रांचीः स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग ने निर्णय लिया है कि झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की किताबों की होम डिलीवरी की जाएगी. पहली से दसवीं कक्षा तक के बच्चों को सत्र 2021-22 की किताबों को घरों तक पहुंचाये जाने की योजना तैयार कर ली गई है.
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गौरतलब है कि झारखंड के लगभग 40 लाख बच्चों तक निःशुल्क किताब मुहैया कराया जाना है. इसे लेकर आपदा प्रबंधन विभाग के निर्देश पर स्कूली शिक्षा साक्षरता विभाग ने एक योजना तैयार की है.
इस योजना के तहत झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के सहयोग से बच्चों की किताबें प्रखंड स्तर तक पहुंचाई जाएगी. मार्च महीने में ही इसे लेकर तैयारियां की गईं थी, लेकिन कोरोना की दूसरे लहर की वजह से योजना धरातल पर नहीं उतारी जा सकी. एक बार फिर इसे अमलीजामा पहनाने के उद्देश्य से दोबारा इस पर काम शुरू किया गया है.
निदेशक कर रहे हैं मॉनिटरिंग
झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी की देखरेख में प्रखंड स्तर तक किताबें पहुंचाई गई है.
स्कूल प्रबंधन समिति को भी इसमें जिम्मेदारी दी जा रही है. जल्द से जल्द बच्चों तक किताबें पहुंचे इसे लेकर तैयारियां की जा रही है. प्रखंड स्तर तक किताबें पहुंच चुकी है .कुछ किताबें मुहैया कराना बाकी है. एक मुस्त तमाम किताबें बच्चों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है.