रांची: बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को कहा कि प्रदेश में भूख से होने वाली कथित मौतों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के गठन के 5 महीने में अब तक 8 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
भूख से किसी की मौत अधिक पीड़ादायक
राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर मरांडी ने कहा कि मौजूदा दौर में दुखद पहलू यह है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में पूरी सरकारी मशीनरी राहत कार्यों के तरफ है तब ऐसे में भूख से किसी की मौत अधिक पीड़ादायक है. उन्होंने कहा कि दीदी किचन, सामुदायिक संस्था के सहारे लाखों लोग भोजन हासिल कर रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकार के दावे पर ना चाहते हुए भी संदेह उत्पन्न होता है.
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क्रियान्वयन में गड़बड़ी
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से हर महीने झारखंड में 1.44 लाख टन अनाज उपलब्ध कराया जाता है. दूसरे शब्दों में कहें तो अनाज जितनी उपलब्धता है कि किसी को भूखे मरने की नौबत नहीं आनी चाहिए. मरांडी ने कहा कि जब भूख से मौत हो रही है तो कहीं ना कहीं व्यवस्था के क्रियान्वयन में गड़बड़ी है. इसके लिए उन्होंने एक कमिटी बनाने की मांग की है जो स्थानीय इलाकों में जांच करें. मरांडी ने कहा कि 23 मई को देवघर जिले के मोहनपुर में 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत भूख से होने की सूचना मिली है. उन्होंने कहा कि सरकार को सुनिश्चित करना चाहिए कि अब किसी की मौत भूख से नहीं हो. साथ ही इसकी जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.