रांची: 20 अगस्त रविवार को सीडब्ल्यूसी के 39 सदस्यों के नामों की घोषणा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के.सी. वेणुगोपाल द्वारा की गई. सीडब्ल्यूसी सदस्य के रूप में झारखंड से किसी नेता का नाम नहीं शामिल करने का हवाला देते हुए भारतीय जनता पार्टी अब झारखंड के कांग्रेसी नेताओं पर तंज कस रही है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक ने सीडब्ल्यूसी में झारखंड के नेताओं की उपेक्षा पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने यह मान लिया है कि झारखंड में कोई भी एक ऐसा कांग्रेसी नेता नहीं है जो राष्ट्रीय राजनीति का हिस्सा बन सके.
वहीं भाजपा के तंज पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि केंद्रीय राजनीति में शामिल होने के बावजूद जब भाजपा के नेता आदिवासियों, महिलाओं के साथ अत्याचार पर चुप रहते हैं तो वैसे नेताओं के केंद्रीय राजनीति में शामिल होने से राज्य की जनता को क्या लाभ है. नॉर्थ ईस्ट के राज्य के प्रभारी के रूप में डॉ अजय कुमार को सीडब्ल्यूसी में शामिल करने का हवाला देते हुए यह भी कहा है कि वह झारखंड के ही नेता हैं.
भाजपा सर्व स्पर्शी, सर्व समावेशीः भारतीय जनता पार्टी के नेता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सभी प्रदेशों का ख्याल रखती है और यही वजह है कि झारखंड से हमारे नेता राष्ट्रीय राजनीति में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राष्ट्रीय मंत्री और जनजातीय प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर भी सुशोभित हैं. भाजपा किसी राज्य को उपेक्षित करके आगे नहीं बढ़ती है. जबकि कांग्रेस ने सीडब्ल्यूसी में जिस तरह से झारखंड को नजर अंदाज किया है, वह यह बताने के लिए काफी है कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की नजर में झारखंड का स्थान क्या है.
सीडब्ल्यूसी को लेकर भाजपा को तंज कसने का हक नहींः सीडब्ल्यूसी को लेकर झारखंड के कांग्रेसी नेताओं की उपेक्षा पर भारतीय जनता पार्टी के तंज का जवाब देते हुए कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि इस मुद्दे पर भाजपा को बोलने का कोई अधिकार नहीं है. कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि दरअसल राज्य में अब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के पास कोई काम नहीं बचा है. इसीलिए वह इस तरह के अनर्गल बयानबाजी में लीन हो गए हैं. कांग्रेस के प्रदेश महासचिव ने कहा कि हमारी प्राथमिकता में देशहित पहले हैं और कांग्रेस देशहित के लिए काम करती है. उन्होंने इस बात को नकार दिया की सीडब्ल्यूसी में झारखंड के नेताओं की उपेक्षा हुई है. कांग्रेस नेता ने कहा कि जनता की समस्याओं के प्रति हमारी जवाबदेही है. हमारे झारखंड के कई नेता राष्ट्रीय स्तर के हैं.