्वोत्तर भारत में सबसे पहले रिम्स में लगाई गई है. इस मशीन का निर्माण अमेरिका में होता है. मशीन के लगते ही कार्डियोलॉजी विभाग में कार्यरत टेक्नीशियन को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण दिल्ली से आए जीई हेल्थ केयर के अधिकारी दे रहे हैं. प्रशिक्षण कार्यक्रम अगले दो-तीन दिनों तक चलेगा.

मरीजों को एंजियोप्लास्टी की मिलेगी सुविधा

बता दें कि रिम्स में कैथ लैब मशीन लगने से पहले यह मशीन सिर्फ दिल्ली के पारस अस्पताल, चेन्नई के राम कृष्णा अस्पताल में उपलब्ध थी. अब रिम्स में हृदय से जुड़े मरीजों को एंजियोप्लास्टी और एंजियोग्राफी की सुविधा मिलेगी. इसके लिए उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा.

रांची: झारखंड में हृदय रोग के मरीजों के लिए अच्छी खबर है. राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान(Rims) में पूर्वोत्तर भारत की सबसे बेहतर कैथ लैब मशीन लगाई गई है. यह मशीन अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में इंस्टॉल किया गया है. जिससे मरीजों का इलाज शुरू हो गया है.

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कार्डियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. हेमंत नारायण ने बताया कि पूर्वोत्तर भारत में सिर्फ रिम्स में ही बाय प्लेन(BIPLANE) कैथ लैब मशीन लगाई गई है. देश में यह अत्याधुनिक कैथ लैब मशीन अभी दो-तीन अस्पतालों में ही लगी है. उन्होंने कहा कि यह मशीन सिर्फ ह्रदय रोग से ग्रसित मरीजों के लिए ही नहीं बल्कि न्यूरो से ग्रसित मरीजों के लिए भी उपयोगी होगी.

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13 करोड़ की लगात से लगी मशीन
रिम्स के कार्डियोलॉजी विभाग में लगभग 13 करोड़ की लगात से मशीन लगाई गई है. जीई हेल्थ केयर की यह मशीन पूर्वोत्तर भारत में सबसे पहले रिम्स में लगाई गई है. इस मशीन का निर्माण अमेरिका में होता है. मशीन के लगते ही कार्डियोलॉजी विभाग में कार्यरत टेक्नीशियन को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण दिल्ली से आए जीई हेल्थ केयर के अधिकारी दे रहे हैं. प्रशिक्षण कार्यक्रम अगले दो-तीन दिनों तक चलेगा.

मरीजों को एंजियोप्लास्टी की मिलेगी सुविधा

बता दें कि रिम्स में कैथ लैब मशीन लगने से पहले यह मशीन सिर्फ दिल्ली के पारस अस्पताल, चेन्नई के राम कृष्णा अस्पताल में उपलब्ध थी. अब रिम्स में हृदय से जुड़े मरीजों को एंजियोप्लास्टी और एंजियोग्राफी की सुविधा मिलेगी. इसके लिए उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा.

Last Updated : Dec 9, 2021, 9:02 AM IST
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