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कारोबारी अमित अग्रवाल हुए फिट, रिम्स से वापस जेल शिफ्ट - पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी

पेट में इंफेक्शन के चलते रिम्स लाए गए कारोबारी अमित अग्रवाल फिट (Businessman Amit Agarwal Fit) हो गए हैं. इसके बाद रिम्स से उन्हें वापस बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में शिफ्ट कर दिया गया है.

Businessman Amit Agarwal fit shifted from RIMS back to jail
कारोबारी अमित अग्रवाल हुए फिट
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Published : Nov 1, 2022, 10:58 PM IST

रांचीः ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए कोलकाता के चर्चित कारोबारी अमित अग्रवाल (Businessman Amit Agarwal Fit) को रांची के रिम्स अस्पताल से वापस रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया है. इससे पहले बीते शुक्रवार को अमित अग्रवाल ने पेट दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस सुरक्षा में उन्हें बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से रांची के रिम्स अस्पताल लाया गया था.

ये भी पढ़ें-ईडी ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिख की जोनल ऑफिस की सुरक्षा बढ़ाने की मांग, किसी बड़े पर कार्रवाई की लगने लगी अटकल



पेट में इंफेक्शनः रिम्स से मिली जानकारी के अनुसार अमित अग्रवाल के पेट में इंफेक्शन था, रिम्स के डॉक्टर विनय प्रताप के वार्ड में अमित अग्रवाल को भर्ती कराया गया था. पिछले 4 दिनों से अमित अग्रवाल का रांची के रिम्स अस्पताल में इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान उनके सभी टेस्ट निगेटिव आए हैं, जिसके बाद डॉक्टर्स ने जेल प्रशासन को यह रिपोर्ट भेजी थी कि अमित अग्रवाल बिल्कुल फिट हैं उन्हें अस्पताल से वापस जेल भेजा जा सकता है. डॉक्टर की रिपोर्ट मिलने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच अमित अग्रवाल को वापस रिम्स से बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में शिफ्ट कर दिया गया.


कौन हैं अमित अग्रवालः अमित अग्रवाल मूल रूप से कोलकाता के व्यवसायी हैं. रियल एस्टेट, जामताड़ा में वनस्पति तेल के उद्योग सहित कई कारोबार से जुड़े हैं. झारखंड में सत्ता के गलियारों में काफी सक्रिय रहे हैं. सत्ताधीशों के बीच इनकी अच्छी पकड़ है. वर्ष 2020 में आयकर विभाग ने इनके यहां कई कार्रवाई की थी और गड़बड़ियां पकड़ीं थीं. झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को अमित अग्रवाल की शिकायत पर ही कोलकाता पुलिस ने 50 लाख रुपये नगदी के साथ गिरफ्तार किया था. अमित अग्रवाल ने शेल कंपनियों से जुड़े याचिका में पैसे मांगने का आरोप राजीव कुमार पर लगाया था. इस मामले में ईडी ने अलग से मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है. ईडी की टीम ने 10 सितंबर को अमित अग्रवाल को गिरफ्तार किया था.

बाबूलाल ने साधा था निशानाः अमित अग्रवाल के रिम्स में भर्ती होने के बाद भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ईडी के आरोपियों को रिम्स भेजे जाने के मामले में झारखंड सरकार पर निशाना साधा था. बाबूलाल ने ट्वीट कर लिखा था कि पंकज मिश्रा, पूजा सिंघल और अब अमित अग्रवाल रिम्स आ गए हैं. बाबूलाल मरांडी ने कटाक्ष करते हुए लिखा था कि बारी-बारी से जेल यातना से त्रस्त होकर आरोपी रिम्स अस्पताल स्वास्थ्य लाभ के लिए आ रहे हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, अपने टीम के ईडी के कैदी प्रेम प्रकाश, बच्चू यादव को भी जेल से लाकर रिम्स कॉटेज मुहैया कराइये. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा था कि रिम्स डायरेक्टर बंगला भी वीआईपी कैदी के लिए तैयार रखिये.

रांचीः ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए कोलकाता के चर्चित कारोबारी अमित अग्रवाल (Businessman Amit Agarwal Fit) को रांची के रिम्स अस्पताल से वापस रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया है. इससे पहले बीते शुक्रवार को अमित अग्रवाल ने पेट दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस सुरक्षा में उन्हें बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से रांची के रिम्स अस्पताल लाया गया था.

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पेट में इंफेक्शनः रिम्स से मिली जानकारी के अनुसार अमित अग्रवाल के पेट में इंफेक्शन था, रिम्स के डॉक्टर विनय प्रताप के वार्ड में अमित अग्रवाल को भर्ती कराया गया था. पिछले 4 दिनों से अमित अग्रवाल का रांची के रिम्स अस्पताल में इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान उनके सभी टेस्ट निगेटिव आए हैं, जिसके बाद डॉक्टर्स ने जेल प्रशासन को यह रिपोर्ट भेजी थी कि अमित अग्रवाल बिल्कुल फिट हैं उन्हें अस्पताल से वापस जेल भेजा जा सकता है. डॉक्टर की रिपोर्ट मिलने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच अमित अग्रवाल को वापस रिम्स से बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में शिफ्ट कर दिया गया.


कौन हैं अमित अग्रवालः अमित अग्रवाल मूल रूप से कोलकाता के व्यवसायी हैं. रियल एस्टेट, जामताड़ा में वनस्पति तेल के उद्योग सहित कई कारोबार से जुड़े हैं. झारखंड में सत्ता के गलियारों में काफी सक्रिय रहे हैं. सत्ताधीशों के बीच इनकी अच्छी पकड़ है. वर्ष 2020 में आयकर विभाग ने इनके यहां कई कार्रवाई की थी और गड़बड़ियां पकड़ीं थीं. झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता राजीव कुमार को अमित अग्रवाल की शिकायत पर ही कोलकाता पुलिस ने 50 लाख रुपये नगदी के साथ गिरफ्तार किया था. अमित अग्रवाल ने शेल कंपनियों से जुड़े याचिका में पैसे मांगने का आरोप राजीव कुमार पर लगाया था. इस मामले में ईडी ने अलग से मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है. ईडी की टीम ने 10 सितंबर को अमित अग्रवाल को गिरफ्तार किया था.

बाबूलाल ने साधा था निशानाः अमित अग्रवाल के रिम्स में भर्ती होने के बाद भाजपा विधायक दल के नेता व पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने ईडी के आरोपियों को रिम्स भेजे जाने के मामले में झारखंड सरकार पर निशाना साधा था. बाबूलाल ने ट्वीट कर लिखा था कि पंकज मिश्रा, पूजा सिंघल और अब अमित अग्रवाल रिम्स आ गए हैं. बाबूलाल मरांडी ने कटाक्ष करते हुए लिखा था कि बारी-बारी से जेल यातना से त्रस्त होकर आरोपी रिम्स अस्पताल स्वास्थ्य लाभ के लिए आ रहे हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, अपने टीम के ईडी के कैदी प्रेम प्रकाश, बच्चू यादव को भी जेल से लाकर रिम्स कॉटेज मुहैया कराइये. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा था कि रिम्स डायरेक्टर बंगला भी वीआईपी कैदी के लिए तैयार रखिये.

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