रांची: शहर के धुर्वा इलाके में उस समय सनसनी फैल गई जब कुछ ऐसे नवजात बच्चे का शव बरामद किए गए, जिसे देख कोई भी खौफ से घिर जाए. नवजात बच्चे का क्षत विक्षत शव देखकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद घटना की जांच की जा रही है.
धुर्वा थाना क्षेत्र के मौसीबाड़ी में रविवार को ऐसे नवजात बच्चे का शव बरामद किया गया, जिसमें दो शरीर जुड़े हुए थे. जैसे जुड़वा बच्चों का शरीर जुड़ा हो. उसी शव से कुछ दूरी पर एक दो सिर वाली बकरी का भी शव पड़ा था. इन दोनों शवों के मिलने पर सनसनी फैल गई. इसकी सूचना धुर्वा पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर उसे डिस्पोज कर दिया. दोनों शवों को गड्ढा खोदवाकर दफन कर दिया गया है.
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पुराने गिरोह पर शक
पुलिस और स्थानीय लोग आशंका जता रहे हैं कि उसे बीते जुलाई महीने में जगन्नाथपुर मेले के दौरान पकड़े गए आरोपियों ने झाड़ी में शवों को फेंक दिया होगा, जिससे किसी जानवर ने मैदान पर लाकर छोड़ दिया है. पुलिस ने शव को जब्त तो किया, लेकिन विधिवत पोस्टमार्टम कराए बिना ही दफना दिया गया. पोस्टमार्टम नहीं करवाने की वजह से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं क्योंकि यह एक बेहद गंभीर मामला है.
नवजात के शवों पर किया था तमाशा
बीते 11 जुलाई को ऐतिहासिक जगन्नाथपुर मेले में अविकसित नवजातों के शव का तमाशा किया गया था. इस तमाशा की तस्वीरें वायरल होने के बाद पुलिस ने छापेमारी कर नवजात के शवों को जब्त कर प्राथमिकी दर्ज की थी. इस मामले में कोलकाता के सोरे बाजार जयमित्री स्ट्रीट निवासी वकील माइटी, पिंटू माइटी और प्रभात सिंह को जेल भेजा गया था. वे लोग पिंटू म्यूजियम के नाम पर एक स्टॉल लगाकर प्लास्टिक के डब्बे में रखकर मानव के अविकसित भ्रूण का प्रदर्शन कर रहे थे.
कोलकाता से लाकर बच्चों का लगाया था प्रदर्शनी
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि वे मेला समिति को जानकारी देकर स्टॉल लगाए थे. बच्चों की लाश वे कोलकाता के एक मेडिकल कॉलेज से लाए थे. लोगों को नवजातों की लाश दिखाकर रुपये कमाना उनका मकसद था. मेला में अजीबोगरीब लाश दिखा लोगों का ध्यान खींचते थे और उनकी प्रदर्शनी किया जा रहा था.