रांची: जिले के हिंदपीढ़ी में बैरिकेडिंग लगाने के विरोध में पुलिस पर पथराव और हंगामा के मामले में 3 अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई है. तीनों एफआईआर में 15 नामजद और 550 अज्ञात को आराेपित बनाया गया है. पहली एफआईआर सरफराज चौक के पास पुलिस पर पथराव करने, दूसरी एफआईआर गुरुनानक स्कूल के पास भीड़ जुटाकर हंगामा करने और तीसरी एफआईआर मारवाड़ी कॉलेज के समीप जुटकर हंगामा करने और धरना पर बैठने को लेकर की गई है.
पहली प्राथमिकी में सरफराज चौक और माली टोली में बैरिकेडिंग लगाने का विरोध करते हुए पुलिस पर पथराव किए जाने के मामले में नामजदों के अलावा 200 अज्ञात को आरोपी बनाया गया है. दूसरी प्राथमिकी ग्वालाटोली निवासी आसिफ की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने गुरुनानक स्कूल के पास हंगामा और धरना-प्रदर्शन किए जाने पर 300 अज्ञात के खिलाफ दर्ज किया गया है.
जबकि तीसरी प्राथमिकी मारवाड़ी कॉलेज के पास बैरिकेडिंग लगाने के विरोध में किए गए हंगामे और धरना में शामिल लोगों पर की गई है. इसमें नामजद समेत 50 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और वीडियो फुटेज के आधार पर पहचान की कोशिश शुरू कर दी है.
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युवक की मौत पर इलाज में देरी का आरोप लगाकर किया था हंगामा
हिंदपीढ़ी में मो. आसिफ नाम के युवक की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल काटा था. सरफराज चौक पर पुलिस पर हमला किया गया था. सील रहने की वजह से युवक को अस्पताल ले जाने में देरी और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए करीब ढाई घंटे तक हंगामा किया.
पुलिस-प्रशासन की ओर से सीलमुक्त करने के आश्वासन के बाद लोग वापस लौटे थे. दरअसल, यह मामला तब भड़का जब हिंदपीढ़ी के आसिफ नामक 20 वर्षीय युवक की गुरुनानक अस्पताल ले जाने के बाद रिम्स में मौत हो गई. आसिफ अपेंडिक्स का मरीज था. मौत की सूचना फैलते ही मुहल्लेवासी भड़क गए. उनका कहना था कि कंटेनमेंट जोन होने के कारण इलाके में अगर कोई बीमार हो जाता है, तो उसका समय पर इलाज नहीं हो पाता है.