रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायक हंगामा मचाते रहे. सदन के बाहर हाथों में तख्ती लेकर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायकों ने राज्य में पेयजल संकट के प्रति सरकार के उदासीन रवैया पर नाराजगी जतायी. विधानसभा पोर्टिको में विधायक बिरंची नारायण के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायकों ने सरकार पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का भी आरोप लगाया.
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इस दौरान भाजपा विधायक अनंत ओझा ने कहा कि राज्य सरकार पेयजल संकट को लेकर गंभीर नहीं है. अभी से ही गर्मी शुरू हो गई है, लेकिन सरकार को उसकी चिंता नहीं है. विधायक ने कहा हर साल झारखंड के लोग पेयजल संकट से जूझते रहते हैं और यहां की सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाती है. ऐसे में अगर इस बार सरकार पहले से ही कोई कदम नहीं उठाएगी तो स्थिति भयावह हो जाएगी. सदन में पेयजल संकट के मुद्दे पर भी भारतीय जनता पार्टी की ओर से सवाल उठाए जाएंगे.
वहीं, प्रदर्शन कर रही भाजपा विधायक नीरा यादव ने कहां कि मुख्यमंत्री जिस तरह से सदन को गुमराह कर रहे हैं, वह कहीं से भी उचित नहीं है. पिछली सरकार में स्कूल बंद करने की बात को लेकर नीरा यादव ने कहा कि स्कूलों को बंद नहीं कराया गया था, बल्कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विलय कराया गया था. उन्होंने कहा अगर सरकार इसे गलत और बंद कराना मानती है तो 3 सालों में इन स्कूलों को खोलने का प्रयास क्यों नहीं किया. सदन में पिछली सरकार की नीतियों को गलत ठहराने में लगे मुख्यमंत्री को यह भी पता नहीं है कि पिछली सरकार में विकास के कार्य जिस गति से हुए, वह ऐतिहासिक थे. इसके अलावा प्रदर्शन के दौरान भारतीय जनता पार्टी के विधायक ने रामगढ़ उपचुनाव के परिणाम में एनडीए प्रत्याशी के आगे चलने पर खुशी जताई.
बजट सत्र का है चौथा दिन: झारखंड विधानसभा का बजट सत्र का चौथा दिन 2 मार्च को है. सत्र के चौथे दिन सदन में राज्य सरकार के द्वारा आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया जाएगा. इसके माध्यम से राज्य की अर्थव्यवस्था की जानकारी मिलेगी. इसके अलावा सदन में तृतीय अनुपूरक बजट पर वाद विवाद के बाद मतदान एवं विनियोग विधेयक लाया जाएगा. कल यानी 3 मार्च को अगले वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के द्वारा सदन में पेश किया जाएगा.