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SC-ST थाना पहुंचे रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के छात्र, VC और कुलसचिव के खिलाफ दर्ज कराया मामला

रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने कुलसचिव और वीसी के खिलाफ फर्जीवाड़े का मामला दर्ज कराया है. दरअसल प्लेसमेंट के नाम पर गार्ड की नौकरी दी गई.

आरएसयू के कुलसचिव के खिलाफ फर्जीवाड़े का मामला दर्ज
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Published : Aug 27, 2019, 9:49 PM IST

Updated : Sep 1, 2019, 7:06 PM IST

रांची: रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के पहले ही बैच के एसटी-एससी विद्यार्थियों को थाने की शरण लेनी पड़ी. विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के वीसी समेत कुलसचिव के खिलाफ भी फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज करा कराया है. 2016 -17 के बैच के ये वो विद्यार्थी हैं, जिन्हें प्लेसमेंट के नाम पर चेन्नई में गार्ड की नौकरी दी गई थी.

case of fraud was filed against the registrar and VC in ranchi
आरएसयू के कुलसचिव के खिलाफ फर्जीवाड़े का मामला दर्ज

प्लेसमेंट के नाम पर दी जाती है गार्ड की नौकरी
विद्यार्थियों ने रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय में नामांकन लेने से पहले कई सुनहरे सपने देखे थे, लेकिन विद्यार्थियों का सपना चकनाचूर हो गया. सत्र 2016 -17 पहले बैच के विद्यार्थी रोजगार के लिए अब तक दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. प्लेसमेंट के नाम पर इन्हें गार्ड की नौकरी दे दी गई थी. इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री ने भी संज्ञान लिया था, लेकिन नतीजा सामने नहीं आया.

ये भी पढ़े: रांचीः स्कूल प्रबंधक की बड़ी लापरवाही, 18 विद्यार्थियों का भविष्य बर्बादी की कगार पर

कुलसचिव और वीसी के खिलाफ फर्जीवाड़े का मामला दर्ज
विद्यार्थियों ने कुलसचिव के खिलाफ एसटी-एससी थाना में फर्जीवाड़े का मामला दर्ज कराया है. विद्यार्थियों ने बताया कि वह काफी दिनों से परेशान थे. पहले इन्हें राज्यपाल के हाथों नियुक्ति पत्र दिया गया था. उस नियुक्ति पत्र में लिखा गया कि सुरक्षाकर्मियों के सुपरवाइजर की नौकरी दी गई है. चेन्नई पहुंचकर उन्हें एटीएम और विभिन्न कंपनियों में गार्ड की नौकरी थमा दी गई. वहां से विद्यार्थी रांची लौटे और इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत भी की, लेकिन शिकायत मिलने के बावजूद विद्यार्थियों की समस्याओं को किसी ने नहीं सुना.

शिक्षा विभाग ने साधी चुप्पी

जानकारी के मुताबिक इस बैच में 30 विद्यार्थी थे और ये तमाम विद्यार्थी एसटी-एससी वर्ग से ही आते हैं. उन्होंने इस थाना में वीसी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन का भी पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. वहीं जब इस संबंध में शिक्षा विभाग से संपर्क साधा गया तो विभाग ने भी अपना पक्ष स्पष्ट नहीं किया.

उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
विद्यार्थियों ने कहा कि मामले को लेकर अगर समय रहते शिक्षा विभाग ने ध्यान नहीं दिया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे. ऐसे में सरकार का यह कहना कि विद्यार्थियों के रोजगार के लिए सरकार प्रयासरत है. इस क्रम में जल्द से जल्द सरकार को ध्यान देने की जरूरत है.

रांची: रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के पहले ही बैच के एसटी-एससी विद्यार्थियों को थाने की शरण लेनी पड़ी. विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय के वीसी समेत कुलसचिव के खिलाफ भी फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज करा कराया है. 2016 -17 के बैच के ये वो विद्यार्थी हैं, जिन्हें प्लेसमेंट के नाम पर चेन्नई में गार्ड की नौकरी दी गई थी.

case of fraud was filed against the registrar and VC in ranchi
आरएसयू के कुलसचिव के खिलाफ फर्जीवाड़े का मामला दर्ज

प्लेसमेंट के नाम पर दी जाती है गार्ड की नौकरी
विद्यार्थियों ने रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय में नामांकन लेने से पहले कई सुनहरे सपने देखे थे, लेकिन विद्यार्थियों का सपना चकनाचूर हो गया. सत्र 2016 -17 पहले बैच के विद्यार्थी रोजगार के लिए अब तक दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं. प्लेसमेंट के नाम पर इन्हें गार्ड की नौकरी दे दी गई थी. इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री ने भी संज्ञान लिया था, लेकिन नतीजा सामने नहीं आया.

ये भी पढ़े: रांचीः स्कूल प्रबंधक की बड़ी लापरवाही, 18 विद्यार्थियों का भविष्य बर्बादी की कगार पर

कुलसचिव और वीसी के खिलाफ फर्जीवाड़े का मामला दर्ज
विद्यार्थियों ने कुलसचिव के खिलाफ एसटी-एससी थाना में फर्जीवाड़े का मामला दर्ज कराया है. विद्यार्थियों ने बताया कि वह काफी दिनों से परेशान थे. पहले इन्हें राज्यपाल के हाथों नियुक्ति पत्र दिया गया था. उस नियुक्ति पत्र में लिखा गया कि सुरक्षाकर्मियों के सुपरवाइजर की नौकरी दी गई है. चेन्नई पहुंचकर उन्हें एटीएम और विभिन्न कंपनियों में गार्ड की नौकरी थमा दी गई. वहां से विद्यार्थी रांची लौटे और इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत भी की, लेकिन शिकायत मिलने के बावजूद विद्यार्थियों की समस्याओं को किसी ने नहीं सुना.

शिक्षा विभाग ने साधी चुप्पी

जानकारी के मुताबिक इस बैच में 30 विद्यार्थी थे और ये तमाम विद्यार्थी एसटी-एससी वर्ग से ही आते हैं. उन्होंने इस थाना में वीसी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन का भी पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. वहीं जब इस संबंध में शिक्षा विभाग से संपर्क साधा गया तो विभाग ने भी अपना पक्ष स्पष्ट नहीं किया.

उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
विद्यार्थियों ने कहा कि मामले को लेकर अगर समय रहते शिक्षा विभाग ने ध्यान नहीं दिया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे. ऐसे में सरकार का यह कहना कि विद्यार्थियों के रोजगार के लिए सरकार प्रयासरत है. इस क्रम में जल्द से जल्द सरकार को ध्यान देने की जरूरत है.

Intro:रांची।

थक हार कर आखिरकार रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के पहले बैच के विद्यार्थी एसटीएससी थाना के शरण में चले गए हैं .इन विद्यार्थियों ने रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के वीसी समेत कुलसचिव के खिलाफ भी फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज करा दिया है .गौरतलब है कि यह 2016 -17 के वही विद्यार्थी हैं जिन्हें चेन्नई में गार्ड की नौकरी दी गई थी.


Body:रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय के विद्यार्थी काफी परेशान है.ये वैसे विद्यार्थी जिन्होंने इस विश्वविद्यालय में नामांकन लेने से पहले कई सुनहरे सपने देखे थे और इस विश्वविद्यालय ने इन विद्यार्थियों के सपने को चकनाचूर कर दिया है.दरअसल इस विश्वविद्यालय के सत्र 2016 -17 प्रथम बैच के विद्यार्थी रोजगार के लिए अब भी दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है .प्लेसमेंट के नाम पर इन्हें गार्ड की नौकरी दे दी गई थी. इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री ने भी संज्ञान लिया था .लेकिन हुआ ढाक का तीन पात. अब इस यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी वीसी और विश्वविद्यालय कुलसचिव खिलाफ एसटीएससी थाना में फर्जीवाड़े का मामला दर्ज करा दिया है .इनकी मानें तो यह काफी दिनों से परेशान थे. सबसे पहले इन्हें राज्यपाल के हाथों नियुक्ति पत्र दिया गया और उस नियुक्ति पत्र में लिखा गया कि सुरक्षाकर्मियों के सुपरवाइजर की नौकरी दी गई है .लेकिन जब विद्यार्थी रोजगार के लिए चेन्नई पहुंचे तो वहां पता चला इन्हें एटीएम कार्ड और विभिन्न कंपनियों में गार्ड की नौकरी थमा दिया गया है .वहां से तमाम विद्यार्थी रांची लौटे और इस मामले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन से शिकायत भी की. लेकिन शिकायत मिलने के बावजूद विद्यार्थियों की समस्याओं को किसी ने नहीं सुना. अंत मे विद्यार्थियों ने एसटीएससी थाना का शरण लिया. जानकारी के मुताबिक इस बैच में 30 विद्यार्थी थे और ये तमाम विद्यार्थी एसटीएससी वर्ग से ही आते हैं .इसीलिए उन्होंने इस थाना में वीसी के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया है .इस मामले को लेकर हमारी टीम ने विश्वविद्यालय प्रशासन का भी पक्ष जानने की कोशिश की .लेकिन उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया .वहीं जब इस संबंध में शिक्षा विभाग से संपर्क साधा गया तो विभाग ने भी अपना पक्ष स्पष्ट नहीं किया .




Conclusion:मामला काफी गंभीर है इस मामले को लेकर अगर समय रहते शिक्षा विभाग ध्यान नहीं दिया तो यह विद्यार्थी उग्र आंदोलन करने की राह पर चल पड़ेंगे .ऐसे में सरकार का यह कहना कि विद्यार्थियों और रोजगार के लिए सरकार प्रयासरत है यह सही नहीं होगा. इस दिशा में जल्द से जल्द रघुवर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है।

बाइट-अजित छात्र,

छात्र।
Last Updated : Sep 1, 2019, 7:06 PM IST
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