रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन की सरकार पर बीजेपी ने कटाक्ष किया है. पार्टी ने कहा कि हैरत की बात यह है कि स्टेट कैबिनेट में आधे से अधिक मंत्री झामुमो के कोटे से हैं, लेकिन वो कहीं नजर नहीं आते. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत 11 सदस्यों वाले स्टेट कैबिनेट में सबसे एक्टिव कांग्रेस कोटे के मंत्री हैं. इतना ही नहीं सरकार के दो मंत्री सुपर सीएम की भूमिका में हैं, वहीं पूरी सरकार दिल्ली से चल रही है.
11 सदस्यीय स्टेट कैबिनेट में 6 झामुमो, 4 कांग्रेस और 1 राजद के मंत्री
स्टेट कैबिनेट के समीकरण को देखें तो झारखंड मुक्ति मोर्चा के कोटे से छह मंत्री हैं. उनमें मुख्यमंत्री सोरेन के अलावा परिवहन मंत्री चंपई सोरेन, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर, महिला कल्याण मंत्री जोबा मांझी, शिक्षा और उत्पाद मंत्री जगरनाथ महतो, अल्पसंख्यक कल्याण मामले के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी हैं. वहीं कांग्रेस से रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख मंत्री हैं. जबकि राजद के सत्यानंद भोक्ता को श्रम विभाग की जिम्मेदारी मिली है. दरअसल वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से कांग्रेस के मंत्रियों की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है. कांग्रेस के कोटे में ग्रामीण विकास विभाग, संसदीय कार्य विभाग, वित्त विभाग, सार्वजनिक खाद्य आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण मामले का विभाग, स्वास्थ्य विभाग और कृषि और पशुपालन विभाग है.