रांचीः झारखंड में पंचायत चुनाव 2022 की प्रक्रिया अगले चरण में पहुंच रही है. इस बीच चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी वोटर को लुभाने के लिए तरह-तरह के वादे कर रहे हैं. ये रोजगार दिलाने से भ्रष्टाचार दूर करने तक के वादे कर रहे हैं. आइये जानते हैं प्रत्याशियों का एजेंडा कि जीतने के बाद ये क्या करने वाले हैं और किस आधार पर लोगों से वोट मांग रहे हैं.
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अजय बैठा दिलाएंगे रोजगार! कांके सुकुरहुटू पंचायत समिति सदस्य के प्रत्याशी अजय बैठा का कहना है कि आज युवाओं के कंधों पर ही देश के निर्माण की जिम्मेदारी है. राजधानी रांची से सटे होने के बावजूद आज कांके क्षेत्र में युवा बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं, जबकि कई बड़े-बड़े संस्थान इसी क्षेत्र में है. मैं यहां के युवाओं को रोजगार दिलाऊंगा.
अभिषेक दूर करेंगे भ्रष्टाचार! कांके पंचायत के मुखिया प्रत्याशी अभिषेक राज हेरेंज का कहना है कि युवाओं को एक साथ लेकर चलना ही मेरा मकसद है. 2010 में मैं मुखिया पद का चुनाव जीता था, मैंने मन से लोगों की सेवा भी की थी. लेकिन 2015 में महिला आरक्षित क्षेत्र होने के कारण मैं चुनाव नहीं लड़ पाया. एक बार फिर से मौका मिला है तो मैं चाहता हूं कि युवाओं की सोच के मुताबिक क्षेत्र के विकास के लिए काम करूं. उन्होंने कहा कि मैं भ्रष्टाचार दूर करने का भी प्रयास करूंगा.
श्रवण गोप बनाएंगे गांव को रोल मॉडल! पिठोरिया पंचायत समिति सदस्य प्रत्याशी श्रवण गोप का कहना है कि पहले एक धारणा थी कि गांव में बुजुर्ग लोग ही मुखिया या फिर पंच बन सकते हैं लेकिन यह धारणा अब बदल रही है. अब हर क्षेत्र में युवा अपना योगदान दे रहे हैं और मैं युवा के नाते पंचायत समिति सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ रहा हूं. निश्चित रूप से अगर मैं जीत कर आता हूं तो अपने गांव को रोड मॉडल के रूप में विकसित करूंगा.