रांचीः नियोजन नीति को लेकर छात्रों का विधानसभा घेराव भले ही स्थगित हो गया हो मगर विपक्ष का आंदोलन अभी भी जारी है. सदन शुरू होने से पहले सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के विधायक विधानसभा परिसर में एक बार फिर सरकार विरोधी नारे लगाते हुए नजर आए.
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हाथों में तख्ती लिए विधानसभा परिसर में प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायकों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष की मांगों पर कार्यमंत्रणा में दिए गए आश्वासन के बावजूद मुख्यमंत्री के द्वारा अब तक इस पर सदन में कुछ भी नहीं बोला गया है. ऐसे में अब बजट सत्र महज 4 दिन शेष है और अंतिम दिन मुख्यमंत्री इस संबंध में कुछ गोलमोल बात बोलकर भागने का काम करेंगे तो विपक्ष भला कैसे चुप रहेगा. आज यदि सदन में मुख्यमंत्री का इस संबंध में कोई वक्तव्य नहीं आता है तो भारतीय जनता पार्टी के विधायक अपने नेता बाबूलाल मरांडी के साथ बातचीत कर आगे की रणनीति तय करेंगे.
नियोजन नीति पर विपक्ष सरकार को घेरने का काम करती रहेगीः नियोजन नीति के मुद्दे पर विपक्ष सरकार को घेरने का काम करती रहेगी. विपक्ष के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार सिर्फ और सिर्फ जनता को ठगने का काम कर रही है. जिसके खिलाफ यदि विपक्ष बोलता है तो उसे बोलने नहीं दिया जाता है.
हम बात करते हैं नियोजन नीति की जो छात्रों से जुड़ा हुआ मामला है. जिस वजह से राज्य में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी तरह से ठप है, मगर सरकार इस पर कुछ भी बोलने से कतराती है. हम जब बात करते हैं गलत शराब नीति के कारण हुए राजस्व नुकसान और इसमें हुए घोटाले का तो सरकार जवाब देने के बजाय सदन में विपक्ष पर झूठा आरोप लगाने की बात करती है. ऐसे में यदि सरकार सही रास्ते पर नहीं चले तो विपक्ष का काम यही होता है कि उन्हें रास्ता दिखाए.
भाजपा विधायक अमर कुमार बाउरी ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं के साथ अन्याय कर रही है और कहीं ना कहीं नियोजन नीति के मुद्दे पर सरकार का स्टैंड क्लियर नहीं है. जिस वजह से यहां के युवाओं के साथ अन्याय होता है. यदि यही स्थिति बनी रही तो मौजूदा सरकार के 3 वर्ष में जिस तरह से एक भी नियुक्ति नहीं हुई. आगे बचे हुए समय में भी राज्य में कुछ भी नियुक्तियां नहीं हो पाएंगी. आज राज्य के युवा सरकार से नौकरी की मांग कर रहे हैं तो उनके आंदोलन को दबाने की कोशिश की जाती है, लेकिन विपक्ष इनके दमनकारी नीति से झुकने वाला नहीं है और आने वाले समय में इसके विरोध में आंदोलन और तेज किया जाएगा.