रांची: बकरीद को लेकर राजधानी के विभिन्न मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में बकरा बाजार सज गया है. बाजार में छोटे से लेकर बड़े साइज तक के बकरा दिख रहे हैं. जिसकी कीमत 10000 रूपए से शुरू होकर 70000 रूपए तक रखी गई है. विक्रेता लोगों को आकर्षित करने के लिए बकरों को सजा कर बाजार में ला रहे हैं. इसके अलावा शहर के विभिन्न इलाके में भी छोटे-छोटे बाजार लग रहे हैं.
लेकिन, कोरोना महामारी के कारण बकरीद में बकरे की बलि देने में मुस्लिम वर्ग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं. बाजार देखकर ऐसा लग रहा है कि बकरीद बाजार न होकर आम बाजार है. इस कारण व्यापारियों में जोश नहीं के बराबर देखने को मिल रहा है क्यों की इस कोरोना महामारी में बहुत से लोगों का व्यापार ठप रहा है और विगत 4 महीनों से बिना काम किए घर में बैठकर घर चला रहे हैं.
जहां पिछले वर्ष एक लाख से लेकर डेढ़ लाख तक बकरी की खरीदारी करने में लोग नहीं चूक रहे थे. वहीं अभी के दौर में बकरे का मैक्सिमम मूल्य 50 से 70 हजार तक गया है, लेकिन फिर भी व्यापारी ग्राहक का इंतजार करते दिख रहे हैं. कोरोना महामारी के कारण खस्सी का व्यापार करने वाले लोगों में उत्साह नहीं देखा जा रहा है. क्योंकि बकरा बेचने वाले व्यापारी बताते हैं कि पिछले साल लगभग 70 से 80 खस्सी बेच लिया करते थे, लेकिन इस बार 10 से 15 खस्सी बिकना नामुमकिन दिख रहा है.
ये भी पढ़ें- आईपीएस आलोक के नाम से डरते थे नक्सली, खूंटी में नक्सलियों का कर दिया था सफाया
व्यापारियों का कहना है महामारी के कारण 75% असर इस बकरीद के कारोबार में देखने को मिला है और इस बार मुस्लिम वर्ग के 25% लोग ही कुर्बानी देने वाले हैं. पिछले साल बकरीद के बाजार में कहीं सलमान तो कहीं शाहरुख नजर आ रहे थे और लोग खुशी से लाख डेढ़ लाख का खस्सी घर ले जा रहे थे, लेकिन इस कोरोना महामारी में बकरीद की खस्सी का बाजार काफी सुना दिख रहा है. लोगों से पूछने पर एक ही जवाब मिल रहा है काम न होने की वजह से बकरीद अच्छी तरह से नहीं मना रहे हैं.